- सचल पालना गृह घोटाले में सीबीआई ने हाईकोर्ट में दा2िाल की दूसरी स्टेटस रिपोर्ट

- कोर्ट को अब तक हुई जांच के बारे में कराया अवगत, आगे निर्देश मिलने का इंतजार

LUCKNOW:

सीबीआई ने बहुचर्चित सचल पालना गृह घोटाले में हाईकोर्ट में दूसरी स्टेटस रिपोर्ट दा2िाल कर दी है। 2ास बात यह है कि सीबीआई ने हाईकोर्ट के सामने उन डीपीओ की कारस्तानी की पोल 2ाोली है जिन्होंने योजना को लेकर आलाधिकारियों को फर्जी सूचनाएं देकर गुमराह किया। इसी वजह से प्रमु2ा सचिव द्वारा इस मामले को लेकर हाईकोर्ट में दा2िाल किए गये हलफनामे की वजह से वि5ाग को किरकिरी का सामना करना पड़ा था। सीबीआई ने अदालत को उन 60 गवाहों के नाम 5ाी सौंपे हैं जो घोटाले का 2ाुलासा करने मे जांच एजेंसी की मदद कर रहे हैं।

रिश्वत लेकर सौंपी झूठी रिपोर्ट

सूत्रों की मानें तो स्टेटस रिपोर्ट में सीबीआई ने बलिया, हाथरस, पीली5ाीत, महोबा, मैनपुरी समेत कुछ जिलों के तत्कालीन डीपीओ की 5ाूमिका के बारे में 2ाुलासा किया है कि उन्होंने रिश्वत लेकर झूठी रिपोर्ट तैयार कर शासन को 5ोजी। सीबीआई ने जब दस्तावेजों की जांच की तो उनकी कारस्तानी का पता लग गया। सीबीआई के मुताबिक ये दस्तावेज उनके घोटाले में लिप्त होने की गवाही दे रहे हैं। अब इन डीपीओ पर सीबीआई जल्द ही अपना शिकंजा कसने की तैयारी में है। सीबीआई ने अदालत को यह 5ाी बताया है कि वह योजना में शामिल सौ से ज्यादा एनजीओ को नोटिस जारी कर चुकी है। साथ ही स5ाी डीपीओ द्वारा दिए गये बयान 5ाी अदालत को सौंप दिए गये है। अदालत को अब तक 564 पत्रावलियां एकत्र किए जाने और उनकी जांच जारी होने के बारे मे 5ाी जानकारी दी गयी है।

शिकायतकर्ता का बयान 5ाी दर्ज

सीबीआई ने अपनी स्टेटस रिपोर्ट में इस मामले की शिकायतकर्ता डॉ। रूपल अग्रवाल के बयान का 5ाी उल्ले2ा किया है। डॉ। अग्रवाल ने सीबीआई को बताया था कि जब उन्होंने इस मामले का 2ाुलासा किया तो घोटाले के मु2य साजिशकर्ता आरके सिंह ने उनको पद से हटवा दिया। सूत्रों की मानें तो सीबीआई जल्द ही आरके सिंह से 5ाी पूछताछ करने की तैयारी में है। मालूम हो कि डॉ। अग्रवाल ने उप्र समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष रहने के दौरान इस घोटाले की शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय में की थी।

फै1ट फाइल

- 1100 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ 2013-14 में

- 02 सरकारी वि5ागों समेत कई एनजीओ जांच के दायरे में

- 29 मई को हाईकोर्ट ने दिए थे सीबीआई जांच के आदेश

- 23 जून को सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच में केस दर्ज

- 280 एनजीओ ने किया था काम, अब हैं जांच के घेरे में

- 3000 सचल पालना गृह 2ाोले गये थे पूरे प्रदेश में

- 100 से ज्यादा एनजीओ संचालकों को 5ोजी जा चुकी है नोटिस

- 60 गवाहों के बयान सीबीआई अब तक कर चुकी है दर्ज

- 564 फाइलें अब तक सीबीआई ले चुकी है अपने क4जे में

Posted By: Inextlive