-कुपोषित बच्चों का किया जाएगा फॉलोअप

-सीरियस बच्चे होंगे रिहेबिलिटेशन सेंटर में भर्ती

-पिछले अभियान में मिले थे सैकड़ों कुपोषित बच्चे

ALLAHABAD: अब केवल इलाज ही नहीं बल्कि कुपोषित बच्चों को ट्रेस भी किया जाएगा। उनका फॉलोअप तैयार होगा, जिससे भविष्य में उनका जीवन संवारा जा सके। जी हां, गवर्नमेंट की ओर से गांवों में लगने वाले जीवन स्वास्थ्य शिविर में कुपोषण को लेकर ट्रेकिंग सिस्टम शामिल किया गया है। कुपोषित बच्चों को जहां आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की देखरेख में रखा जाएगा, वहीं अतिकुपोषित बच्चों को रिहेबिलिटेशन सेंटर ट्रांसफर किया जाना है।

313 सेंटर्स पर लगना है कैंप

जीवन स्वास्थ्य कैंप का दूसरा चरण तीन अगस्त से शुरू होने जा रहा है। इसके तहत 313 गांवों में और कैंप लगाए जाने हैं। पहले चरण में कुल 238 गांव में कैंप लगाया जा चुका है जिसकी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। इस बार प्रशासन ने कैंपों में कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चों के ट्रीटमेंट को लेकर कड़े निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जांच में पाए जाने वाले कुपोषित बच्चों का हर हाल में फॉलोअप किया जाए। समय-समय पर उनकी जांच होती रहे, जिससे उन्हें स्वस्थ जीवन प्रदान किया जा सके।

चिल्ड्रेन हॉस्पिटल किया जाएगा रेफर

लगने वाले कैंपों में पाए जाने वाले अतिकुपोषित बच्चों को प्रॉपर न्यूट्रिशन के लिए चिल्ड्रेन हॉस्पिटल के एनआरसी (न्यूट्रिशन रिहेबिलिटेशन सेंटरर) रेफर किया जाएगा। यहां पर परिजनों के साथ रखे जाने वाले बच्चे को पोषित आहार दिया जाएगा। जब बच्चा खुद को कवर कर लेगा तब उसे डिस्चार्ज किया जाएगा। दस बेड वाले इस एनआरसी को चुस्त-दुरुस्त रखने के निर्देश दिए गए हैं।

648 बच्चे मिले थे अतिकुपोषित

इलाहाबाद में अतिकुपोषित बच्चे बड़ी संख्या में पाए जा रहे हैं। इसका ट्रैक रिकॉर्ड पिछले चरण में लगाए गए कैंपों में सामने आया था। इस दौरान कुल 238 गांव में 648 अतिकुपोषित बच्चे सामने आए थे। इनको भी ट्रेकिंग सिस्टम में डाल दिया गया है। संबंधित गांव की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को इन्हें फॉलोअप करने के निर्देश दिए गए हैं। नए सिस्टम के तहत इन्हें भी लाया जा रहा है।

बॉक्स

नहीं चलेगी लापरवाही

पिछले दिनों संगम सभागार में जीवन स्वास्थ्य शिविरों को लेकर हुई बैठक में डीएम कौशलराज शर्मा ने साफतौर पर कहा कि कुपोषित बच्चों के फॉलोअप को लेकर कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कैंपों की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी कराए जाने के कड़े निर्देश जिला कार्यक्रम अधिकारी को दिए हैं। कैंपों में बच्चों को बीसीजी, डीपीटी, जेई, हेपेटाइटिस बी, मिजल्स, पोलियो के टीके समेत विटामिन ए की खुराक दी जाएगी।

फैक्ट फाइल

-पहले चरण में 238 गांव में लगे थे कैंप

-अब तक 648 बच्चे मिले अतिकुपोषित

-तीन अगस्त से शुरू होगा दूसरा चरण

-313 गांव में लगाया जाएगा कैंप

-अतिकुपोषित बच्चों का होगा फॉलोअप

-सीरियस बच्चों को भेजा जाएगा न्यूट्रिशन रिहेबिलिटेशन सेंटर

-आंकड़ों के मुताबिक जिले में कुल 1555 बच्चे हैं अतिकुपोषित

वर्जन

तीन अगस्त से दूसरा चरण शुरू हो रहा है। अतिकुपोषित बच्चों का फॉलोअप किया जाएगा। ट्रेकिंग सिस्टम के तहत अगर वह उन्हें जरूरत है तो एनआरसी में भर्ती कराया जाएगा। प्रत्येक बीमार बच्चे की पूरी केयर की जाएगी।

डॉ। पदमाकर सिंह, सीएमओ, इलाहाबाद

Posted By: Inextlive