Varanasi: पिछले कई दिनों से उफान पर रही गंगा की चाल रविवार को थम गई. हालांकि रविवार को भी गंगा खतरे के निशान से लगभग 40 सेमी ऊपर बह रही थी. केन्द्रीय जल आयोग ये अनुमान लगा रहा है कि सोमवार की सुबह से गंगा घटना शुरू कर देगी. वहीं शहरी इलाकों में वरुणा का कहर रविवार को भी कम नहीं हुआ और वरुणा कुछ इंच और ऊपर चढ़ी. जानकारों की मानें तो वरुणा के बढऩे की वजह नालों का ब्लॉक होना है. इससे वरुणा पार के निचले इलाकों में रहने वालों की मुसीबतें कम नहीं हो रही हैं.


खतरा अभी टला नहींगंगा में रविवार को बढ़ाव रुक गया लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। केन्द्रीय जल आयोग से मिले आंकड़ों के मुताबिक गंगा रविवार की सुबह खतरे के निशान से 40 सेमी ऊपर बह रही थी। इलाहाबाद व गाजीपुर, बलिया में भी गंगा मेंं घटाव शुरू हो गया है। इस वजह से बनारस में भी सोमवार की सुबह से गंगा का जलस्तर नीचे उतरना शुरू हो जायेगा। वहीं वरुणा में रविवार को भी जलस्तर में बढ़ाव जारी रहा। पिछले एक सप्ताह से वरुणा के पानी में डूबे कई घरों की छतें भी रविवार को जलमग्न हो गईं।अब शिविरों का सहारा
गंगा के स्थिर होने से शहरी इलाकों में रह रहे लोगों ने राहत की सांस ली है मगर वरुणा पार के लोग अब भी दहशत में हैं। जानकारों की मानें तो वरुणा का जलस्तर इसलिए बढ़ रहा है क्योंकि वरुणा से कनेक्टेड सभी नाले ओवरफ्लो हैं। चूंकि गंगा में भी पानी ज्यादा है। इसलिए गंगा से कनेक्टेड नालों का रुका पानी भी वरुणा में गिर रहा है। इस वजह से वरुणा दोहरा प्रेशर झेल रही है और लोगों को उनके आशियाने से बाहर कर रही है। एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर्स के मुताबिक वरुणा के कहर से प्रभावित लोगों ने अपना घर छोड़ राहत कैंपों में शरण ली है।

Posted By: Inextlive