- सिटी के गली-मोहल्लों में चल रहा चंदा वसूली का खेल

- दुर्गा पूजा समितियों के नाम पर लोगों से पैसे वसूल रहीं फर्जी टोलियां

केस 1

रुस्तमपुर के रहने वाले वेद प्रकाश दुबे बताते हैं कि उनके मोहल्ले में पहले जहां तीन पंडाल लगाए जाते थे, इस बार एक पंडाल और बढ़ गया है। लेकिन चंदा मांगने वाले युवकों की टोली पंडाल से ज्यादा ही हो गई है। जिसे पिछले कई साल से चंदा दिया जाता रहा है, उसके बाद नए-नए युवकों के झुंड सुबह-सुबह चंदा मांगने आते हैं लेकिन 21 या 51 देने पर वह मना भी कर देते हैं। कम से कम 101 रुपए की डिमांड करते हैं।

केस 2

राप्ती नगर स्थित आम बाजार की रहने वाली आशा बताती हैं कि सुबह से लगाए शाम तक विभिन्न समितियों के युवक पर्चा लिए चंदा वसूली करने आते हैं। लेकिन कुछ ऐसे युवक हैं जिनके गु्रप के पास न तो कोई रसीद है और न ही कोई पर्ची। ऐसे में चंदा देने से पहले किसी प्रकार का सवाल करने पर वे सीधे मुंह बात नहीं करते।

केस 3

सर्वोदय नगर के रहने वाले सतीश बताते हैं कि उनके मोहल्ले के नजदीक दुर्गा मंदिर है। जहां हर साल दुर्गा पंडाल लगाया जाता है। वे श्रद्धा पूर्वक चंदा भी देते हैं, इस बार भी दिए हैं, लेकिन कुछ ऐसे युवक हैं जो दूसरे मोहल्ले के हैं और जबरदस्ती चंदा वसूल रहे हैं। जबकि उनके पास कोई रसीद या पर्ची भी नहीं है। ऐसे में 11 या 21 रुपए देने पर वे चंदा लेने से मना भी कर देते हैं।

GORAKHPUR: हैलो आंटी, चंदा चाहिए, दुर्गा पंडाल लगा है। लेकिन जहां तुम बता रहे हो वहां के लिए तो चंदा दे दिया है। हम लोग बगल वाले मोहल्ले से आए हैं। ये बातें इन दिनों शहर के गली-मोहल्लों में घर-घर के गेट पर हो रही हैं। दुर्गा पूजा समितियों के नाम पर युवकों के कई फर्जी गुट भी लोगों के दरवाजे चंदा मांगने जुट रहे हैं। मना करने पर गृहणियों स बदतमीजी पर भी उतारू हो जा रहे हैं। इन लोगों के पास चंदे की रसीद तक नहीं होती। शहर के तमाम मोहल्लों के लोग दुर्गा पूजा के नाम पर चंदा वसूली के इस खेल से परेशान हैं।

आखिर कितनी बार दें चंदा?

बेतियाहाता की रहने वाली गरिमा शाही भी ऐसे लोगों से परेशान हैं। गरिमा बताती हैं कि दुर्गा पूजा के नाम पर इतना चंदा मांगा जा रहा है कि वे परेशान हो गई हैं। बीत कुछ दिनों से युवकों के कई गुट चंदा मांगने उनके घर पहुंच चुके हैं। मना करने पर बहस करने लगते हैं। जबकि कुछ दिन पहले डीएम के विजयेंद्र पांडियन ने मीटिंग के दौरान सभी एसडीएम को इस बात के लिए निर्देशित किया था कि वे अपने-अपने इलाके में चंदा मांगने वालों पर लगाम लगाएं। शिकायत आने पर तत्काल कार्रवाई करें। वहीं जो रजिस्टर्ड समितियां हैं उनके साथ प्रॉपर बैठक करके तथाकथित समितियों के खिलाफ कार्रवाई करें। बावजूद इसके ये लोग खुलेआम चंदा वसूली के नाम पर मनमानी कर रहे हैं।

बॉक्स

सिटी में 2509 दुर्गा पंडाल

बता दें, जिले भर में जहां पांच हजार से ऊपर दुर्गा पंडाल लगाए गए हैं। वहीं सिटी में 2509 दुर्गा पंडाल सजे हैं। इन पंडालों में सुरक्षा के दृष्टिकोण से प्रशासन की तरफ से गाइडलाइन जारी किए गए हैं। वहीं चंदा मांगने वालों पर निगरानी रखते हुए सख्त कार्रवाई का डीएम ने निर्देश भी जारी किया है। दुर्गा समितियों की तरफ से मांगे जाने वाले चंदा के रूप में जहां पब्लिक से 21, 51, 101, 501 रुपए तक चंदा लिया जा रहा है। वहीं दुर्गा पंडाल को भव्य करने के नाम पर दूसरी समितियां भी मोहल्ले में चंदा मांगने से पीछे नहीं हट रही हैं। जबकि मोहल्ले में लगाए गए पंडाल में दुर्गा पूजा के लिए हर साल मोहल्ले के लोग चंदा देते आ रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी तथाकथित समितियां भी लोगों से चंदा वसूलने का काम कर रही हैं। बेवजह चंदा वसूली को लेकर आए दिन युवकों के झुंड से घरों की महिलाओं से बहस का सिलसिला जारी है।

वर्जन

जबरदस्ती चंदा वसूलने वालों के खिलाफ सख्ती से निपटने के लिए पहले ही निर्देशित किया जा चुका है। इसके अलावा अगर कोई चंदा मांगने वाले से परेशान हैं तो वह सीधे पुलिस के पास शिकायत दर्ज करा सकता है।

- के विजयेंद्र पांडियन, डीएम

Posted By: Inextlive