- घायल महेश ने तेंदुआ की गर्दन दबोची, खाई कई पटखनी

- किचन में छिपा हुआ बैठा था तेंदुआ, दरवाजा खोलते ही किया हमला

Meerut : बच्चों पर जब कोई मुसीबत आती है तो मां बाप का दिल अपने आप ही बैचेन हो उठता है। कुछ ऐसा ही वाकया फाजलपुर स्थित आर्मी 272 गेट बिल्डिंग में हुआ। निर्माणाधीन इमारत में महेश टॉयल लगा रहा था। किचन में वह कुछ सामान लेने गया तो देखा तेंदुआ बैठा है। महेश को देखते ही तेंदुआ ने उस पर झपट्टा मारा। लेकिन वह बच गया। उसके बाद तेंदुआ च्च्चों की तरफ दौड़ा। महेश ने कुछ सोचा न समझा तेंदुआ पर टूट पड़ा। उसकी गर्दन दबोच ली और च्च्चों को बाहर जाने के लिए बोला। गर्दन दबोच महेश ने कई पटखनी खाई। करीब तीन चार मिनट तक दोनों में संघर्ष चलता रहा। जब तेंदुआ ने उसके हाथों पर पंजा मारा तो पकड़ ढीली पड़ गई। उसके बाद उसने महेश की पीठ पर हमला बोला। जिससे वह घायल हो गया।

बस चलता तो वहीं मार देता

आई नेक्स्ट टीम ने बुधवार को तेंदुए के हमले से घायल मजदूरों से एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान बात की। घायल महेश ने बताया कि च्च्चों की तरफ तेंदुए को दौड़ता देख आंखोंमें खून दौड़ आया। महेश का कहना था कि यदि उसका बस चलता तो वह तेंदुए को वहीं पर मार देता। पंजे लगने के कारण पकड़ ढीली हो गई, नहीं तो उसको वहीं दबोच लिया जाता।

मंगल पर भी हमला बोला

महेश को छोड़ तेंदुए ने पीछे ही खड़े मंगल पर हमला बोल दिया। मंगल ने भी काफी संघर्ष किया पर तेंदुए को वह पकड़ न सका। मंगल भी यहां मजदूरी करता है। मंगल के दोनों हाथों पर खरोच के निशान हैं। कुछ खरोंचे पैरों पर भी आई हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने टीम को बताया कि तेंदुए के हमले से अफरा-तफरी मच गई और मजदूर लाठी-डंडा लेकर दौड़ पड़े। कुछ ने आग जला कर भगाने का प्रयास भी किया। मजदूरों को घायल कर तेंदुआ बाहर निकलने का रास्ता ढूंढने लगा।

बबलू ऊपर मारा झपट्टा

बाहर की तरफ आते ही तेंदुए ने बबलू की पीठ पर झपट्ट मारा। बबलू को कुछ समझ नहीं आया कि ये हुआ क्या। उसकी पीठ पर काफी खरोंच आई है। जबकि चौथा मजदूर संदीप के हाथ में खरोंच आई हैं। लेकिन वह उपचार कराकर वहां से चला गया। चारों मरीजों का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। सीएमओ डॉ। रमेश चंद्रा ने बताया कि मेडिकल की टीम घायलों को देखने के लिए अस्पताल पहुंची है।

Posted By: Inextlive