-सजायाफ्ता महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए दी जाएगी ट्रेनिंग

patna@inext.co.in

PATNA: पटना के रिमांड होम में सजा काट रही महिलाएं आत्मनिर्भर बनेंगी. महिलाओं को रिमांड होम के अंदर ही सिलाई और सॉफ्ट टॉय, फूड पैंकिग, मेंहदी, आटर्् एंड क्राफ्ट मेंिकंग के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी. साथ ही इसके लिए सामान भी मुहैया कराए जाएंगे. आधार संस्था की चेयर पर्सन गीता जैन ने बताया कि एक बार उनको ट्रेनिंग दी जा चुकी है. महिलाओं की रुचि के अनुसार ट्रेनिंग देने की योजना बनाई गई है. लड़कियों को जहां विभिन्न तरह के होम डेकोर और तकनीकी जानकारी दी जाएगी वहीं महिलाओं को टेलरिंग, कैंडल मेकिंग सहित अन्य काम सिखाए जाएंगे.

सामानों की होगी ब्रांडिंड

रिमांड होम के अंदर ही महिलाएं सामान तैयार करेंगी. महिलाएं जो प्रोडक्ट बनाएंगी उसे बाजार मुहैया कराया जाएगा. इसके साथ ही उनके सामानों की ब्रांडिंग भी की जाएगी. ताकि उनका बनाया सामान ज्यादा से ज्यादा बिके.

अकाउंट में जाएगा पैसा

सजायाफ्ता महिलाओं के बिके सामान से मिले पैसे को उनके बैंक अकाउंट जमा कराया जाएगा. महिलाएं जब सजा काटकर बाहर आएंगी तो उनकी नयी जिंदगी के लिए ये पैसे उपयोग में आएंगे. इससे सा के बाद वह सम्मान से जीवनयापन कर सकेंगी.

सरकार चला रही योजना

सजायाफ्ता महिलाओं और लड़कियों के लिए बिहार सरकार कई योजनाएं चला रही है. सजायाफ्ता महिलाओं की बच्चियों को पढ़ाई की व्यवस्था और महिलाओं को कैंडल मेकिंग की जानकारी दी जा रही है. अभी 25 लड़कियां पटना सिटी बबुआगंज स्कूल में पढ़ाई कर रही हैं. इसके अलावा महिलाओं को विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से अन्य कई तरह की ट्रेनिंग दी जाएगी .

रिमांड होम की महिलाओं के लिए योजनाएं चल रही है. महिलाएं जो भी उत्पाद बनाएंगी बाजार मुहैया कराया जाएगा. उत्पाद बेचने से मिलने वाली राशि को खाते में जमा कराया जाएगा.

-रुपेश कुमार, परियोजना प्रबंधक, महिला विकास निगम

Posted By: Manish Kumar