Generations of fashion devotees
फैशन की दुनिया में लगातार हो रहे नए एक्सपेरिमेंटस को नेशनल और इंटरनेशनल लेबिल पर प्रेजेंट करने का बेस्ट प्लेटफार्म होते हैं फैशन शोज। इस रो में लक्मे फैशन वीक एक रिक्गरनाइज्ड और रेस्पेंक्टे्बिल नाम है.
इस फैशन वीक का नाम इण्डिया से जोड़ कर इसी लिए रखा गया ताकि यह इण्डियन कल्चर को भी रिप्रजेंट करे। इयर 2000 में लक्में ब्यूटी प्रोडेक्टस ग्रुप इसके साथ इन्वाल्व हुआ। इसके बाद से लगातार FDCI, IMG और लक्मे ग्रुप मिल कर इस इवेंट को आर्गेनाइज करते हैं। इस इवेंट को आर्गेनाइज करने का सबसे बड़ा रीजन यह है कि डिजायनर्स, बायर्स, और सेलर्स के साथ ही इडियन फैशन को इंटरनेशनल प्लेटफार्म मिल सके।
लक्मे फैशन वीक में डिजायनर्स के स्टाल ही ऐसे प्लेस होते हैं जहां रियल फैशन बिजनेस होता है। देश विदेश से आए फैशन एसेसरीज सप्लायर्स और बायर्स अपनी च्वाइस और नीड्स के हिसाब से क्लोथ, एसेसरीज और ब्यूटी प्रोडेक्टस ना सिर्फ परचेज करते हैं बल्कि यहां होने वाली वर्कशाप्स के थ्रू उनके प्रॉपर यूज मे बारे में सीखते भी हैं।Color of the season इन फैशन शोज में सीजन के कलर्स और लेटेस्ट ट्रेंडस भी डिसाइड होते हैं। अब तक हुए लक्मे फैशन वीक में, इस बार दो डिफरेंट पहलू उभर कर सामने आए हैं। पहला यह कि जेनेरेशन नेक्स्ट के नाम से फेमस आज की युवा पीढ़ी कलर्स के दो एक्सट्रीम पर अपना फोकस बना रही है। एक तरफ उसे पेस्टल, ऑफ व्हाइट और व्हाइट कलर पसंद आ रहे हैं तो दूसरी ओर वह वाइब्रेंट रेड, ग्रीन, ब्लू और गोल्डन कलर को लाइक कर रही है।
मिक्स एण्ड मैच भी इन र्टेंड हैं। व्हाइट और पीच कलर्स के साथ गोल्डन, पीकाक ब्लू और ग्रीन का घालमेल खूब पसंद किया जा रहा है। वैसे तो यह लक्मे फैशन वीक का विंटर सीजन है लेकिन ज्यादातर सप्लायर और फैशन क्रेजी लोगों का कहना है कि अब तक हुए शो में विंटर के अकॉर्डिंग कोई क्लोथ, एसेसेरीज या ब्यूटी अडवाइज देखने को नहीं मिली है। वैसे भी मैक्सिमम क्राउड आने वाले फेस्टिवल सीजन और वेडिंग टाइम के लिए अपनी च्वाइस की चीजें सलेक्ट करने के लिए आए है। दोनों ही अवसर बस शुरू ही होने वाले हैं। Trend and training setter एक और बात जो ज्यादातर विजिटर्स ने कही वह यह थी कि फैशन वीक में आने वाले रिनाउंड डिजायनर्स के कलेक्शन ग्लैमर तो एड करते हैं क्योंकि उनके डिजायन्स को बड़ी-बड़ी माडल्स या सिने स्टार कैरी करते हैं लेकिन अच्छे और यूजफुल डिजाइन्स नया टैलेंट ही प्रेजेंट करता है। बड़े डिजायनर्स के डिजाइन्स में एक तरह की मोनोटनी आ गयी है। एक्सपेरिमेंट न्यूनकमर्स के वर्क में ही दिखता है। वैसे तो फैशन शो में सभी प्रोडेक्टरस काफी एक्सपेंसिव होते हैं पर स्टैब्लिश डिजाइनर्स की चीजें तो आउट ऑफ रेंज फील होती हैं। एक नार्मल वैडिंग में 30 से 40 थाउजेंड तक की ड्रेस तो सलेक्ट की जा सकती है पर बात अगर लाखों में हो तो हर कोई इसे परचेज नहीं कर सकता.
इस बार के फैशन वीक में भी कुछ वर्कशाप्स अरेंज की गयी जिन्हें सेलेब्रिटीज, सेलेक्टड डिजाइनर्स और ब्यूटीशियन्स ने एड्रेस किया। इन का बेनिफिट लेने के लिए आईआईएफटी सूरत के स्टूडेंटस को इस साल दुबारा फैशन वीक में आने का चांस मिला। इस आर्पच्युनिटी को पाकर वह सभी बहुत एक्साइटेड भी थे। शो का इनागरेशन फेमस डिजाइनर रोहित बल के कलेक्शन से हुआ और फिनाले सेलिब्रिटी डिजाइनर मनीष मल्होत्रा के कलेक्शन से होगा।
Timeless beauty लक्मे फैशन वीक हर गुजरते दिन के साथ निखरता जा रहा है। हर दिन सितारों की चमक इस रैम्प पर रोशनी बिखेर देती है। कुछ फेस पर चमकती ब्यूटी टाइम और एज की बाउंडेशन से अलग होती है। ऐसी ब्यूटी है ड्रीमगर्ल हेमामालिनी की, इसीलिए डिजाइनर्स अपने शो के लिए उनको सलेक्ट करने के लिए आज भी रेडी रहते हैं।