- गुजरात के गिफ्ट सिटी का दौरा कर लौटी नगर निगम टीम हैरिटेज बिल्डिंग्स के निरीक्षण के लिए पहुंची

- पुराने लखनऊ की हैरिटेज बिल्डिंग होंगी एक ही रंग में

LUCKNOW: गुजरात के गिफ्ट सिटी का दौरा कर लौटी नगर निगम की टीम ने ट्यूज्डे को सिटी के हैरीटेज बिल्डिंग्स का दौरा किया। इस दौरे का मकसद हैरिटेज एरिया को स्मार्ट सिटी के प्लान के तहत डेवलप किया जाना है। पहले दौर में हैरीटेज बिल्डिंग्स का निरीक्षण कर चयनित किया जाएगा और फिर उसके रखरखाव के लिए काम शुरू किया जाएगा। इसकी पहली कड़ी में टीम ने अकबरी गेट से लेकर टीले वाली मस्जिद तक मंगलवार को निरीक्षण किया।

ताकि न खराब कर सकें पक्षी

पुराने लखनऊ में स्थित हैरीटेज बिल्डिंग एक कलर में होगी, ताकि उन्हें अलग से पहचाना जा सके। यहीं नहीं बिल्डिंग के बाहर शिलापट में उससे जुड़ा पूरा इतिहास भी दर्ज किया जाएगा। ताकि पर्यटकों को इसके इतिहास की पूरी जानकारी मिल सके। हैरीटेज बिल्डिंगों को पक्षी खराब न करें, इसके लिए भी व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए हैरीटेज इमारतों के बाहर खंभे लगाए जाएंगे, जिसमें पक्षियों के बैठने और उनके लिए खाना भी रखा जाएगा। उन्हें हटाया नहीं जाएगा, बल्कि विस्थापित करने की पूरी व्यवस्था की जाएगी।

पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर भी रहेगा फोकस

स्मार्ट सिटी की प्रैक्टिकल नॉलेज गेन कर गुजरात से लौटी नगर निगम टीम हैरीटेज बिल्डिंग के अलावा पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर भी फोकस करेगी। गुजरात में गिफ्ट सिटी ओपन एरिया में डेवलप की गई है, जबकि लखनऊ के लिए पुराने एरिया को नए तरीके से डेवलप करना आसान नहीं होगा। इसलिए शुरुआती दौर में हैरिटेज और पब्लिक ट्रांसपोर्ट को टारगेट किया गया है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट में बस, ऑटो टैक्सी स्टैंड को हाईटेक किया जाएगा। स्टैंड पर एलईडी बोर्ड लगाए जाएंगे। जिससे पैसेंजर्स को आटो टैक्सी और बसों के आने-जाने के टाइम और एरिया वाइज की सूचना मिल सके।

एक वर्क और प्रोजेक्ट दो

एक ही वर्क पर दो-दो प्रोजेक्ट चल रहे हैं। एक तरफ नगर निगम स्मार्ट सिटी के लिए हैरीटेज जोन को फोकस कर रहा है, जबकि दूसरी तरफ प्रशासन पहले से हैरीटेज बिल्डिंग के लिए काम कर रहा है। आईआईटी कानपुर की टीम ने कई हैरीटेज बिल्डिंग का सर्वे भी किया था। प्रशासन के प्लान में भी हैरीटेज के सौंदर्यीकरण और उसके रख रखाव का प्लान है।

पहला दौरा फेल, नहीं मिला गाइड

ट्यूज्डे को नगर निगम की टीम ने नगर आयुक्त के नेतृत्व में हैरीटेज बिल्डिंगों का दौरा किया। हालांकि यह दौरा सक्सेज नहीं हुआ। नगर निगम की टीम को गाइड न मिलने से इसकी जानकारी नहीं हो सकी कि कौन-कौन सी बिल्डिंग हैरीटेज प्लान में जोड़ी जा सके और उनका क्या इतिहास है।

Posted By: Inextlive