Gangster returns

-नैनी के अरैल में फिल्मी स्टाइल में गोलियों की बौछार

-एक युवक की मौत, दो हॉस्पिटल में मौत से जूझ रहे

-वर्षो पुरानी चली आ रही दुश्मनी में फिर लगी आग

ALLAHABAD: टवेरा से पहुंचे शातिर बदमाशों ने थर्सडे को नैनी में खूनी खेल खेला। गैंगेस्टर रिटर्न की तरह हमला हुआ। मौत के इस खेल में एक युवक की मौत हो गई जबकि दो अन्य हॉस्पिटल में मौत से जूझ रहे हैं। इस सनसनीखेज वारदात के बाद नैनी एरिया में हड़कंप मच गया। गैंगवार की सूचना मिलते ही पुलिस ऑफिसर भी सकते में आ गए। हिस्ट्रीशीटर से बने बिजनेसमैन के बीच एक बार फिर से बदले की आग ने नैनी एरिया में अशांति फैला दी है। एसएसपी मंजिल सैनी ने खुद अपनी टीम के साथ आरोपियों की तलाश में दबिश दी। छह के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।

मंदिर से लौट रहे थे

पुलिस के मुताबिक नैनी का शातिर बदमाश बच्चा मेहरा की कई लोगों से दुश्मनी चल रही है। छह महीने पहले ही उनके बेटे जेल से जमानत पर रिहा हुए हैं। बच्चा का छोटा बेटा पिंटू मेहरा अपने कजिन मुकेश निषाद और साथी गोविन्द के साथ मंदिर दर्शन करने निकले थे। तीनों दो बाइक से थे। सुबह दस बजे के बाद मंदिर से लौट रहे थे। रास्ते में एक टवेरा उनके पीछे लग गई। पिंटू को समझ में आ गया कि मामला कुछ गड़बड़ है। दोनों बाइक लेकर कछार की साइड में भागने लगे। टवेरा से पहुंचे बदमाशों ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया।

एक की मौत दो जख्मी

इससे पहले कि वे सेफ जोन में पहुंच पाते, हमलावरों ने पीछा करते हुए गोलियों की बौछार शुरू कर दी। ताबड़तोड़ गोलियां चलने लगीं। जिससे पिंटू, गोविन्द और मुकेश गोली लगने से वहीं जख्मी होकर नीचे गिर गए। गोलियां चलने से वहां हड़कंप मच गया। आसपास के लोग भी गोलियों की आवाज सुनकर बचाव के लिए वहां पहुंचे। तबतक हमलावर भाग चुके थे। पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। तीनों को जख्मी हालत में शहर के प्राइवेट हॉस्पिटल में लाया गया। जहां कुछ देर बाद ही डॉक्टर ने गोविन्द को मृत घोषित कर दिया। गोविन्द बच्चा का खास आदमी था। वह बचपन से ही बच्चा के परिवार में ही पला बढ़ा था।

फोरेंसिक एक्सपर्ट भी पहुंचे

इस सनसनीखेज घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। घायल को हॉस्पिटल में भेजने के साथ ही वहां पर कीडगंज पुलिस की ड्यूटी लगा दी गई। कुछ देर बाद एसपी सिटी और क्राइम ब्रांच की टीम वहां पूछताछ करने पहुंच गई। वहीं दूसरी ओर मौके पर एविडेंस कलेक्ट करने के लिए फोरेंसिक एक्सपर्ट प्रेम भारतीय भी पहुंच गए। पुलिस हमलावरों का सुराग लगाने की कोशिश में लगी थी। लेकिन ज्यादा कामयाबी हाथ नहीं लगी।

