RANCHI : राज्य सरकार ने तीन साल पहले ही झारखंड में महिलाओं को मुफ्त में ड्राइविंग लाइसेंस बनाने का फैसला किया था। 2015-16 के बजट में इसकी घोषणा की गई थी। इसके बाद परिवहन विभाग द्वारा इससे संबंधित प्रस्ताव को कैबिनेट की भी हरी झंडी मिल गई। इतना ही नहीं, इसके लिये होर्डिग और एलईडी वैन के माध्यम से जमकर प्रचार प्रसार भी किया गया। लेकिन हकीकत में महिलाएं मुफ्त में ड्राइविंग लाइसेंस बनाने की योजना से वंचित हैं। दरअसल परिवहन विभाग की ओर से आज तक इस बाबत कोई भी निर्देश जारी नहीं किया गया है, जिस वजह से महिलाओं को ड्राइविंग लाइसेंस फ्री में नहीं मिल पा रहा है।

विभाग भी कन्फ्यूज

इस मामले में विभागीय स्तर पर जब पदाधिकारियों से बात की गई तो वो भी अपनी गेंद दूसरे की पाली में फेंकते नजर आए। मतलब साफ है कि महिलाओं को फ्री ड्राइविंग लाइसेंस देने के मामले में सरकार की घोषणा पूरी तरह से हवा-हवाई साबित हुई है। इसे लेकर विभाग के अंदर किसी भी प्रकार की गतिविधि नहीं है। कनीय अधिकारियों का कहना है कि चूंकि ड्राइविंग शुल्क का मामला केन्द्रीय परिवहन अधिनियम से जुड़ा हुआ है, इसलिये इसे माफ करने में अड़चनें हैं।

ड्राइविंग लाइसेंस का ये है शुल्क

दो चक्का या चार चक्का वाहन के लर्निग लाइसेंस के लिये तीन सौ रूपये का शुल्क लगता है। दो चक्का और चार चक्का दोनों वाहनों के लिये एक मुश्त लर्निग शुल्क 500 रूपये है। इसके अलावा दो चक्का या चार चक्का वाहन के स्थायी ड्राईविंग लाइसेंस के लिये 700 रूपये और दोनों तरह के वाहनों के स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस के लिये एक मुश्त 1000 रूपये शुल्क लगता है।

Posted By: Inextlive