PATNA : आदमी के संस्कारों का वाहक है लोकगीत. भोजपुरी के सुरपस्टार सिंगर व एक्टर मनोज तिवारी मृदुल कहते हैं कि हर क्षेत्र का अलग-अलग लोकगीत है. पर सबमें कॉमन है उसकी मिठास.


मानव जीवन का असली रहस्य फोक में समाहित है। वैसे तो दुनिया भर में फोक का कल्चर उस क्षेत्र की भाषा, वहां का रीति-रिवाज और वहां का कल्चर होता है। मेरा मानना है कि फोक से आम आदमी का गहरा नाता है। बच्चा जब गर्भ में रहता है, तब से लेकर आदमी के शय्या पर लेटने तक की धुन और राग है फोक में। अलग-अलग त्योहारों पर, अलग-अलग भाषाओं में लोकगीत गाए जाते हैं। फोक पर भी विश्वास करना होगा
मैं तो यही कहूंगा कि फोक कई संस्कारों का वाहक है। जिसने भी फोक म्यूजिक को करीब से जाना, उसके संस्कार में उसकी मिट्टी की खूशबू दिखती है। फोक संगीत सिर्फ संगीत ही नहीं, जीवन का रहस्य भी है। अगर ब्लड ग्रुप पर विश्वास करते हैं या फिर जीन की बात करते हैं, तो हमें फोक सांग्स पर भी उसी तरह विश्वास करना होगा। लोकगीत मनुष्य में संस्कारों का बीजारोपण करता है। हालांकि देश में अलग-अलग क्षेत्र के डिफरेंट फोक सांग्स हैं। यूं कहें कि लोकगीत आम आदमी का गीत है। लोगों के दिल का संगीत है। (In conversation with Sanjeet N Mishra)

Posted By: Inextlive