- पुलिस ने इतनी जल्दबाजी में जांच को निपटाया की कई साक्ष्य हो गए बर्बाद

- मामले में किसी बड़े को बचाने का दबाव बनाया गया है 'ऊपर' से

LUCKNOW: फॉरेन्सिक एक्सप‌र्ट्स और पुलिस के अधिकारी दूसरे दिन ही अपनी गैंगरेप की थ्योरी से पलट गए। हाई प्रोफाइल मर्डर केस में ऐसा क्या था कि पुलिस को रात में ही बॉडी का अंतिम संस्कार कराना पड़ा। दोबारा जांच या पोस्टमॉर्टम जैसी नौबत आने से पहले ही उसका नामो-निशान मिटा दिया गया। अब जो भी रिपोर्ट पुलिस ने दी उसमें दोबारा जांच की कोई गुंजाइश ही न बचेगी। सूत्रों के अनुसार एक बड़े पॉलिटिकल हस्तक्षेप के बाद पुलिस के बड़े अधिकारियों ने यह सब कारनामा और जल्दी केस की गुत्थी सुलझाने का दावा पेश कर दिया। इसके लिए न सिर्फ तमाम सुबूतों को दरकिनार किया गया बल्कि कुछ को तो मिटा ही दिया गया।

क्या था कलेक्शन

फॉरेंसिक साइंस लैबोरेट्री (एफएसएल) और पुलिस के सूत्रों के अनुसार कल्प्रिट की कोई भी चीज जो जांच के लिए रखी जा सकती है वह रख ली जाती है ताकि भविष्य में डीएनए फिंगर प्रिंटिंग और अन्य तकनीक के माध्यम से असलियत पता की जा सके। पुलिस और फॉरेन्सिक की टीम ने वेजाइनल स्वाब, एनल स्वाब, नेल कटिंग्स और ओरल स्वाब कलेक्ट किया। कलेक्शन के लिए गई टीम के सूत्रों की माने तो प्राइवेट पा‌र्ट्स के इर्द गिर्द जमा सीमेन और वेजाइनल डिस्चार्ज था जिसे कलेक्ट किया गया। अब फॉरेन्सिक एक्सप‌र्ट्स और पुलिस को खतरा था कि कहीं इसकी दुबारा जांच न हो जाए शायद इसीलिए जल्दबाजी में डेडबॉडी का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

काटने के निशान भी मिले

एफएसएल के सूत्रों के मुताबिक महिला की डेडबॉडी में मुंह से काटने के भी निशान हैं। महिला के बाएं हाथ और एक अन्य जगह पर मुंह से काटने के निशान थे। लेकिन, मामले में से कुछ को बचाने के लिए जल्दबाजी में इन्हें जांचा ही नहीं गया। अगर इन बाइट मा‌र्क्स को ले लिया जाता तो काटने वाली की पहचान हो सकती थी। हालांकि, एफएसएल टीम ने आरोपी राम सेवक के नाखूनों का सैम्पल लिया है। जिसमें, ब्लड मिला है। एफएसएल को इस सैम्पल से राम सेवक को दोषी साबित करने का काफी उम्मीद है।

कहां से आ गई दूसरी किडनी

पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया और साक्ष्य जुटाने का काम भी इतनी जल्दबाजी में किया गया कि उसकी बॉडी में दो किडनी दर्शा दी गई। जबकि, पीजीआई प्रशासन और उसके ससुराल वाले दोनों कह रहे हैं कि उसने एक किडनी अपने पति को दे दी थी। जब एक किडनी उसने अपने पति को दे दी तो पोस्टमॉर्टम में दो किडनी कैसे आ गई? इसका जवाब किसी के पास नहीं है। यह जल्दबाजी का ही नतीजा था कि ये सब कैसे हुआ। अब परिवार वाले मामले की सीबीआई जांच की बात कर रहे हैं। अगर ऐसा हुआ भी तो सुबूत तो सब खत्म हो चुके। होगा वही जो पुलिस बताएगी।

Posted By: Inextlive