PATNA : इंडो-पाक तनाव के बीच रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी पटना आ रहे हैं। सुरक्षा का आलम यह है कि गांधी मैदान को लाल किला की तरह हाई सिक्योरिटी अलर्ट में रखा गया है। दिल्ली में 15 अगस्त वाली सुरक्षा पटना में दिख रही है। कई सुरक्षा और खुफिया एजेंसियां पीएम की रैली में सिक्योरिटी लेयर का काम कर रही हैं जिससे परिंदा भी पर नहीं मार सकता। 11 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों के साथ दो दर्जन से अधिक खुफिया रडार पटना में 24 घंटे से एक्टिव हैं। सुरक्षा के रोड मैप पर बिहार पुलिस की निगरानी नेपाल सीमा तक है।

जल

प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर पटना से सटे जल मार्गो पर भी सुरक्षा का कड़ा पहरा है। गांधी सेतु और जेपी सेतु के साथ कोइलवर पुल पर खुफिया तंत्र की सुरक्षा तेज कर दी गई है। कार्यक्रम के 24 घंटे पहले से ही सुरक्षा को लेकर हाई सिक्योरिटी अलर्ट पर रखा गया है। नदी के सभी छोर पर नजर रखी जा रही है और नाव से आने-जाने वालों पर अंकुश लगा दिया गया है। पीपा पुलों पर आवागमन बंद है। सीसीटीवी कैमरों के साथ घाटों की भी निगरानी की जा रही है।

थल

प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर जमीन पर सुरक्षा के हर इंतजाम किए गए हैं। कार्यक्रम स्थल पर जहां जमीन के नीचे तक मेटल डिटेक्टर से जांच की जा रही है वहीं प्रधानमंत्री से जुड़े रूट 24 घंटे से खुफिया रडार पर हैं। हर तरफ पुलिस की टीम दिख रही है और जगह-जगह बैरियर बनाकर जांच-पड़ताल की जा रही है। बिहार पुलिस के साथ-साथ एनआईए के साथ अन्य एजेंसियां काम कर रही हैं। नेपाल सीमा से लेकर पटना से सटी सीमाओं पर हाई अलर्ट जारी किया गया है।

नभ

प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर नभ में भी खुफिया रडार एक्टिव है। पटना एयरपोर्ट को दो दिन पहले से अलर्ट पर रखा गया है। फ्लाइटों की सुरक्षा के साथ-साथ ऊंची बिल्डिंगों और टावरों से भी निगरानी की जा रही है। गांधी मैदान के चारों ओर से सुरक्षा के जवान आसमान पर नजर रख रहे हैं। आस पास की बिल्डिगों की छतों पर पैनी नजर है। कार्यक्रम स्थल के पास कोई हवाई हरकत न हो इसके लिए दो दिन पूर्व ही खुफिया अफसरों के साथ बिहार पुलिस अलर्ट है।

सुरक्षा ऐसी की फोटो खींचना भी मना है

सुरक्षा का जाल ऐसा है कि आप फोटो तक नहीं क्लिक कर सकते हैं। 24 घंटे से हाई सिक्योरिटी जोन में आए पटना में मीडिया से जुड़े लोगों के अलावा किसी को फोटो या सेल्फी लेने की भी इजाजत नहीं है। एयरपोर्ट से लेकर गांधी मैदान और उसके आसपास की सड़क एवं बिल्डिंगों की फोटो लेने पर रोक लगा दी गई है। पटना पुलिस की तैनाती चप्पे-चप्पे पर है और खुफिया रडार भी हर तरफ एक्टिव है।

सीरियल ?लास्ट से सुरक्षा का जाल

27 अक्टूबर 2013 को गांधी मैदान में बीजेपी के पीएम पद के कैंडिडेट नरेंद्र मोदी की हुंकार रैली थी। रैली से पहले गांधी मैदान में 5 सीरियल ब्लास्ट हुए थे। इसी दौरान पटना जंक्शन पर भी दो ब्लास्ट हुए थे। ताबड़तोड़ 7 सीरियल ?लास्ट में 6 लोग मारे गए थे जबकि 83 लोग घायल हुए थे। 6 साल बाद फिर गांधी मैदान में मोदी की रैली हो रही है आतंकी संगठनों के एक्टिव होने से सुरक्षा का जाल बनाया गया है।

एक नजर में सुरक्षा का हाल

11 हजार पुलिस पदाधिकारी व जवान बना रहे सुरक्षा का जाल।

7 हजार पटना के पुलिस जवानों ने संभाला मोर्चा।

4 हजार पुलिस के जवान बाहर से बुलाए गए हैं।

27 अक्टूबर 2013 के सीरियल ब्लास्ट से लिया गया सबक।

2 दर्जन से अधिक केंद्रीय सुरक्षा व खुफिया एजेंसियंा हैं एक्टिव।

5 किमी से अधिक दूरी तक सुरक्षा के कड़े घेरे में होगा पीएम का काफिला।

Posted By: Inextlive