Friendship Day activity की malls में रही धूम लोगों नें बढ़चढ़ कर किया participateदोस्त की खूबी बताने के लिए कहा मेरा दोस्त gay नहीं है


जितनी धूम ईद और दीवाली की होती है उससे कम नहीं थी फ्रेंडशिप डे की धूम। 'आईनेक्स्ट यारी दा टशनÓ एक्टीविटी में क्या युवा क्या बुजुर्ग सभी ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। किसी ने अपने यार की पोल खोल दी तो किसी ने अपने दोस्त की खिंचाई की।


मैक एनीमेशन सेंटर, आईनॉक्स और वेव मॉल में लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा था। एंकर के सवालों का जवाब और इनाम के साथ मुन्ना सर्किट स्टाइल में फोटो। आईनेक्स्ट की टीम जब मैक सेंटर पहुंची तो स्टूडेंट्स का सेलीब्रेशन चालू था। जलेबी बाई, कैरेक्टर ढीला और पार्टी अभी बाकी है जैसे सांग्स पर स्टूडेंट थिरक रहे थे। टीम एंकर ने मैक से महीब, बेबाश, मोनिशा, श्रुति, ज्योति, शक्ति, प्रशांत, अमीर अब्बास और सर्वेश को सलेक्ट किया। इसमें प्रशांत, अमीर अब्बास और सर्वेश ने थ्री इडियट तोहफा पेश किया तो प्रशांत और अनिल ने स्टाइल मूवी का सलाम। अनिल से जब अपने दोस्त प्रशांत के बारे में एक सच बात बताने के लिए कही तो अनिल ने यह कह कर चौका दिया कि प्रशांत गे नहीं है। An unforgettable day

महीब और बेबाश की दोस्ती मैक आने से पहले की है। महीब के मुताबिक बेबाश और उसके इंटरमीडिएट एग्जाम में माकर््स कम आये थे। इस पर दोनों को घर से निकाल दिया गया था। वह दिन उन लोगों ने एक साथ बिताया। वह उस दिन को शायद ही कभी भूल पाएं। मोनिशा और श्रुति की मुलाकात मैक में हुई और दोनों एक दूसरे के ऐसे फ्रेंड बन चुके हैं कि अब एक दूसरे के बिना रहना मुश्किल है। सभी लोगों को आईनेक्स्ट की ओर से कॉम्प्लीमेंट्री गिफ्ट और विजेताओं को मेगा गिफ्ट प्रदान किये गये। खूब enjoy कियाआईनॉक्स के जीएम आकाश खत्री ने टीम का वेलकम किया और शुरू हो गई एक्टीविटी। जो लोग भी मॉल आ रहे थे वह मुन्ना सर्किट स्टाइल में फोटो जरूर खिंचाना चाहते थे। यहां एंकर विष्णु ने ऐसा समा बांधा कि लोगों ने खूब इंज्वाय किया। एक्टीविटी में पार्टीसिपेट करती हुई निहारिका, राजश्री, अशमिता मिश्रा, और संध्या तिवारी ने कहा कि इससे पहले इतना मजा कभी नहीं आया। यहां विजेताओं को गिफ्ट आईनॉक्स के जीएम आकाश खत्री ने दिये। फन मॉल फन मॉल पहुंचते पहुंचते शाम हो चुकी थी। यहां पहले से ही लोगों का हुजूम टीम का इंतजार कर रहा था। फन मॉल में कमलेश, गुड्डू, फरहान समेत बहुत से लोगों ने हिस्सा लिया और इनाम जीते. 

