तीन लाख विवेचना अधिकारियों को होगा इसका फायदा

विदेशों से मंगाई जा रही हैं कंप्यूटरराइज्ड मशीनें

अपराधियों तक शीघ्र पहुंचने के लिए प्रदेश सरकार ने उठाया कदम

Meerut। क्राइम की घटनाओं के तेज खुलासे के लिए प्रदेश सरकार मोदीनगर में 90 करोड़ रुपये की लागत से फोरेंसिक लैब खोलने जा रही है। मंगलवार को मेरठ पहुंचे डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि इस लैब के बन जाने से खासकर वेस्ट यूपी में घटना के वक्त लिए गए सैंपल का तुंरत ही रिजल्ट आ जाएगा, जिससे पुलिस अपराधियों तक जल्दी पहुंच सकेगी।

तीन लाख को फायदा

डीजीपी ओपी सिंह का कहना है कि इस लैब के बनने से प्रदेश के तीन लाख विवेचना अधिकारियों को इसका फायदा मिलेगा।

विदेशों से आएंगी मशीनें

इस लैब की यह खासियत रहेगी कि यहां सभी मशीनें कंप्यूटरराइज्ड होंगी, जो विदेशों से मंगाई जा रही हैं। इनमें सैंपल डालते ही रिपोर्ट आ जाएगी।

वैज्ञानिकों के हाथों में कमान

डीजीपी ओपी सिंह का कहना है कि इस लैब की कमान आईपीएस, डीएसपी व वैज्ञानिकों के हाथों में कमान होगी। इसमें कुछ अधिकारियों को ट्रेनिंग के लिए भी दूसरे राज्यों में भेजा गया है।

Posted By: Inextlive