- सीवर, पाइप व अंडरग्राउंड वायर वर्क से गलियां बदहाल

- किसी मार्ग पर चारपहिया वाहनों के चलने की जगह नहीं

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VARANASI

शहर में चल रहे विकास कार्यो में हो रही देरी पब्लिक की प्रॉब्लम बढ़ा रही है। सीवरलाइन, अंडरग्राउंड वायर वर्क और पाइपलाइन के दौरान हुई खुदाई से आवागमन दूभर हो गया है। फैक्ट यह है कि तमाम गलियों में सिर्फ पैदल चलने भर की जगह बची है। रविवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के रियलिटी चेक में पब्लिक ने विभागीय लापरवाही पर सवाल उठाए। कहा, जहां वर्क पूरा हो चुका है। वहां गलियों को मेंटेन करने की व्यवस्था करनी चाहिए। पांडेयपुर-पंचक्रोशी मार्ग पर दोपहिया वाहन चलने की जगह बची है। खजुरी गोला यादव बस्ती से होकर हुकुलगंज जाने वाला रोड पर पैदल चलना भी दूभर है। हुकुलगंज दैत्रावीर मंदिर मार्ग पर हालत नारकीय है।

इस मार्ग पर चलना खतरे से खाली नहीं

डेवलपमेंट वर्क पूरे होने के बाद ही गलियों को मेंटेन करना सम्भव है। पब्लिक की प्रॉब्लम संज्ञान में है। वैकल्पिक तौर पर कुछ गलियों की मरम्मत कराई गई है।

डॉ। नितिन बंसल, नगर आयुक्त

धन की कमी से ट्रांसवरुणा के कई मोहल्लों में हाउसहोल्ड सीवरलाइन डालने का काम रुका हुआ है। डीपीआर शासन को भेजी गई है। जल्द काम शुरू होगा।

एसके राय, जीएम, यूपी जलनिगम

स्पॉट 1: पांडेयपुर-पंचक्रोशी मार्ग

पांडेयपुर से पंचक्रोशी होकर कबीरधारा तक जाने वाले मार्ग पर करीब तीन महीने से सीवर डालने का काम चल रहा है। सीवर डालने के दौरान पेयजल की पाइपलाइन भी कई जगह टूट गई। इससे जलकल विभाग ने वैकल्पिक तौर पर ऊपर से पाइपलाइन दौड़ा दी है। इस मार्ग पर पांच सौ मीटर तक हालत यह है कि सिर्फ बाइक से सफर किया जा सकता है। चारपहिया वाहनों का आवागमन महीनों से बंद है। इससे व्यवसाय पर खासा असर पड़ रहा है।

गढ्डों में गिरकर रोज होते हैं चोटिल

स्पॉट 2: रामापुरा

शहर के रामापुरा में आईपीडीएस के तहत अंडरग्राउंड केबल और हाउसहोल्ड सीवर कनेक्शन के चलते हर तरफ 'खुदा' है। इससे लोगों का आवागमन दुश्वार हो गया है। गली में बने गढ्डों में गिरकर लोग चोटिल हो रहे हैं। वहीं नाली में मिट्टी भरने से गंदा पानी गली में बह रहा है। इससे संक्रामक बीमारियों के फैलने की आशंका बनी हुई है। यह दिक्कत कई महीनों से है। लेकिन सम्बंधित विभाग समाधान के लिए कोई कदम नहीं उठा रहे हैं।

पैदल चलिए, लेकिन सम्भलकर

स्पॉट 3: खजुरी गोला

खजुरी गोला यादव बस्ती से हुकुलगंज जाने वाले मार्ग पर एक साल से सीवर लाइन डालने का काम चल रहा है। इससे करीब एक किलोमीटर तक मार्ग पूरी तरह से बदहाल हो गया है। सड़क पर कीचड़ दिख रहा है। इस मार्ग पर सिर्फ पैदल चलने भर की जगह बची है। यहां के बाशिंदे समस्या से आजिज आ चुके हैं। वाहन सवारों को घूमकर गंतव्य तक जाना पड़ता है। सम्बंधित अफसरों से गुहार लगाने के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकला।

दूसरी गलियों से गुजरने को लोग विवश

स्पॉट 4: हुकुलगंज

हुकुलगंज स्थित बघवाबीर नाला से दैत्रावीर मंदिर जाने वाली गली में दो महीने से सीवर का काम चल रहा है। इससे पूरी गली खोद दी गई। लेकिन अभी तक सिर्फ पाइप डाली गई। कनेक्शन चेम्बर बनाने और घरों को जोड़ने का काम फिलहाल अधर में है। जब पैदल जाने भर का रास्ता नहीं बचा तो दिक्कत झेलकर लोग बगल की गलियों से गुजरे। अभी भी परेशानी दूर नहीं हुई है। लोगों ने विभागीय अफसरों से गली मेंटेन करने की गुहार लगाई। लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।

बॉक्स

स्मार्ट सिटी के दावे पर सवािलया निशान

तमाम विकास कार्यो के चलते तीन दर्जन मोहल्लों की गलियां टूटती रहीं। लेकिन अब तक किसी गली को संवारने की नगर निगम ने पहल नहीं की। जबकि तमाम हेरिटेज मोहल्लों में भी यह स्थिति है। ऐसे में वाराणसी को स्मार्ट सिटी बनाने के दावे पर सवालिया निशान लग रहा है? नगर निगम के अफसरों का कहना है कि जब तक चल रहे कार्य पूरे नहीं हो जाते, तब तक गलियां मेंटेन करना सम्भव नहीं है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि आईपीडीएस ने गलियां बनाने के एवज में निगम को करीब तीन करोड़ का भुगतान भी किया है।

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तीन महीने से जलनिगम सीवर की पाइपलाइन डाल रहा है। अब धन की कमी बताकर काम रोक दिया गया है। रोड खराब होने से पब्लिक की प्रॉब्लम बढ़ गई है।

प्रमोद गुप्ता, पांडेयपुर

गलियों में बने गढ्डे जानलेवा साबित हो रहे हैं। पब्लिक की परेशानी को अफसर नजरअंदाज कर रहे हैं। यह ठीक नहीं है।

रुपेश कुमार, रामापुरा

सीवरलाइन ने फैसिलिटी देने की बजाय हमारी परेशानी बढ़ा दी। अभी तो गनीमत है। लेकिन बरसात आने पर स्थिति नारकीय होगी।

सुरेन्द्र यादव, खजुरी गोला

ठेकेदार ने सीवर की पाइप डालकर काम रोक दिया। नागरिकों ने एतराज किया। लेकिन कोई असर नहीं हुआ। अफसर भी नहीं सुन रहे हैं।

रामजतन सोनकर, हुकुलगंज

- 90 वार्ड हैं शहर में

432 करोड़ से अंडरग्राउंड वॉयर वर्क

- 162 करोड़ से हाउसहोल्ड सीवर कनेक्शन

- 50,260 सीवर कनेक्शन देने का टारगेट

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Posted By: Inextlive