लंदन की पुलिस ने 31 साल के एक व्यक्ति को अनधिकृत लेन-देन करने के आरोप में गिरफ़्तार किया है जिसकी वजह से स्विस बैंकिंग समूह यूबीएस को अनुमानत: दो अरब डॉलर का घाटा हुआ है.

क्वेकू अदोबोली नाम का ये शख़्स बैंक के यूरोपियन इक्विटीज़ डिविज़न में काम करता था और उन्हें गुरुवार की सुबह हिरासत में लिया गया। यूबीएस के इस धोखाधड़ी की जांच का एलान करने के बाद उसके शेयर में आठ फ़ीसदी की गिरावट आई है। हालांकि बैंक का कहना है कि इससे किसी भी ग्राहक के खाते को कोई नुक़सान नहीं पहुंचा है।

चिट्ठी
अपने 65,000 कर्मचारियों को लिखी चिट्ठी में यूबीएस ने चेतावनी दी है कि इस कारोबारी धोखाधड़ी की वजह से बैंक का मुनाफ़ा प्रभावित हो सकता है।

बैंक का कहना है, ''कारोबार में हुई गड़बड़ी की जांच की जा रही है लेकिन अनुमान है कि इससे कंपनी को दो अरब डॉलर का कारोबारी नुक़सान होगा। संभव है कि इससे 2011 की तीसरी तिमाही में बैंक को नुक़सान हो, लेकिन ग्राहकों के हित पूरी तरह सुरक्षित हैं और इससे बैंक की मूलभूत संरचना पर कोई असर नहीं पड़ेगा.''

फ़ाइनैंशियल टाइम्स अख़बार ने ख़बर दी है कि अदोबोली बैंक के शेयर विभाग में डायरेक्टर के पद पर काम करते थे।

अतीत में नुक़सान
2008 में यूबीएस के निवेश बैंक को ग़लत निवेश की वजह से भारी नुक़सान हुआ था और उसके बचाव के लिए स्विस सरकार को आगे आना पड़ा था।

उसके बाद बैंक अमरीकी अधिकारियों के साथ टैक्स इवेज़न यानी कर अपवंचना के एक गंभीर विवाद में फंस गया था और जुर्माने के रूप में उसे 78 करोड़ डॉलर का भुगतान करना पड़ा था।

हालांकि मौजूदा घपले के संदर्भ में यूबीएस ने ये जानकारी नहीं दी है कि बैंक के किस विभाग या किस देश में अदोबोली ऑपरेट करता था।

यूबीएस ने घपले की जांच का एलान उस दिन किया है जब स्विस संसद के निचले सदन में बड़ी कंपनियों के जोख़िम को कम करने के लिए बैंकिंग क़ानून में परिवर्तन लाए जाने पर विचार किया जाना है। पिछले महीने ही बैंक ने 3,500 नौकरियां समाप्त करने का एलान किया था।

बैंक के कुल 65,000 कर्मचारियों में से 6,000 कर्मचारी ब्रिटेन में काम करते हैं। बैंक निवेश कारोबार का बड़ा हिस्सा लंदन और न्यूयॉर्क में केंद्रित है।

Posted By: Inextlive