-होटल प्लासिड में हुआ दैनिक जागरण आई नेक्स्ट फूड अवार्ड 2019 का जोरदार आयोजन

-सेलिब्रिटी शेफ हरपाल सिंह सोखी ने डिस्ट्रीब्यूट किए विभिन्न कैटेगरी में अवार्ड

PRAYAGRAJ: बेहतर शेफ बनना है तो किसी अच्छे शेफ के अंडर में सीखना होगा. मैंने भी कई मशहूर शेफ की संगत में हुनर को निखारा है. यह कहना था सेलिब्रिटी शेफ हरपाल सिंह सोखी का. वह शनिवार रात होटल प्लासिड में आयोजित दैनिक जागरण आई नेक्स्ट फूड अवॉर्ड 2019 में बतौर चीफ गेस्ट अपने अनुभवों को शेयर कर रहे थे. इस दौरान शहर के रिनाउंड होटल और रेस्टोरेंट्स को डिफरेंट कैटेगरीज में अवार्ड देकर सम्मानित किया गया.

8 महीने तक दिखाए गए 16 एपिसोड

सेलिब्रिटी शेफ ने बताया कि शुरुआत में अपने प्रमोशन के लिए उन्होंने टीवी के लिए 16 एपिसोड तैयार किए थे. लेकिन चैनल्स ने मेरी आवाज और चेहरे को नकार दिया. काफी सोर्स लगाने के लिए चैनल ने ऑड से स्लॉट में मेरे एपिसोड दिखाने का फैसला किया. विश्वास करिए कि मेरे शोज की डिमांड थी कि इन्हें आठ महीने तक बार-बार दिखाया गया. बाद में चैनल हेड ने मेरे से सॉरी कहा और नए एपिसोड शूट किए. चैनल के रिव्यू में मेरे बनाए एपिसोड को बार-बार दिखाया जाता था.

दिल लगाकर करता हूं अपना काम

अनुभव शेयर करते हुए सेलिब्रिटी शेफ ने बताया कि मैं दिल लगाकर काम करता हूं. अगर यंगस्टर्स को सक्सेजफुल होना है तो उन्हें जमकर मेहनत करनी होगी. उन्होंने शहर के रेस्टोरेंट्स को भी सक्सेज टिप्स दिए. कहा कि अगर यूजर को डिश में मजा देना है तो उसमें वॉव फैक्टर होना चाहिए. आपके रेस्टोरेंट में ऐसा कुछ जिसके लिए लोग वहां पर चलकर आएं. एग्जाम्पल के तौर पर हरपाल सिंह सोखी ने इलाहाबाद के देहाती रसगुल्ले की तारीफ की. उन्होंने कि अपनी लाइफ में उन्होंने इतना साफ्ट रसगुल्ला नही खाया. यही इस डिश की यूएसपी और प्रयाग की पहचान है.

शेफ बनना मेरे लिए मजबूरी

फूड अवार्ड के दौरान लाइव चैट शो में सेलिब्रिटी शेफ ने बताया कि मेरे सामने शेफ बनना मजबूरी थी. मैं और मेरे बड़े भाई स्ट्रगल कर रहे थे. उन्होंने कहा कि दोनों ऐसे ही भटकते रहे तो परिवार का सहारा कौन बनेगा. यकीन मानिए 18 साल की एज तक मैंने रेस्टोरेंट का मुुंह नहीं देखा था और फिर भईया के कहने पर मैंने होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर लिया. पता था कि एक दिन वेटर बनना है लेकिन शेफ बनने के शौक और पैशन ने मुझे इंडिया का सेलिब्रिटी शेफ बना दिया.

मां और वाइफ दोनों की डिश पसंद

अपनी फेवरेट डिश के बारे में सवाल पर हरपाल सिंह ने कहा कि माता के हाथ की गुड़ व आटे से बनी सोठ और पत्‍‌नी के हाथ का राइस और चने उनकी फेवरेट डिश है. वह इन डिशेज को खाने का मौका ढूंढते हैं. उन्होंने कहा कि अच्छा शेफ बनने के लिए गधा मजदूरी करनी होगी. हालांकि अब डिजिटल प्लेटफार्म और ट्रांसपोर्टेशन के ऑप्शंस मौजूद हैं लेकिन हमारे जमाने में ऐसा नहीं था. हमने बहुत मेहनत से सीखा है और आज के यंगस्टर्स को अच्छा शेफ बनना है तो सीखने की आदत डालनी होगी.

इन्हें इस कैटेगरी में मिला अवॉर्ड

रेस्टोरेंट का नाम ओनर्स नेम अवॉर्ड कैटेगरी

मिलेनियम इन अभिषेक तिवारी एंबियांस आफ द ईयर

तंदूर राजीव जायसवाल नॉनवेज रेस्टोरेंट आफ द ईयर

डोसा प्लाजा दिलीप चौरसिया प्योर वेज रेस्टोरेंट आफ द ईयर

ईट ऑन मो. नफीस सिटी का स्वाद

महारानी जायका संजीव जायसवाल साउथ इंडियन, नॉर्थ इंडियन, पंजाबी, गुजराती और राजस्थानी

इंडियन क्वॉलिटी बेकरी मोइन खान बेकरी ऑफ द ईयर

कॉफी कॉलिंग वरुण निगम कैफे, टी पार्लर, स्नैक्स पार्लर

इंडिश रेस्टोरेंट नरेंद्र कुमार सेंसेशनल डेब्यू आफ द ईयर

टेम्पेटेशन अल्टीमेट अमित जौहरी बेस्ट फूड कोर्ट

पंडित चाट भगवती प्रसाद दुबे एडिटर्स च्वॉइस

चंद्रलोक कचौरी प्रदीप कुमार गुप्ता बच्चा एडिटर्स च्वॉइस

राजाराम लस्सी सुनील कुमार वैश्य एडिटर्स च्वॉइस

गेस्ट्स ने बढ़ाया विनर्स का उत्साह

अवार्ड फंक्शन में उपस्थित जागरण प्रकाशन लिमिटेड के एजीएम मनीष चतुर्वेदी, दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट के संपादकीय प्रभारी श्याम शरण श्रीवास्तव, मार्केटिंग मैनेजर अनुराग मिश्रा ने सेलिब्रिटी शेफ के साथ कार्यक्रम का उद्घाटन किया साथ ही विनर्स का उत्साह भी बढ़ाया. एजीएम ने स्वागत भाषण दिया तो मार्केटिंग मैनेजर ने धन्यवाद ज्ञापन दिया. कार्यक्रम का संचालन दीक्षा जायसवाल ने किया. इसके पहले गेम एक्टिविटी में तन्वी, सिद्धार्थ विनर रहे. सेलिब्रिटी शेफ हरपाल सिंह सोखी को मोमेंटो देकर सम्मानित भी किया गया.

Posted By: Vijay Pandey