पटना जंक्शन पर हर माह 4.5 लाख का कचरा घोटाला
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PATNA : पटना जंक्शन पर ठेके पर रखे गए सफाई कर्मचारी रेलवे को हर महीने 4.5 लाख रुपए का चूना लगा रहे हैं. पटना जंक्शन आने वाली ट्रेनों के यात्री पानी और ठंडा की बोतलों को कोच में ही फेंक देते हैं. इन बोतलों को सफाई कर्मचारी इकट्ठा कर कबाड़ी को 30 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बेचे देते हैं. दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने स्टिंग ऑपरेशन किया तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ. स्टिंग ऑपरेशन में पता चला कि एक प्लेटफॉर्म से प्रतिदिन लगभग 50 किलो प्लास्टिक की बोतलें सफाई कर्मचारी एकत्र करते हैं. ठेके पर काम कर रहे एक सफाई कर्मचारी ने स्वीकार किया कि सभी प्लेटफॉर्म पर आने वाली ट्रेनों से प्रतिदिन 5 सौ किलो से ज्यादा बोतलें चुनते हैं. सफाई कर्मचारी 30 रुपए के हिसाब से 5 सौ किलो बोतल बेचकर प्रतिदिन 15 हजार रुपए की कमाई करते हैं. यदि रेलवे इन बोतलों को बेचता तो उसे हर माह साढ़े चार लाख रुपए की कमाई होती.
इस तरह हुआ खुलासादैनिक जागरण आई नेक्स्ट को पटना जंक्शन पर कचरा बेचने की शिकायत मिलने पर रिपोर्टर ने प्लेटफार्म नंबर 3 पर सीढ़ी के नीचे पहुंचा जहां सफाई कर्मचारी कचरे को एकत्र कर रखते हैं. यहीं से प्लास्टिक की बोतलों को स्टेशन से बाहर ले जाकर बेच देते हैं. एक सफाई कर्मचारी की नजर जब कैमरे पर पड़ी तो वह भागने लगा.
सफाई कर्मचारी और रिपोर्टर के बीच हुई बातचीत के अंश.. रिपोर्टर - यहां क्या जमा कर रहे हैं? कर्मचारी- कचरा जमा कर रहे हैं. रिपोर्टर - इसे बेचते हैं क्या? कर्मचारी - हां बेचते हैं. रिपोर्टर - कितने रुपए किलो बेचते हैं? कर्मचारी- 30 रुपए प्रति किलो. रिपोर्टर - कोई बोलता नहीं है क्या? कर्मचारी - वो लोग नहीं जान पाते हैं. रिपोर्टर - वेतन नहीं मिलता है क्या? कर्मचारी - वेतन मिलता है. दूर से आता हूं इसलिए किराया इससे निकल जाता है. रिपोर्टर - आप अकेले हो और भी लोग हैं? कर्मचारी- हर प्लेटफॉर्म पर लोग रहते हैं. रिपोर्टर - कितना कचरा निकलता है? कर्मचारी - हर दिन 5 क्विंटल.