GORAKHPUR:

दवा मंडी भालोटिया में प्रवेश के लिए गंदे पानी से हो कर गुजरने की मजबूरी से निजात पाने के लिए दूसरे दिन भी दवा व्यापारियों को अपना जोर दिखाना पड़ा। मंगलवार तक दवा व्यापारी जहां प्रशासन व नगर निगम के खिलाफ आक्रोश जता रहे थे। वहीं बुधवार को व्यापारी श्रीप्रकाश भालोटिया के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया।

पानी हो जाता था इकट्ठा

गौरतलब है कि मंगलवार को जब दवा व्यापारियों ने दुकानें बंद करा कर टाउनहाल पर सड़क जाम कर दिया था तो नगर निगम के अधिकारियों ने आनन-फानन में काम कराना शुरू किया था। दवा मंडी के प्रवेश द्वार पर गड्ढे में बदल चुकी सड़क को ऊंचा कराया। सीवर चैम्बर से निकल कर गंदा पानी इसी गड्ढे में इकट्ठा होता था। सीवर चैम्बर को ऊंचा करने का कार्य बुधवार को शुरू किया गया। साथ ही उसे मेन सीवर लाइन से भी जोड़ने के लिए निर्माण कराया जा रहा था। इसी बीच व्यापारी श्रीप्रकाश भालोटिया ने विरोध करते हुए मजदूरों को भगा दिया। इसके बाद निर्माण कार्य बंद हो गया।

भलोटिया के खिलाफ खोला मोर्चा

इसकी सूचना जब केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट फेडरेशन के अध्यक्ष संजय उपाध्याय व महामंत्री दिलीप सिंह को हुई तो वे अपने कार्यकारिणी के पदाधिकारियों और अन्य दुकानदारों के साथ मौके पर पहुंचे तथा निर्माण का विरोध कर रहे भालोटिया के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। कुछ व्यापारी ज्यादा ही आक्रोशित हो गए। विरोध करने वाले व्यापारी भालोटिया के पक्ष में कोई भी व्यापारी नहीं दिखा। मामले को तूल पकड़ता देख निर्माण कार्य का विरोध कर रहे व्यापारी भालोटिया मौके से चले गए। इसके बाद दोबारा निर्माण कार्य शुरू हुआ। इस दौरान सोमेश चतुर्वेदी, अरुण बंका, संजय गुप्ता, छोटे लाल गुप्ता, नरेंद्र त्रिपाठी, कृष्ण गोपाल उपाध्याय, सुजीत गुप्ता, सतीश अग्रहरी आदि ने निर्माण कार्य को रोके जाने का विरोध करते हुए कहा कि व्यापारियों व ग्राहकों के आवागमन के लिए सीवर चैम्बर का ऊंचा होना बेहत जरूरी था।

Posted By: Inextlive