दोस्ती के किस्से हैं  interesting


दोस्ती टशन है, दोस्त जिदंगी है, यारी बोले तो फुल टूस मस्ती, एकदम बिंदास। जी हां, कुछ ऐसा ही सोचना है हमारे यंगस्टर्स का। भले टाइम चेंज हो चुका हो लेकिन अभी भी दोस्ती के मायने नहीं बदले हैं। भले ही दोस्ती के स्टाइल में चेंज आ गया हो। आई नेक्स्ट के यारी का टशन में कुछ ऐसे दोस्त सामने आए जिनकी दोस्ती के किस्से काफी इंट्रेस्टिंग हैं। कुछ ऐसे भी दोस्त आए जिन्होंने नर्सरी से ग्रेजुएशन तक का सफर एक साथ तय किया और हमेशा साथ रहने की कसम खाई।
आई नेक्स्ट यारी दा टशन एक्टिविटी सबसे पहले सरदार पटेल डेंटल कॉलेज में हुई। यहां दोस्तों की कोई कमी नहीं थी। भले ही दोस्ती के लिए सबने अलग अलग शब्दों का इस्तेमाल किया हो लेकिन सबका मतलब एक ही था। दोस्त वही जो समय पर काम आए। कुछ ऐसे ही दोस्त हैं लव और शिवा। इनकी मुलाकात तीन साल पहले हुई। ये इतने अच्छे दोस्त हैं कि जहां भी जाते हैं, साथ-साथ जाते हैं। शिवा बताते हैं कि मेरी मदर की तबीयत खराब हुई थी। यह बात मैने लव को बताई। उसने कुछ ही देर में 12 यूनिट ब्लड की व्यवस्था कर दी। वहीं लव का कहना है कि मै जब बीमार था तो यह अपनी पढ़ाई छोड़ कर मुझको दिल्ली तक छोडऩे गया था।पोल मत खोल भाईआई नेक्स्ट एक्टिविटी को होस्ट कर रहे थे एंकर विष्णु। वह अपनी बातों के तिलिस्म में इस तरह से दोस्तों को फंसा रहे थे कि बातों-बातों में ही दोस्त एक दूसरे की पोल खोले दे रहे थे। सरदार पटेल डेंटल कॉलेज के शलभ और पुनीत को ही ले लें। पुनीत बताते हैं कि शलभ ने उससे वादा किया था कि वह बहुत कम ड्रिंक करेगा। मगर जब वह टकीला पीने बैठता है तो रुकता ही नहीं। उसको उठाना पड़ता है। वही शलभ बताते हैं कि हॉस्टल में आने के बाद इसने कहा था कि यह सिर्फ दिन में एक सिगरेट पीता है लेकिन अब खाली पैकेट्स जमा हो रहे हैं। संजय और सुमित की दोस्ती भी तीन साल पुरानी है। दोनों ने एक साथ एडमिशन लिया और अब जिदंगी भर दोस्ती निभाने की कसम खाई है।दोस्त के लिए सालसा
ना तू समझा, ना मैनें जाना तूने क्या कह दिया है सैनोरिटा जी हां, इस गाने पर मिलेनियम स्कूल में पढऩे वाली अंकिता ने अपनी दोस्त तरुश्री के लिए डांस किया। अंकिता बताती है कि हमारी दोस्ती दो साल में ही इतनी गहरी हो गई है कि तरुश्री के बिना स्कूल में दिल नहीं लगता। तरुश्री से फुटबाल ग्राउंड में पहली मुलाकात हुई। फिर धीरे धीरे दोस्ती बढ़ती गई अब हम लोग एक ही सीट पर बैठते है। वह फ्यूचर में तरू के लिए एक सरप्राइज पार्टी अरेंज करना चाहती है। वही तरू भी अपनी दोस्त को कुछ स्पेशल गिफ्ट देना चाहती है। मिलेनियम स्कूल की ही शौर्या और शताक्षी की दोस्ती निराली है। दोनों एक साथ घूमती हैं, क्लास में बैठती हैं। दोनों की राइटिंग भीसिमिलर है। इसलिए दोनों एक दूसरे का होमवर्क भी करती हैं। शौर्या का कहना है कि शताक्षी से उसकी लड़ाई भी होती है लेकिन फिर दोस्ती हो जाती है। गौरी और वरदा की दोस्ती भी काफी पुरानी है। दोनों एक दूसरे से अपने सारे सीक्रेट शेयर करते हैं। अगर गौरी थोड़ी देर भी किसी और दोस्त से बात कर लेती है तो वरदा को नागवार गुजरता है। लेकिन फिर दोस्ती हो जाती है।15 साल का साथये दोस्ती हम नहीं छोड़ेंगे जी हां नेशनल पीजी कॉलेज में पढऩे वाली ज्योति और मोनिशा की दोस्ती का सफर 15 साल पुराना है। नर्सरी से शुरु हुई इनकी दोस्ती कॉलेज के कैंपस में पहुंच चुकी है। दोनों की खट्टी मीठी यादों और दोस्ती की भावना के एक्सप्रेशन ने इनको एक्टिविटी का विनर बना दिया। मोनिशा बताती हैं कि हम दोनों में साल में दो तीन बार लड़ाई भी होती है लेकिन हमारी दोस्ती लाइफटाइम है जिसका रिचार्ज कभी खत्म नहीं होगा। ओए सर्किट, इधर केमिकल लोचा हैनेशनल पीजी कॉलेज के दोस्तों की यारी का टशन पूरे कैंपस की जान है। जी हां, यहां कॉलेज के मुन्ना भाई और सर्किट निशांत और दिव्यांकर हैं। अपने दोस्त की खुशी के लिए निशांत कभी सनी के डायलॉग बोलने लगते हैं तो कभी बाबा रामदेव की आवाज से उसको अट्रैक्ट करते हैं। तो कभी दिमाग में केमिकल लोचा की कहानी सुनाने लगते हैं। निशांत का कहना है कि वह दोनों ज्यादातर टाइम साथ में गुजारते हैं। वही कृतिका और आयुषी की फ्रेंडशिप के चर्चे भी पूरे कॉलेज में हैं। एक दोस्त की बर्थडे पर दोनों की मुलाकात हुई थी जो अब एक गहरी दोस्ती में बदल चुकी है। दोनों साथ-साथ ही कॉलेज आती हैं और साथ ही रहती हैं। मुस्कराना ही खुशी नहीं होतीउम्र बिताना ही जि़ंदगी नहीं होतीखुद से भी ज़्यादा खय़ाल रखना पड़ता है दोस्तों का क्योकि दोस्त कहना ही दोस्ती नहीं होती

Posted By: Inextlive