श्री आदि शंकर विमान मंडपम में चार दिवसीय कुंभाभिषेकम् महोत्सव का श्रीगणेश

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PRAYAGRAJ: शंकर विमान मंडपम की सुंदरता व मंदिर की भूमि के चुम्बकत्व का आकर्षण ऐसा है कि कुंभ मेला में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह मंदिर निश्चित तौर पर दिव्य कुंभ के एक मोती के रूप में परिवर्तित होगा। इस बार प्रयागराज में आयोजित कुंभ भी दक्षिण भारत की बुद्धि और उत्तर भारत की शक्ति से बहुत ही दिव्यतम रूप में सम्पन्न होगा। यह बातें प्रदेश के गवर्नर राम नाईक ने गुरुवार को बतौर मुख्य अतिथि मंदिर सभागार में आयोजित श्री कुंभाभिषेकम् महोत्सव का उद्घाटन करते हुए कहीं। अंत में नाइक ने चरैवेति चरैवेति का मूल मंत्र देते हुए कहा कि जीवन में यदि पूर्ण सफल होना है तो सदैव चलते रहिए जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।

अगवानी की शुरुआत : जस्टिस

विशिष्ट अतिथि व बीएचयू के चांसलर जस्टिस गिरधर मालवीय ने कहा कि प्रयागराजवासी आगामी कुंभ मेले में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की आगवानी करने को तैयार है। इसकी शुरुआत श्री कुंभाभिषेकम महोत्सव से हो रही है। सांसद श्यामाचरण गुप्ता ने महोत्सव की महत्ता पर प्रकाश डाला। संचालन डॉ। अविनाश श्रीवास्तव का रहा। धन्यवाद ज्ञापित संयोजक राकेश कुमार शुक्ला ने किया। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, राम सेवक गिरि, फूलचंद्र दुबे, रामजी शुक्ला आदि मौजूद रहे।

शंकराचार्य ने किया पूजन

मंदिर परिसर में महोत्सव का शुभारंभ दक्षिण व उत्तर भारत के 101 आचार्यो के आचार्यत्व में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हुआ। आचार्यो ने हवन मंडप में सभी देवी-देवताओं का आवाहन करते हुए हवन-पूजन कराया तो श्री कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य श्री शंकर विजयेन्द्र सरस्वती ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए विधि-विधान से पूजन किया।

राजेन्द्र की बांसुरी ने किया मंत्रमुग्ध

महोत्सव के एक अन्य सत्र में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां हुई। राजेन्द्र प्रसन्ना ने बांसुरी व शहनाई वादन से सभी को मंत्रमुग्ध किया तो भूपेन्द्र शुक्ला ने भजनों की प्रस्तुति से समां बांधा। जया प्रभा मेनन ने मोहिनी अट्टम व आनंद किशोर ने सोहर व ढेढि़या की प्रस्तुति की।

Posted By: Inextlive