देहरादून.

फर्जी जीओ की कॉपी देखकर बीएलओ उस पर भरोसा कर बैठे और जिला सहायक निर्वाचन अधिकारी से भिड़ गये. इस कॉपी के अनुसार बीएलओ को चुनाव ड्यूटी के लिए सात सौ रुपये मानदेय मिलना था. इस कॉपी को लेकर बीएलओ जिला सहायक निर्वाचन कार्यालय पहुंचे और बोले कि चुनाव की ड्यूटी का एक्स्ट्रा प्रेशर देने के बावजूद उन्हें ये पैसा अब तक नहीं दिया गया है.

--

बाल्टी से गद्दे तक की जिम्मेदारी

मंडे को आंगनबाड़ी कार्यकत्री कर्मचारी सेविका यूनियन के कर्मचारी कलेक्ट्रेट परिसर स्थित जिला सहायक निर्वाचन अधिकारी पीएस रावत के कक्ष में पहुंचे. यूनियन की जिलाध्यक्ष ज्योतिका पांडे ने कहा कि पोलिंग पार्टियों के लिए सुबह बाल्टी से लेकर शाम को गद्दे तक का इंतजाम हमें करना होता है. साथ ही पार्टियां सही तरीके से बात भी नहीं करती हैं. इसके बावजूद हमें अलग से इसका मानदेय नहीं दिया जाता है.

--

पर्चियां भी पूरी नहीं दी

प्रांतीय कोषाध्यक्ष लक्ष्मी पंत ने कहा कि इस बार बीएलओ को वोटर पर्चियां भी पूरी नहीं दी गई. ऐसे में राजनैतिक दलों के साथ लड़ाईयां हो गई. यही नहीं हमें तो रोज का किराया तक नहीं दिया जाता है. कहा कि वायरल मैसेज के अनुसार हमें सात सौ रुपये मानदेय के दिए जाएं. हालांकि पीएस रावत ने समझाया कि ये फर्जी मैसेज वायरल हुआ है, ऐसा कुछ भी नहीं है. इस पर बीएलओ शांत हो गए. मुलाकात करने वालों में ज्योति,रेखा रावत, नीलम आदि शामिल थे.

Posted By: Ravi Pal