यह लगातार तीसरा मौका है जब इंडिया ओलंपिक के जूडो इवेंट में पार्टिसिपेट करने जा रहा है. चीन और जापान के प्लेयर्स की मोनोपोली वाले इस गेम में बड़े उलटफेर की तो उम्मीद नहीं है लेकिन इंडिया की एकमात्र जूडोका के साथ सवा अरम लोगों की दुआएं नया इतिहास रच सकती हैं.


Key playerGarima Chaudhary ओलंपिक में इंडिया की एकमात्र जूडोका गरिमा चौधरी यूपी के मेरठ से बिलांग करती हैं, लेकिन अब वह हरियाणा के लिए खेलती है। लंदन ओलंपिक में वह 63 केजी कैटेगरी में पार्टिसिपेट करेंगी। 22 साल की यह जूडोका को इस कैटेगरी में 94वीं रैकिंग हासिल है। नेशनल लेवल पर कंसिस्टेंट परफॉर्मर रहीं गरिमा तब लाइम लाइट में आईं, जब 2007 जूनियर एशियन चैंपियनशिप में उन्होंने गोल्ड जीता। इसके बाद वह 2008 में इसी चैंपियनशिप में सिल्वर और 2009 में ब्रांज जीतने में सफल रहीं। 2012 में गरिमा ने सीनियर नेशनल चैंपियनशिप्स का ब्रांज मेडल जीता था। Key factsयह लगातार तीसरा मौका है, जब इंडिया ओलंपिक के जूडो इवेंट में पार्टिसिपेट करने जा रहा है। 63 केजी वेट कैटेगरी के मुकाबले और फाइनल 31 जुलाई को होगा।Olympic history
जूडो में इंडिया का बेस्ट परफॉर्मेंस आना अभी बाकी है। 2008 में खुमुजम देवी (48 केजी) और दिव्या शर्मा (78 केजी) प्राइमरी राउंड से बाहर हो गई थीं। वहीं 2004 में अकरम सिंह 60 केजी में टॉप 32 राउंड में बाहर हुए थे।

Posted By: Inextlive