- बाकरगंज में शादी के बाद ससुराल में रह रही लड़की और उसके पति को मारने की कोशिश

- लड़की के घर वाले पहुंचे ससुराल, किया तोड़फोड़

- दो मई को हुई थी शादी, लेकिन फैमिली वाले मानने को तैयार नहीं

PATNA : चार साल पहले हुई मुहब्बत शादी में बदली तो जरुर, मगर खुशियों का ताना बाना अब तक नहीं बुन सके। आज भी घर से निकलने से पहले डरते है। मौज मस्ती तो दूर की बात है। जी हां हम बात कर रहे है उस हसीन जोड़े की जो पहले तो घर से भागकर हैदराबाद गए, वहां से लौटकर पटना में शादी की। डर का आलम यह रहा कि मुस्लिम रीति रिवाज से शादी करने के बाद भी दो मई को कोर्ट की मुहर भी लगवा ली। शुक्रवार को लड़की के ससुराल उसके मायके वाले पहुंचे वो भी पूरे दल-बल और हरबे हथियार के साथ, एक साथ ख्भ्-फ्0 लोग आए थे। मारपीट और तोड़ फोड़ मचा दी। मगर मुहल्ले वालों की मदद से वे इन दोनों को अपने साथ नहीं ले जा सकें।

अब तो जान की जान पर बन आयी है

मो। राशिद अहमद ख्भ्, आफरीन अहमद दोनों ने प्यार किया और क्क् फरवरी को पटना से फरार हो गए। ख्0 फरवरी को पटना लौटे और इमारते सरिया में निकाह पढ़वा ली। इसके बाद से ही आफरीन के घर वाले इन दोनों के जानी दुश्मन हो गए। और दोनों की खोजबीन जो क्क् तारीख से चल रही थी वो और भी तेज हो गई। कई बार फोन पर धमकी और बाकरगंज बजाजा शिव मंदिर के सामने राशिद के घर पर आकर धमकाने लगा। आफरीन ने बताया मेरे घर वाले मुझे और मेरे पति को मारना चाहते है। हमलोगों की जान कभी भी जा सकती है। आफरीन ने पीरबहोर थाना की पुलिस को इसकी लिखित शिकायत की है।

पालने वाला ही बना हुआ है दुश्मन

आफरीन ने बताया कि पिता सुहैल अहमद का भंवर पोखर में दिल्ली टेंट हाउस नाम की दुकान है। जिन्होंने पाल पोस कर इतना बड़ा किया उनसे ही आज हमारी खुशियां नहीं देखी जा रही है। और हमें रास्ते से हटाने के लिए कई तरह की तरकीबे लगायी जा रही है। सोहेल अहमद जामुन गली में बसेरा हाउस में रहते है। दूसरी ओर राशिद और उसके पिता मौत मुमताज ने बताया है तो हमलोग मुस्लिम लेकिन उसमें भी उंच नीच को लेकर वे लोग रिश्ता मंजूर नहीं कर रहे है।

क्या है मामला

मो। राशिद बीएन कॉलेजिएट से इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी कर चुका है। और वो पिज्जा हट में नौकरी भी करता था। जब कि आफरीन बोरिंग रोड के कंप्यूटर संस्थान से बीसीए कर रही है। दोनों क्क् फरवरी को भागे। तब आफरीन के घर वालों ने एसके पुरी थाने में सनहा फिर अपहरण की एफआईआर दर्ज करवायी। जिसमें राशिद सहित उसके दो भाईयों दानिश और इरसान पर मामला दर्ज किया। फिलहाल सभी बेल पर है।

रांग नंबर से आया कॉल हुई मुहब्बत

राशिद ने बताया कि चार साल पहले आफरीन से उसकी फोन पर पहली बार बात हुई थी। वो भी एक रांग नंबर था। मगर वहीं रांग नंबर उसकी जिंदगी में खुशियां लेकर आया। और बाद में वे दोनों इतने करीब हुए कि एक दूसरे के लिए आज जान देने को भी तैयार है। एक पुराना नंबर जो पहले किसी और का था। बाद में राशिद को एलॉट हुआ था। उसी पर आफरीन ने फोन किया था।

Posted By: Inextlive