मेरठ कॉलेज एक बार फिर जंग का मैदान बन गया. छात्रों में तमंचे और बलकटी चले. प्रिंसीपल ऑफिस के सामने छात्रों के दो गुटों में हुई भिड़ंत में एक छात्र ने तमंचे से फायर कर दिया.

MEERUT : मेरठ कॉलेज एक बार फिर जंग का मैदान बन गया। छात्रों में तमंचे और बलकटी चले। प्रिंसीपल ऑफिस के सामने छात्रों के दो गुटों में हुई भिड़ंत में एक छात्र ने तमंचे से फायर कर दिया। गनीमत रही कि गोली किसी को नहीं लगी। फायरिंग से कॉलेज में सनसनी फैल गई। सूचना के बाद थाना पुलिस और अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। प्रिंसीपल ऑफिस में लगे क्लोज सर्किट कैमरों की फुटेज में आरोपियों की तालाश की गई। एक पक्ष ने लालकुर्ती थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।

यह थी घटना
करीब एक बजे प्रिंसीपल ऑफिस में मीटिंग चल रही थी। ऑफिस के सामने युवकों का हुजूम लगा था। कुछ मिनट में हंगामा शुरू हुआ और भगदड़ मच गई। युवक एक दूसरे के ऊपर चिल्ला रहे थे। कौन किसको पीट रहा था पता नहीं। अचानक एक युवक ने फायर झोंक दिया। शिक्षक बाहर आए तो फायर करने वाला छात्र कॉलेज के पीछे वाले गेट की तरफ भाग गया। कुछ युवक कॉलेज में हॉस्टल की ओर भाग निकले।

फुटेज में खंगाले गए आरोपी
करीब पंद्रह मिनट बाद पहुंची पुलिस ने प्रिंसीपल डॉ। एनपी सिंह के कमरे में प्रवेश किया। प्रिंसीपल अपने साथियों के साथ मीटिंग में चाय की चुस्की ले रहे थे। कुछ देर में ही एसपी सिटी/एसपी ट्रेफिक एचएन सिंह और सीओ सदर कैंट मनीषा सिंह भी पहुंच गए। कॉलेज में लगे क्लोज सर्किट कैमरों की फुटेज में आरोपियों को तलाशने की कोशिश की गई। करीब एक घंटे तक खाक छानी गई। कुछ देर बाद एक पक्ष प्रिंसीपल ऑफिस पहुंचा। यह बीकॉम फस्र्ट ईयर का अंकित ढाका था। उसने अपने साथ मारपीट करने का आरोप लगाया।

ये बताए गए आरोपी
अंकित ने बताया कि वह बीएनएम हॉस्टल में रहता है। अपने साथी रॉबिन के साथ बाहर किसी काम से जा रहा था। अंशुल गुर्जर, अंकित सलारपुर और कुलदीप मंसूरी सहित दर्जनों युवकों ने उसे रोक लिया। उसके साथ जमकर मारपीट की। उस पर बलकटी से वार किया गया और फायरिंग करते हुए फरार हो गए।

पुराना मामला है
अंकित ढाका ने थाना लालकुर्ती में आरोपी युवकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। अंकित ने बताया कि करीब दो महीने पहले उसके रूम पार्टनर के साथ आरोपी युवकों ने मारपीट की थी। आरोपी अंशुल, अंकित सलारपुर और कुलदीप मसूरी उसके साथ भी दुश्मनी रखने लगे थे। सोमवार को इन लोगों ने मौका देखकर उसे पकड़ लिया और पीटना शुरू कर दिया। उस पर सीधी फायरिंग की। वह बाल-बाल बच गया।
पीडि़त युवक की ओर से मुकदमा कायम कराया गया है। यह मारपीट पुरानी रंजिश के चलते हुई है। उसके रूम पार्टनर के साथ भी पहले मारपीट हो चुकी है। जिसकी रिपोर्ट लालकुर्ती थाने में दर्ज कराई गई थी। आरोपियों की तलाश जारी है।
- मनीषा सिंह, सीओ, सदर कैंट

आरोपी युवकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ये बाहरी हैं या फिर हॉस्टल में रहते हैं, जांच की जा रही है। फुटेज में आरोपियों को खोजा जा रहा है। इससे पहले भी कई युवकों को ब्लैक लिस्टेड कर चुके हैं। कुछ को निलंबित भी किया जा चुका है। ये लोग लड़ते हैं और फिर समझौता करके आ जाते हैं।
- डॉ। एनपी सिंह, प्रिंसीपल, मेरठ कॉलेज

वर्चस्व की लड़ाई
MEERUT : मेरठ कॉलेज में हमेशा वर्चस्व की लड़ाई रही है। पहले हॉस्टलों में ये जंग छिड़ती थी। अब एक ही हॉस्टल में गुट बन गए हैं। इसे भी वर्चस्व की लड़ाई माना जा रहा है। लडक़ी का चक्कर भी सामने आया है। वहीं, छात्र संघ चुनाव की आहट से छात्रों में टकराव बढ़ गया है।

ऐतिहासिक कॉलेज
का खूनी इतिहास

सौ एकड़ में फैला देश का नामचीन मेरठ कॉलेज। 1892 में शुरू हुआ था ये कॉलेज। अब तक सैकड़ों राजनेता, आईएएस, साइंटिस्ट, बिजनेसमैन प्रोड्यूस करने वाला ये कॉलेज इसके अलावा कुछ और क्षेत्रों में भी मशहूर है। यहां पढऩे वाले छात्र केमिस्ट्री के सूत्र और बॉटनी के गुण सूत्र पढऩे के साथ जुर्म की दुनिया का ककहरा भी सीखते हैं (पता नहीं कौन सिखाता है)। सत्तर के दशक से शुरू हुई खूंखार गैंगवार ने इस कॉलेज पर बदनामी की कालिख पोत दी। इस कॉलेज में आखिरी लाश 2004 में गिरी थी। निशांत अहलावत को दुस्साहसिक तरीके से भरे कॉलेज परिसर में मौत के घाट उतार दिया गया था। तब से अब तक यहां किसी की जान तो नहीं ली गई लेकिन फायरिंग और झगड़े आज भी आम बात हैं

कुछ मामले
- सरदार जित्ते का ओडी हॉस्टल के सामने कत्ल

- छात्र नेता कुशलपाल की सिंघल बुक डिपो में घुसकर हत्या

- जगपाल ढाका को ओडी हॉस्टल के बाहर मौत के घाट उतारा

- छात्रनेता मिश्रा को आरडी हॉस्टल के सामने मारा

- महेश शुक्ला की कॉलेज की रंजिश में हत्या

- नामी छात्र नेता त्यागी की बीएनएम हॉस्टल के टीवी रूम में हत्या

- एचएके हॉस्टल के अंदर छात्र नेता का मर्डर

- निशांत अहलावत को कॉलेज कैंपस में गोलियों से छलनी कर दिया गया

Posted By: Inextlive