-सूबे में किशोरी की सुरक्षा को लेकर प्रदेश सरकार अलर्ट

-किशोरी सुरक्षा योजना के तहत किशोरियों को मिलेंगे फ्री 'सेनेटरी नैपकिन्स'

- मुख्य सचिव ने डीएम, बीएसए और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए निर्देश

आई इम्पैक्ट

Meerut : शासन ने किशोरी सुरक्षा योजना के तहत सभी सरकारी व परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाली बालिकाओं को जागरुक करने का फैसला लिया है। इसके लिए स्कूलों में पढ़ने वाली बालिकाओं को संबंधित जानकारी व सेनेटरी नैपकिन्स फ्री बांटने का भी निर्देश दिया है। योजना के तहत किशोरियों के स्वास्थ्य के बारे में व उनमें होने वाले शारीरिक बदलाव के बारें में जानकारी देनी होगी। ताकि बालिकाओं में उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता आए।

दी जाएगी छात्राओं को नॉलेज

यूपी सरकार ने बालिकाओं के लिए क्लास छह से इंटर तक नॉलेज देने व उनके स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए एक जागरुकता अभियान चलाने की प्लानिंग बनाई है। इसके अनुसार किशोरी सुरक्षा योजना के तहत बालिकाओं को स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित व व्यक्तिगत साफ-सफाई को ध्यान में रखने के लिए परिषदीय, कस्तूरबा गांधी व सरकारी विद्यालयों में बालिकाओं को जानकारी दी जाएगी। बालिकाओं के उनकी बढ़ती उम्र के साथ ही आने वाले शारीरिक बदलाव के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही आने वाली समस्याओं के बारे में भी उनको क्या सावधानियां बरतनी चाहिए, समझाया जाएगा। इसके साथ ही स्कूलों में विभिन्न एक्सपर्ट डॉक्टर्स व टीचर्स द्वारा उनमें हार्मोन के बदलाव के कारण शारीरिक एवं मानसिक स्तर पर पॉजीटिव व नेगेटिव असर के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।

दी जाएगी बालिकाओं को सुरक्षा

शासन के अनुसार 30 प्रतिशत से अधिक बालिकाएं इस बारे में जागरुकता की कमी होने के कारण व खर्च का पैसा न होने के कारण व बार-बार कपड़ों का रीयूज करती हैं। इसलिए अब कक्षा छह से इंटर तक की बालिकाओं को स्कूलों में सेनेटरी नैपकिन फ्री में बाटने के लिए कहा गया है, जिसके लिए सरकार ने यह लिखा है कि इसके खर्च के लिए स्वास्थ्य निदेशालय को बजट भी दिया जाएगा। हालांकि इसे बांटने की पूरी जिम्मेदारी सीएमओ को ही सौंपी है। सीएमओ से बीएसए विभाग को नैपकिन्स दिए जाएंगे।

हर स्कूल में होगी नोडल अधिकारी

शासन के अनुसार हर स्कूल में एक नोडल अध्यापिका को चयनित भी किया जाएगा। ब्लॉक रिसोर्स पर प्रत्येक स्कूल से नामित एक नोडल अध्यापिका या स्कूलों की परफेक्ट ग‌र्ल्स इस संबंध में ट्रेनिंग भी लेंगी। ताकि वो समय-समय पर इस संबंध में बालिकाओं को जागरुक कर सकें। इसके साथ ही स्कूलों में शौचालयों की साफ-सफाई व हाथ धोने व पानी व साबुन की पूर्ण व्यवस्था के बारे में भी जागरुक किया जाएगा। वितरित किए गए समान का पूरा रिकार्ड भी रखना होगा।

योजना से संबंधित बजट के बारे में अभी कुछ जानकारी नहीं है, बजट आते ही जल्द ही इस संबंध में प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

मोहम्मद इकबाल, बीएसए

आई नेक्स्ट ने उठाया था मुद्दा

जानकारी में डाल दें कि आई नेक्स्ट ने कुछ दिन पहले ही महिलाओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा का मुद्दा बड़ी ही प्रमुखता के साथ उठाया था। खबर में इस बात का भी जिक्र किया गया था कि किस तरह से महिलाएं सेनेटरी नैपकिन्स का मोटा खर्च नहीं उठा पाती हैं और लगातार महिलाओं पर संक्रमण का खतरा बन रहा है, जिसको संज्ञान में लेते हुए अब शासन ने किशोरी सुरक्षा योजना शुरु करने का फैसला लिया है।

Posted By: Inextlive