संसद का बजट सत्र शुरू हो चुका है। वित्त मंत्री अरुण जेटली 1 फरवरी को आम बजट पेश करेगें। आजाद भारत के इतिहास में न जानें कई वरिष्‍ठ राजनेता इस मंत्रालय की बागडोर संभाल चुके हैं। कई ऐसे भी हैं जिन्होंने न केवल वित्‍त मंत्री के रूप में बजट पेश किया बल्‍कि बाद में प्रधानमंत्री के तौर पर देश की बागडोर भी संभाली। आइए जानते हैं उनके बारे में-


मोरारजी देसाई
मोरारजी देसाई ऐसे पहले व्यक्ति थे जिन्होंने पहले वित्त मंत्री व बाद में देश के प्रधानमंत्री का पद संभाला। उनके नाम एक अनोखा रिकार्ड भी है। उन्होंने वित्त मंत्री रहते हुए सर्वाधिक 10 बार भारत का बजट पेश किया है। इतना ही नहीं दो मौकों पर तो उन्होंने अपने जन्मदिन 29 फरवरी को बजट पेश किया। उन्होंने आजादी की लड़ाई के दौरान लंबा समय जेल में बिताया । अपने लंबे राजनीतिक करियर के दौरान आजादी से पहले उन्होंने बांबे प्रेसिडेंसी के वित्त व गृह मंत्री का पद संभाला। 1952 में वह तत्कालीन बांबे राज्य के मुख्यमंत्री बने। वह पहली बार प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के कार्यकाल में 1958 में वित्त मंत्री बने। इसके बाद 1967  में बतौर डिप्टी पीएम व वित्त मंत्री की हैसियत से इंदिरा गांधी की कैबिनेट का हिस्सा बने। इमरजेंसी खत्म होने के बाद 1977 के लोकसभा चुनाव में जनता पार्टी की भारी मतों से जीत हुई। उन्हें संसदीय दल का नेता चुना गया व उन्होंने देश के पहली गैर कांग्रेसी सरकार में प्रधानमंत्री का पद संभाला। वह देश के चौथे पीएम बने।   विश्वनाथ प्रताप सिंह


विश्वनाथ प्रताप सिंह ने राजीव गांधी की सरकार में दिसम्बर 1984 से लेकर जनवरी 1989 तक वित्त मंत्री का पद संभाला। बाद में उन्होंने भारत के सातवें प्रधानमंत्री के रुप में शपथ देश ली। उन्होंने 2 दिसम्बर 1989 से लेकर 10 नवम्बर 1990 राष्ट्रीय मोर्चा की सरकार का नेतृत्व किया। वित्तमंत्री के पद पर रहते हुए सोने की स्मगलिंग पर लगाम लगाने के लिए सोने पर लगने वाला टैक्स कम कर दिया। वह केंद्र में रक्षा मंत्री व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari