खाद्य सुरक्षा नियामक एफएसएसएआई ने एक अनोखी योजना 'प्रोजेक्‍ट धूप' लांच की है। यह योजना के तहत स्‍कूलों को अपनी सुबह की प्रार्थना सभा दोपहर करने को प्रोत्‍साहित करना है ताकि बच्‍चों को प्राकृतिक रूप से सूर्य की रो‍शनी में विटामिन डी मिल सके। एफएसएसएआई ने 'प्रोजेक्‍ट धूप' के तहत स्‍कूलों को उनकी मॉर्निंग असेंबली सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे के बीच शिफ्ट करने की राय दी है।


90 फीसदी बच्चों में विटामिन डी की कमीनई दिल्ली (प्रेट्र)। देश के विभिन्न शहरों में कराए एक अध्ययन से यह बात सामने आई है कि 90 फीसदी लड़के और लड़कियों में विटामिन की कमी थी। ऐसा मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। जबकि देश के करीब-करीब हर हिस्से में विटामिन डी का प्राकृतिक स्रोत के रूप में सूर्य की रोशनी सालों भर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहती है। 'प्रोजेक्ट धूप' फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एफएसएसएआई) ने नेशनल कौंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी), नई दिल्ली म्यूनिसिपल कौंसिल (एनएमडीसी) और नॉर्थ एमसीडी स्कूलों के साथ मिलकर लांच किया है।विटामिन डी की कमी दूर करने में कारगर


एफएसएसएआई के सीईओ पवन अग्रवाल ने कहा  कि सूर्य की रोशनी में प्राकृतिक रूप से बच्चों में विटामिन डी की कमी दूर करने के लिए 'प्रोजेक्ट धूप' के तहत स्कूलों में दोपहर में प्रार्थना सभा एक अनोखी और कारगर उपाय है। साथ ही बच्चों में इस विटामिन की कमी दूध और खाद्य तेलों को आहार में शामिल करने से विटामिन ए के साथ-साथ डी भी प्रचुर मात्रा में मिलता है। यह प्रोजेक्ट वर्ल्ड हेल्थ डे के मौके पर लांच किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आहार में बदलाव करके अपने रोजमर्रा के भोजन में इन चीजों को नियमित तौर पर शामिल करके हम अपने शरीर में पोषक तत्वों की कमी को दूर कर सकते हैं। भोजन के ये विकल्प सामान्य और बहुत खर्चीले भी नहीं हैं। दूध और खाद्य तेल देश भर में हर जगह आसानी से उपलब्ध हैं।दोपहर की असेंबली को ले रहे गंभीरता सेइस मौके पर मौजूद एनसीईआरटी, एनएमडीसी, नॉर्थ एमसीडी स्कूलों और स्कूलों के अधिकृत प्रतिनिधियों ने कहा कि वे सब दोपहर में प्रार्थना सभा के आयोजन को मौके को गंभीरता से ले रहे हैं। हम चाहेंगे कि दोपहर की धूप में सूर्य की प्राकृतिक रोशनी का बच्चों को लाभ मिले। उन्होंने एक वक्तव्य में कहा कि स्कूलों से अपील है कि वे अपनी मॉर्निंग असेंबली को दोपहर में शिफ्ट कर लें। ताकि यह छोटा सा बदलाव बच्चों को स्वस्थ वयस्क के रूप में बड़े होने में मददगार साबित हो सके। एफएसएसएआई चेयरमैन आशीष बहुगुणा ने कहा कि सूर्य की रोशनी में रहने और विटामिन डी के बारे में देश भर में लोगों को जागरू किया जाएगा।इन चीजों से हो रही है विटामिन डी की कमी

शरीर में विटामिन डी की कमी के कई कारण हैं। बहुत कम लोग जानते होंगे कि सन स्क्रीन के ज्यादा प्रयोग करने से भी शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है। इसके अलावा पूरे कपड़ों से शरीर की त्वचा को हमेशा ढके रहने से भी विटामिन डी की कमी हो जाती है। साथ ही दिन भर एसी वाले बंद कमरों में काम करने से भी शरीर में विटामिन डी की बहुतायत में कमी हो जाती है। शरीर में विटामिन डी की कमी दूर करने के लिए हमें सूर्य की रोशनी में निकलना चाहिए और धूप में कुछ समय जरूर बिताना चाहिए।

Posted By: Satyendra Kumar Singh