छह के खिलाफ रिपोर्ट

मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी मंजिल सैनी भी स्पॉट पर पहुंच गई। उन्होंने इस गैंगवार के पीछे का मास्टर माइंड पप्पू गंजिया की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया। एसएसपी अपनी टीम के साथ पप्पू गंजिया की तलाश में उसके घर पहुंचीं लेकिन रिजल्ट सिफर ही निकला। आरोपी घर में नहीं मिले। दरअसल, जख्मी हालत में पिंटू ने पुलिस को बयान दिया था कि उसके ऊपर हमला करने में पप्पू गंजिया का मुख्य रोल है। उसने पप्पू के साथ जुनैद, गगन, लवकुश, अशोक और मक्खन पर आरोप लगाया। पप्पू का भाई है जुनैद। जबकि मक्खन उनका खास आदमी है। वहीं दूसरा आरोपी गगन बर्रू का छोटा बेटा है। गगन के दो भाई और पिता की हत्या का आरोप बच्चा और उसके बेटों पर है। लवकुश और अशोक भी बर्रू के परिवार से विलांग करते हैं।

दो गैंगेस्टर आमने-सामने

बच्चा मेहरा-पुलिस रिकार्ड के मुताबिक बच्चा मेहरा नैनी थाने का हिस्टीशीटर है। बच्चा के बड़े भाई गुलाब मेहरा की कभी नैनी एरिया में तूती बोलती थी। एसआरएन कैंपस में क्99भ् में गुलाब की बम मारकर हत्या कर दी गई। यही से दुश्मनी की शुरुआत हुई। इसके कुछ सालों बाद गुलाब के बेटे विजय की नैनी महेवा में हत्या कर दी गई। बदले की आग भड़क उठी। अब कमान बच्चा के फैमिली ने संभाल ली। बच्चा का बड़ा बेटा आनंद मेहरा हाई लाइट होने लगा। ख्00ब् में आनंद अपने साथियों के साथ नाव पर पार्टी कर रहा था। इस दौरान घात लगाए बदमाशों ने वहां गोलियों की बौछार शुरू कर दी, जिसमें आनंद समेत तीन लोग मारे गए। इस ट्रीपल मर्डर केस में पप्पू गंजिया का नाम आया, जिसके बाद दुश्मनी और बढ़ गई। कहानी यहीं खत्म नहीं हुई। कई और लोगों से उसकी दुश्मनी हो गई और मर्डर केस में सबको जेल हो गया। छह महीने पहले ही जेल से मेहरा फैमिली जमानत पर रिहा हुई है।

पप्पू गंजिया- नैनी थाने का हिस्ट्रीशीटर पप्पू गंजिया का असली नाम मोहम्मद जावेद है। लोग उसे पप्पू के नाम से जानते हैं। ऐसा माना जाता है कि ख्0 साल पहले पप्पू के किसी भाई सन्नी की हत्या कर दी गई थी जिसके बाद से मेहरा परिवार से उसकी दुश्मनी हो गई और कत्लेआम शुरू हो गया। कई बार दोनों परिवारों के बीच समझौते हुए लेकिन रिजल्ट सिफर ही रहा। ख्00म् में पप्पू को टारगेट करते हुए मुट्ठीगंज एरिया में उस पर बम से हमला किया। कई बम उसे मारे लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। वह बालबाल बच निकला।

बर्रू निषाद-बर्रू निषाद कोई बाहर का नहीं है। यह बच्चा मेहरा का ही रिलेटिव है। बच्चा के बड़े बेटे आनंद की हत्या के बाद से नैनी अरैल एरिया में बर्रू अपना वर्चस्व दिखाने लगा था। संगम एरिया से लेकर नैनी एरिया तक नाविकों से वसूली का काम बर्रू करने लगा, जिससे वह लोगों की आंखों की किरकिरी बन गया। नतीजा ख्009 में बर्रू और उसके बेटों पर हमला हुआ। हुआ यूं कि बर्रू अरैल से अपने घर जा रहा था। कार में उसके तीन बेटे बैठे थे। इस दौरान स्कार्पियों और बाइक से पहुंचे दर्जनों हमलावरों ने गाड़ी को ओवरटेक करके गोलियों की बौछार शुरू कर दी। इस गोलीबारी में बर्रू का छोटा बेटा गगन कार से कूद कर अपनी जान बचाने में कामयाब हो गया जबकि उसके पिता और भाई मार दिए गए। यहीं से मेहरा परिवार से उसकी दुश्मनी शुरू हो गई। थर्सडे को हुए हमले में बर्रू के बेटे गगन और रिलेटिव लव कुश व अशोक को आरोपी बनाया गया है।

Posted By: Inextlive