PATNA : सहदेई बुजुर्ग में हुए रेल हादसे के बाद दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने रेलवे की लापरवाही को उजागर करते हुए बताया था कि सीमेंट की स्लीपर के बीच रेलवे ने जुगाड़ के तौर पर लकड़ी का एक गुटका लगाया था और इसकी कारण ये हादसा हुआ। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की खबर पर अब एफएसएल की टीम ने भी मुहर लगाई है। एफएसएल ने जो खुफिया रिपोर्ट रेलवे को सौंपी है वो डीजे आई नेक्स्ट के पास भी है। एफएसएल ने रिपोर्ट में बताया है कि सीएमएस क्रॉसिंग बॉडी के नीचे पहले से ही क्रेक था। इसके बाद स्पीड में जब सीमांचल एक्सप्रेस वहां से गुजरी तो स्लीपर नंबर 73 और 74 के बीच लगे 99 सेंटीमीटर लकड़ी का गुटका क्षतिग्रस्त हो गया। इसके कारण ट्रेन का पहिया पटरी से उतर गया और एक के बाद एक बोगियां पटरी से उतरती चली गईं। एफएसएल की रिपोर्ट मिलने के बाद भी रेलवे ने अभी तक इस मामले में जिम्मेदारों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। इस कारण रेलवे की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान खड़ा हो रहा है।

दाएं पहिया हुआ था बेपटरी

एफएसएल ने जो रिपोर्ट सौंपी है उसमें बताया गया है कि सीमांचल एक्सप्रेस जब सीएमएस क्रॉसिंग बॉडी से गुजरी तो वहीं पास में ही राइट साइड में डिब्बे का पहला पहिया पटरी से उतर गया। इसके बाद दूसरी पटरी यानी लेफ्ट साइड का पहिया बेपटरी हुआ। इस कारण भीषण रेल हादसा हुआ था।


पटरी पर 3 जगह टूटी मिली

एफएसएल की रिपोर्ट के आधार पर अधिकारियों का मानना है कि रेल पटरी पर तीन जगह टीम को क्रेक मिला। पहला क्रेक सीएमएस क्रॉसिंग बॉडी के पास मिला। वहीं, आगे दो स्थानों पर क्रेक पाया गया। साथ ही हादसे के बाद रेल पटरी के स्लीपर को लॉक करने वाला लॉक पिन भी खुला मिला।


रेलवे और एफएसल की रिपोर्ट में समानता

घटना के बाद रेलवे और एफएसएल की टीम ने अपने-अपने स्तर पर इस मामले में जांच की। हालांकि, बाद में रेलवे की ओर से रेल संरक्षा आयुक्त मोहम्मद लतीफ घटना की जांच कर रहे हैं। घटना के दूसरे दिन रेलवे ने जो रिपोर्ट जारी की थी उसमें और एफएसएल की रिपोर्ट में काफी हद तक समानता है। रेलवे ने भी लकड़ी के गुटके को क्षतिग्रस्त होना बताया था। वहीं, एफएसएल टीम ने भी उसी गुटके को क्षतिग्रस्त होना बताया है।

 

ये चला रहे थे सीमांचल एक्सप्रेस

लोको पायलट: एके गुप्ता

असिस्टेंट लोको पायलट : एसके सिंह

गार्ड : एके सिन्हा

Posted By: Inextlive