मच्छरों से बचाव के लिए स्कूलों में हो फोकल स्प्रे का छिड़काव

स्प्रे का असर 10 से 12 दिन तक रहता है

Meerut। मानसून का सीजन शुरु हो चुका है, जिससे बच्चों में वेक्टर बॉर्न डिजीज फैलने का खतरा भी बढ़ गया है। पिछले कुछ सालों में डेंगू-चिकनगुनिया का प्रकोप झेलने के बाद इस बार स्वास्थ्य विभाग ने प्रिकॉशन इज बेटर देन क्योर की तर्ज पर पहले से ही इन बीमारियों के लिए सचेत हो गया है। जिसके तहत विभाग स्कूली बच्चों को इन बीमारियों के बारे जागरुक करेगा और सभी स्कूलों में फोकल स्प्रे करवाएगा।

छुट्टी के बाद होगा छिड़काव

स्कूलों में फोकल स्प्रे छुट्टी के बाद किया जाएगा ताकि बच्चों को किसी प्रकार का नुकसान न हो। स्प्रे का असर 10 से 12 दिन तक रहता है। ऐसे में अगर क्लास में मच्छर पनपते भी हैं तो उनका स्वत: ही खात्मा हो जाएगा। यह दवाई सरकारी और प्राइवेट दोनों ही स्कूलों में छिड़कवाई जाएगी। वहीं बच्चों को सुबह प्रार्थना के दौरान डेंगू-मलेरिया से बचाव और रोकथाम के बारे में बताया जाएगा

स्कूलों में लगेगी क्लास

स्कूली बच्चों को इन बीमारियों से बचाने के लिए विभाग जागरूकता अभियान भी चलाएगा। इसके तहत प्राइवेट-सरकारी स्कूलों में स्पेशल क्लास लगेंगी। जिनमें मलेरिया विभाग की टीमें बच्चों को जागरूक करेगी। स्कूल में ही बच्चों को अलग से इन बीमारियों के फैलने के कारण, बचाव व रोकथाम के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी। सभी स्कूलों में यह क्लास नियमित तौर पर चलाई जाएंगी।

स्कूली बच्चों को वेक्टर बार्न डिजीज से बचाने के लिए फोकल स्प्रे करवाया जा रहा है। जागरूकता बढ़ाने के लिए स्कूलों में बच्चों को इन बीमारियों के बारे में शिक्षा भी दी जाएगी।

योगेश सारस्वत, जिला मलेरिया अधिकारी

Posted By: Inextlive