-प्रयागराज, मीरजापुर व भदोही में शिफ्ट होगी बनारस की सेंक्चुरी

-प्रदेश कैबिनेट व सेंट्रल वाइल्डलाइफ एडवाइजरी बोर्ड ने लगाया मुहर

VARANASI

रामनगर से राजघाट तक फैले कछुआ सेंक्चुरी को बनारस से प्रयागराज, मीरजापुर और भदोही में शिफ्ट किया जाएगा। शिफ्टिंग पर सेंट्रल वाइल्डलाइफ एडवाइजरी बोर्ड ने हरी झंडी दे दी है। कैबिनेट की ओर से कछुआ सेंक्चुरी को शिफ्ट करने पर लगी मुहर पर अंतिम फैसला एनजीटी लेगा। गंगा में कछुआ सेक्चुरी 21 दिसंबर 1989 को अस्तित्व में आया था। यह रामनगर किला से राजघाट पुल तक सात किलोमीटर क्षेत्र में है। ऑफिसर्स के मुताबिक गोविंद बल्लभ पंत सामाजिक विज्ञान संस्थान, प्रयागराज ने भी रिपोर्ट सौंप दी है। संस्थान ने सिंतबर से नंवबर 2018 के बीच तक 46 गावों के निवासियों को 36 ग्रुप में बांट कर अध्ययन किया। इन गांवों में भदोही के 23 व प्रयागराज और इलाहाबाद के 11-11 गांव शामिल थे। रिपोर्ट में यह सेंक्चुरी सभी पैमाने पर खरी उतरी है।

सी प्लेन की हटी बाधा

गंगा में कछुआ सेंक्चुरी के बनारस से शिफ्ट हो जाने पर सिटी के विकास को पंख लग जाएंगे। जहां एक ओर रामनगर बंदरगाह को कोई रूकावट नहीं झेलनी होगी। वहीं क्रूज चलाने में सहूलियत होगी। वाटर स्पो‌र्ट्स को भी बढ़ावा मिलेगा। सरकार की बनारस से सी प्लेन चलाने की योजना को बल मिलेगा। बनारस पूरी तरह से जल मार्ग के द्वारा कोलकाता से जुड़ जाएगा।

Posted By: Inextlive