- सिर्फ भारतीय गायों में है ए2 प्रोटीन जो देता है मजबूती

- हाल के सर्वेक्षण का हवाला देते हुए विहिप ने किया दावा

- गायों पर संकट के लिए विहिप ने की कानून बनाने की मांग

PATNA : विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष व गोरक्षा विभाग के प्रमुख हुकुम चंद सावला ने विदेशों में गाय के दूध को लेकर किए गए सर्वेक्षणों पर दावा करते हुए कहा कि विदेशी गाय के दूध से हमारी आने वाली पीढ़ी खोखली हो रही है। सर्वेक्षण का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि देशी गाय में ए ख् नामक प्रोटीन होता है जो हर तरह से मजबूती देता है।

देश में दूध की इतनी किल्लत है कि लोग विदेशों से डिब्बा बंद और केमिकल वाले दूध ले रहे हैं। विश्व हिंदू परिषद भविष्य को ध्यान में रखकर भारतीय गोवंश की रक्षा के लिए केंद्रीय कानून बनाने की मांग कर रहा है। शुक्रवार को केंद्रीय प्रबंध समिति की बैठक में उन्होंने गोवंश की सुरक्षा पर कई अहम बिंदुओं पर चर्चा की।

- मांग के सापेक्ष देश में ब् करोड़ टन दूध की कमी

गोरक्षा विभाग के प्रमुख हुकुम चंद सावला ने बताया कि देश में क्8 करोड़ टन दूध की आवश्कता है जबकि क्ब् करोड़ टन ही दूध का उत्पाद देश में हो पा रहा है। देश में दूध की कमी से लोग डिब्बा बंद और विदेशों के केमिकल युक्त दूध का उपयोग कर रहे हैं। ऐसे में गायों की सुरक्षा को लेकर काम करना होगा नहीं तो भविष्य में दूध के लिए तरस जाना होगा। क्योंकि भारत से ख्ख्.भ् लाख टन मांस का निर्यात हो रहा है। इससे गाय की सुरक्षा के लिए कानून आवश्यक हो गया है जिससे गोवंश के अस्तित्व को बचाया जा सके।

गोरक्षा के लिए विश्व हिंदू परिषद की सरकार से मांग

गोरक्षा को लेकर विहिप के कार्यकर्ता देश के सभी सांसद से जाकर मुलाकात कर रहे हैं और गोरक्षा को लेकर कानून बनाने में सहयोग के लिए जोर दे रहे हैं। सदन में मामला उठाने के साथ गोवंश की सुरक्षा को लेकर पूरी जानकारी दी जा रही है। गोवंश रक्षा का केंद्रीय कानून बनाने के लिए कानून के साथ गोवंश रक्षण संवर्धन मंत्रालय बनाने की मांग। देश में क्800 गौशाला विहिप द्वारा चलाया जा रहा है। विहिप ने अमेरिका, चीन से पांच पेटेंट लिए हैं जिसने भारतीय गाय का मान विश्व में बढ़ाया है।

विश्व के भ्म् देशों में हिंदुओं को दी मजबूती

विश्व हिंदू परिषद के विदेश विभाग के केंद्रीय मंत्री प्रशांत हरतालकर ने कहा कि विश्व के भ्म् देशों में विहिप हिंदुओं को मजबूती देकर संगठित करने का काम कर रही है। भारत के बाद अधिक संख्या में हिंदू नेपाल और बंागलादेश में हैं। विदेशों में भी हिंदुओं को संगठित करने का काम किया जा रहा है। विहिप विश्व में रहने वाले हिंदुओं के संस्कार को कायम रखने के लिए भी काम कर रही है। कोई भी हिंदू अकेला नहीं है। वह कमजोर नहीं है। विहिप मदद के लिए हमेशा आगे हैं।

Posted By: Inextlive