-विदेश में नौकरी के नाम पर ठगी करने वाला शातिर गिरफ्तार

-डोंगरी का एड्रेस निकला फर्जी,धामपुर यूपी से पकड़ा गया

देहरादून

खुद को मुंबई में डोंगरी का रहने वाला बताकर लोगों को विदेश में नौकरी के नाम पर ठगने वाला शातिर कबूतरबाज जावेद कुरैशी बिजनौर का निकला. वह कबूतरबाजी (विदेश में नौकरी के नाम पर ठगी )में इतना एक्सपर्ट हो चुका था कि उत्तराखंड,पंजाब,आंध्रप्रदेश महाराष्ट्र के सैकड़ों लोगों से करोड़ों रूपए ठग चुका था. पुलिस ने उसे मोबाइल नंबर सर्विलांस के जरिए पकड़ तो लिया, लेकिन जब बैंक खाते खंगाले तो सब खाली निकला. पुलिस अब इस मुश्किल में है कि उसने ठगी का करोड़ों रुपया कहां खपाया.

एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि देहरादून के नेहरू कॉलोनी थाने में तीन दिन पहले विदेश में नौकरी के नाम पर ठगी की एफआईआर दर्ज हुई थी. एफआईआर में कई लोगों से 20 लाख की ठगी का जिक्र था. ठगी के शिकार लोगों ने बताया था कि उन्हें फेसबुक और व्हाट्सएप के जरिए विदेश में नौकरी के ऑफर मिले थे. मैसेज में बताई गई वेबसाइट पर डिटेल्स देखकर वे झांसे में आ गए .पीडि़तों ने जिस वेबसाइट के जरिए उन्हें झांसा दिया गया उसकी डिटेल और ठगने वाले के तीन मोबाइल नंबर बताए थे. मोबाइल नंबरों की सर्विलांस स्टार्ट की गई तो पता चला कि नंबर धामपुर बिजनौर में एक्टिवेट हैं. इस पर देहरादून से पुलिस टीम धामपुर भेजी गई और शातिर कबूतरबाज जावेद कुरेशी पकड़ा गया. वह ठगी के लिए खुद को मुंबई में डोंगरी का निवासी बताता था.उसने दुबई और कुवैत में नौकरी का झांसा देकर देश के कई राज्यों में सैकड़ों लोगों को ठगा है. देहरादून लाकर उससे विस्तृत पूछताछ की जा रही है.

देहरादून में 20 लाख ठगी की शिकायतें

लोग जब इंटरनेट पर ऑनलाइन जॉब हेतु सर्च करते तो जावेद कुरैशी ने खुद को डोंगरी मुंबई निवासी लिखा हुआ था. ऑनलाइन इंट्रोडक्शन में टूर एंड ट्रैवल्स का बिजनेस इंटरनेट पर अपलोड किया हुआ था. विदेश भेजने एवं वीजा तैयार करने एवं विदेश में नौकरी लगाने के लिए इनसे प्रत्येक व्यक्ति से करीब 90 हजार रुपए मांगे थे. देहरादून में अनिल कुमार एवं उसके साथियों जावेद के कहने परउसके स्टेट बैंक एवं पंजाब नेशनल बैंक के खातों में 20 लाख रूपए जमा किए थे.

जावेद कुरैशी ने इन्हें ऑनलाइन पुलिस वेरिफि केशन सर्टिफि केट व मेडिकल सर्टिफि केट भेजें एवं ऑनलाइन वीजा भी भेजा. जब विदेश जाने की बात आई तो जावेद ने ऑनलाइन व व्हाट्सएप कॉलिंग के अलावा मोबाइल नंबर भी बंद कर लिए. पुलिस ने इनवेस्टिगेशन में सबसे पहले जावेद के तीनों मोबाइल नंबरो और बैंक अकाउंट्स की डिटेल जुटाई. अकाउंट्स व मोबाइल की डिटेल में एड्रेस धामपुर का मिला. तो मुंबई का एड्रेस फर्जी होने की आशंका के चलते तुरंत पुलिस टीम धामपुर रवाना हुई. वहां दबिश देकर जावेद कुरैशी को पकड़ा गया.

कबूतरबाज की 4 राज्यों की पुलिस को थी तलाश:

जावेद कुरेशी ने पूछताछ में बताया कि पैसों के लालच में उसने फ र्जी तरीके से कुरैशी टूर एंड ट्रैवल्स नाम की कंपनी इंटरनेट पर अपलोड की एवं अपने मोबाइल नंबर इंटरनेट पर डालें. जिसमें कई लोगों के उसको फ ोन आए. जिसको उसने फ ोन पर स्वयं विदेश में नौकरी दिलाने वाली कंपनी का एजेंट होने की बात कहकर लोगों से विदेश भेजने तथा वीजा दिलवाने के नाम पर ठगी करना प्रारंभ कर दिया. जावेद ने अपना एड्रेस मुंबई का बताया एवं कई लोगों से इस तरह की विदेश भेजने के नाम पर ठगी की. जावेद के खिलाफ मुंबई, पंजाब, आंध्र प्रदेश में भी विदेश भेजने के एवज में ठगी करने के प्रकरण विचाराधीन है. पुलिस टीम द्वारा जावेद के अकाउंट को फ ्रीज किया है. अन्य राज्यों की पुलिस से भी संपर्क किया गया है.

Posted By: Ravi Pal