Patna: शौक कोई भी हो लोग अपने लिए ही 'पालता' है. वो फिर पप्पी हो या विंटेज कार. कुछ लोगों को 'ये उन दिनों की बात है' कहने में मजा आता है और शायद यही कारण है कि महंगी से महंगी और 'आदिम जमाने' की कार को भी ऐसे संभाल कर रखते हैं जैसे कोई नई-नवेली दुल्हन हो.


सबके सामने अपने 'प्यार' का 'इजहार' अपने शहर में भी ऐसे शौकीनों की कम नहीं है। संडे को बांकीपुर क्लब में कुछ ऐसे ही कार लवर्स ने सबके सामने अपने 'प्यार' का 'इजहार' किया। हालांकि विंटेज एंड क्लासिक कार एग्जीबिशन में कुल 7 कारें ही पहुंच सकीं, पर इन 'आलीशान' कारों के प्रति लोगों में एक्साइटमेंट देखते बन रहा था। बिहार मोटर स्पोट्र्स क्लब ने लगातार दूसरी बार यह शो आर्गनाइज किया था। मैं 70 साल का, मेरी कार 71 साल की
1934 मॉडल ऑस्टिन सेवन रूबी के ओनर अजॉय कुमार मित्रा ने बताया कि विंटेज कारों के प्रति अपने जबरदस्त क्रेज के कारण ही उन्होंने इसे खरीदा। उनका कहना है कि अक्सर वे इस कार से फैमिली के साथ शहर में ही आउटिंग के लिए जाते हैं और मौर्यलोक के शॉपकीपर्स तो उन्हें इस कार की वजह से ही पहचानते हैं। उनके पास हिलमैन स्पोट्र्स कार भी है, जिसे नेक्स्ट ईयर शो में डिस्प्ले करने की तैयारी कर रहे हैं। 1942 की सैमसोन फोर्ड जीप और 1931 के बेबी ऑस्टिन को अपना प्राउड पौजेशन मानने वाले रिटायर्ड आईपीएस केबी सिंह कहते हैं कि अपनी प्यारी कार को मेंंटेन करने के लिए उन्होंने खुद मैकेनिक बनना भी मंजूर किया है, क्योंकि अगर कार में कोई खराबी हो, तो बाहर के मैकेनिक्स पाट्र्स ही बदल देते हैं, जिससे कार की ओरिजिनलिटी खत्म हो जाती है। केबी सिंह बड़े गर्व से कहते हैं कि वे 70 साल के हैं और उनकी जीप सिर्फ उनसे 1 साल सीनियर है। कई जेनरेशन से कर रहे क्लेक्शन 1958 की बनी इटालियन फिएट मिनीसेंटो के ओनर अतुल सिंह बताते हैं कि उनकी फैमिली में कई जेनरेशन से कार और एरोप्लेन के प्रति गजब की दीवानगी रही है। यह कार उनके ग्रैंड फादर ने खरीदी थी। उनका कहना है कि विंटेज एंड क्लासिक कारों को मेंटेंन करने में काफी प्रॉब्लम आती है क्योंकि इनके ओरिजनल कंपोनेंट नहीं मिलते। इसके लिए मैं अब्रॉड के स्पेशलाइज्ड प्रोफेशनल को कांटैक्ट करता हूं, जो ओरिजनल की तरह कंपोनेंट फेब्रिकेट करके दे देते हैं। मेरे पास मोरिस माइनर भी जो अंडर रेस्टॉरेशन है, पर उसे नेक्स्ट ईयर इस शो में जरूर लाऊंगा। बिहार मोटर क्लब के सेक्रेटरी रंजीत के दास ने बताया कि रजिस्ट्रेशन के बावजूद दो विंटेज कार ओनर एक्सीडेंट होने के कारण नहीं आ पाए। शो में विंटेज और क्लासिक कार दोनों ही कैटेगरी में अवार्ड दिए गए। Winners in Vintage car showBaby Austin 1931 Rita Singh - First


Austin 7 Ruby Hardlop 1934 Ajoy kr। Mitra- SecondWolsely Hornet  1935 Ashok Kumar Sinha - Third Winners in Classic car showFord Jeep 1942 KB Singh- FirstChevrolet 1949 Ashok Kumar Sinha- SecondFiat Millicento 1958 Atul Singh - Third

Posted By: Inextlive