डीजीपी से की शिकायत तो दर्ज हुई गैंगरेप की एफआईआर
-दुकानदार ने साथियों के साथ मकान मालकिन का किया था अपहरण
-मुरादाबाद में 8 दिन तक बंधक बनाकर रखा, डर के चलते घर छोड़ा BAREILLY: इज्जतनगर में एक महिला को गैंगरेप की एफआईआर दर्ज कराने के लिए कई महीने पुलिस अधिकारियों के चक्कर लगाने पड़े। उसने डर के चलते अपना घर छोड़ दिया और मजबूरी में दूसरे जिले पीलीभीत में रहने लगी। परेशान महिला ने डीजीपी से शिकायत कर सुसाइड करने की बात कही तो डीजीपी के आदेश पर तुरंत पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस ने प्रार्थना पत्र के आधार पर 10 आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। 29 जून को हुआ था अपहरणमहिला का आरोप है कि उसके मकान में फरीदापुर चौधरी निवासी समीर ने कारचोबी के काम के लिए किराये पर दुकान ली थी। समीर उस पर गंदी नजर रखने लगा तो उसने अपने पति को इस बारे में बताया। महिला के पति ने जब समीर से कहा तो उसने दोबारा गलती न करने की बात कही। महिला का आरोप है कि 29 जून को समीर अपने साथियों जमील, आसिम, नसीम और अफसर के साथ महिला के घर पहुंचा और चाय पिलाने के लिए कहा। चाय पिलाने के दौरान ही समीर ने चाय में कुछ मिला दिया तो महिला चाय पीते ही बेहोश हो गई।
बचकर निकली तो फिर अपहरण की कोशिश आरोप है कि उसके बाद उसका अपहरण कर लिया गया और जब उसे होश आया तो वह मुरादाबाद में थी। उसके साथ 8 दिनों तक बंधक बनाकर गैंगरेप किया गया। यही नहीं कुछ दिनों बाद समीर के परिजन आए और उसका जबरन निकाह करा दिया गया। जब उसने विरोध किया तो उसकी पिटाई भी की। किसी तरह महिला रात में वहां से भाग निकली लेकिन उसका फिर से अपहरण का प्रयास किया गया। डर के चलते महिला पीलीभीत में जाकर रहने लगी। 28 अगस्त को समीर व उसके साथी फिर उसे खोजते हुए पीलीभीत पहुंचे और महिला को फिर अगवा करने का प्रयास किया तो महिला ने दूसरे के घर में छुपकर अपनी जान बचाई।