किशोरी को अगवा कर गैंगरेप

- पीडि़त को टरकाती रही जानकीपुरम और मडि़यांव पुलिस

- एसएसपी की फटकार के बाद दर्ज हुई एफआईआर

- आरोपी कस्टडी में, पूछताछ जारी

LUCKNOW: जानकीपुरम एरिया में दुस्साहसी बदमाशों ने खरीदारी करने जा रही किशोरी को अगवा कर लिया और गैंगरेप के बाद उसे रिंग रोड पर फेंक दिया। पीडि़ता किसी तरह घर पहुंची और परिजनों के साथ थाने पहुंचकर शिकायत की। पर, पुलिस ने उसे टरका दिया। तीन दिन तक थाने के चक्कर लगा-लगाकर पस्त हो चुकी पीडि़ता और उसके परिजनों ने एसएसपी से पूरे मामले की शिकायत की। एसएसपी ने इंस्पेक्टर जानकीपुरम को जमकर फटकार लगाई। जिसके बाद जानकीपुरम पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली। फिलहाल पुलिस ने आरोपियों को कस्टडी में लेकर पीडि़ता को मेडिकल जांच के लिये भेज ि1दया है।

खरीदारी करने जा रही थी

मूलत: बिसवां सीतापुर निवासी 16 वर्षीया पलक (बदला नाम) के पिता का करीब 6 साल पहले देहांत हो चुका है। पिता के देहांत के बाद पलक व उसकी मां मडि़यांव गांव, जानकीपुरम स्थित अपने बहनोई के घर रहने लगी। पलक की मां ने बताया कि बीती 1 जनवरी की शाम पलक खरीदारी करने के लिये जानकीपुरम गई थी। इसी दौरान ठाकुरगंज के गल्ला मंडी निवासी मुजीब अपने साथियों मतीन और मोबीन के साथ वहां आ पहुंचा और पलक को अगवा कर ठाकुरगंज स्थित अपने घर ले गया। वहां मुजीब के अलावा उसके दो भाइयों वकील व शकील और दोस्तों मतीन और मोबीन ने एक-एक कर उसके संग रेप किया। करीब 30 घंटे तक वहशीपन करने के बाद आरोपियों ने 2 जनवरी की रात करीब 11 बजे पलक को रिंग रोड स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज के करीब फेंककर फरार हो गए।

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एक से दूसरे थाने के चक्कर लगाती रही मां

बदमाशों के चंगुल से छूटने के बाद पलक किसी तरह अपने घर पहुंची और परिजनों को आपबीती सुनाई। परिजन उसे लेकर थाना जानकीपुरम पहुंचे और इंस्पेक्टर जानकीपुरम तेजपाल सिंह को आपबीती सुनाई। पलक की मां का आरोप है कि इंस्पेक्टर सिंह ने उन्हें यह कहकर भगा दिया कि पलक को मडि़यांव एरिया में फेंका गया है, इसलिए वह मडि़यांव थाने में अपनी रिपोर्ट दर्ज कराए। पलक की मां ने बताया कि अगले दिन वे लोग मडि़यांव थाने पहुंचे लेकिन, उनकी शिकायत सुनने के बाद पुलिसकर्मियों ने अगले दिन आने को कहा। 4 जनवरी को मडि़यांव थाने पहुंचे परिजनों को इंस्पेक्टर मडि़यांव संतोष सिंह ने जानकीपुरम थाने का रास्ता दिखा दिया। हताश पलक के परिजन उसे लेकर फिर से जानकीपुरम थाने पहुंचे। पर, वहां कोई सुनवाई नहीं हुई।

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एसएसपी की फटकार के बाद आए हरकत में

पांच दिनों से थानों के चक्कर काट-काटकर पस्त हो चुके परिजनों ने एक स्थानीय नेता के साथ एसएसपी राजेश पांडेय से मिलकर पूरे मामले की शिकायत की। मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी पांडेय ने इंस्पेक्टर जानकीपुरम तेजपाल सिंह को जमकर फटकार लगाई और एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करने का आदेश दिया। जिसके बाद जानकीपुरम पुलिस हरकत में आई और पलक की मां की तहरीर पर मुजीब, शकील, वकील, मतीन और मोबीन के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कर आरोपियों को कस्टडी में ले लिया। पुलिस ने पीडि़ता पलक को मेडिकल जांच के लिये भेज दिया है।

Posted By: Inextlive