- टीबी मरीजों की सहायता के लिये जमा रकम को जालसाजों ने चंद मिनटों में नेट बैंकिंग के जरिए दूसरे अकाउंट्स में किया ट्रांसफर

- कैसरबाग पुलिस ने दर्ज की एफआईआर, साइबर क्राइम सेल जांच में जुटी

LUCKNOW: साइबर जालसाजों ने राजस्थान-यूपी कैथलिक हेल्थ एसोसिएशन के बैंक अकाउंट में धावा बोलकर ब्.म्0 लाख रुपये पार कर दिये। महज कुछ मिनटों में नौ ट्रांजेक्शन के जरिए जालसाजों ने टीबी के मरीजों की सहायता के लिये जमा इस रकम को पार कर दिया। एसएमएस अलर्ट से जानकारी मिलने पर सतर्क हुई मिशनरी की मेंबर ने बैंक ऑफिसर्स को इसकी जानकारी दी। हरकत में आए बैंक ऑफिसर्स ने उनके अकाउंट को फौरन ब्लॉक कर दिया। कैसरबाग पुलिस एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच साइबर क्राइम सेल को सौंप दी है।

एसएमएस मिलते ही उड़े होश

शनिवार सुबह एसोसिएशन की टीम मेंबर सिस्टर कैसिया के सेलफोन पर एसएमएस अलर्ट आना शुरू हो गए। जब उन्होंने इनकी जांच की तो पता चला कि एसोसिएशन के अकाउंट से ब्.म्0 लाख रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिये गए। यह देख उन्होंने अकाउंट को गवर्न करने वाले दूसरे टीम मेंबर्स से इसके बारे में पड़ताल की। सभी मेंबर्स के इनकार पर उनके होश उड़ गए। उन्होंने फौरन बैंक में कॉल कर इसकी जानकारी दी। जिसके बाद बैंककर्मियों ने फौरन उनके अकाउंट को ब्लॉक कर दिया गया।

छह अकाउंट में रकम हुई ट्रांसफर

इंस्पेक्टर कैसरबाग आरबी साहू ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि यह रकम फ्0 हजार से लेकर 70 हजार तक के नौ ट्रांजेक्शन में ट्रांसफर की गई है। रकम जिन अकाउंट्स में ट्रांसफर की गई उनमें चार अकाउंट्स स्टेट बैंक ऑफ इंडिया व दो पंजाब नेशनल बैंक के हैं। उन्होंने बताया कि यह अकाउंट्स बोकारो, नागालैंड के दीमापुर, ठाणे के वसई और नई दिल्ली के कश्मीरी गेट शाखाओं में खोले गए हैं। अब पुलिस इन अकाउंट्स के होल्डर्स की पड़ताल करने के साथ ही ट्रांजेक्शन करने वाले जालसाज की आईपी एड्रेस के जरिए उस तक पहुंचने की कोशिशों में जुट गई है।

Posted By: Inextlive