- बचपन से लड़की की तरह पली बढ़ी और बाद में निकली मेल

- गर्भाशय ट्रांसप्लांट के बाद टेस्ट ट्यूब से ट्रांसफर किए गए स्पर्म

- दो बच्चों को जन्म देने के बाद परिवार में आई खुशी की लहर

Meerut: जेनेटिकली एक मेल ने जुड़वा दो बच्चों को जन्म दिया, जो मेडिकल में चमत्कार से कम नहीं है। जेनेटिक रूप से मेल एक महिला के अंदर गर्भाशय को तैयार किया गया। उसमें बच्चे तैयार किए गए। आखिर में बच्चे पैदा हुए और मां व बच्चे दोनों ही सुरक्षित व स्वस्थ हैं। बच्चों के जन्म के बाद जहां इस परिवार में खुशियों की लहर है, वहीं डॉक्टर भी अपनी सफलता से खुश हैं।

यह है सीन

गुड़गांव की रहने वाली एक महिला, जिसकी शादी सात साल पहले हुई, लेकिन उसके बच्चे नहीं हुए। यह महिला अपने पति के साथ कुछ समय पहले डॉ। सुनील जिंदल, डॉ। मधु जिंदल के पास अपने आई। यहां क्रोमोसोमल स्टडी के बाद पता चला कि वह महिला जेनेटिकली और हारमोनल एक मेल है, जिसमें एक्सवाई क्रोमोसोम हैं। उसके शरीर में एक अविकसित गर्भाशय जरूर था।

विकसित हुआ गर्भाशय

डॉ। मधु जिंदल ने पूरी जांच पड़ताल के बाद देखा कि उसमें कोई अंडाशय और स्त्री के हार्मोन भी नहीं थे। इस महिला को कभी माहवारी भी नहीं हुई थी, जिस कारण गर्भाशय का विकास नहीं हो सका। हार्मोन और एंडोक्रीनल इलाज से महिला के अंदर मौजूद अविकसित गर्भाशय को विकसित कराया गया। इलाज के जरिए फ्फ् साल की उम्र में इस महिला को पहली बार माहवारी हुई और फीमेल के गुण दिखने लगे। इसके बाद ओवम डोनेशन और उसके पति के स्पर्म से ह्यूमन टिस्यू कल्चर द्वारा इक्सी विधि से भ्रूण तैयार किया गया।

दो बच्चों को दिया जन्म

तैयार किए गए भ्रूण को इस महिला के गर्भाशय में प्रत्यारोपित किया गया। अब इस जेनेटिकली पुरुष बॉडी में नौ महीने तक शिशुओं को रखा जाना एक बड़ी चुनौती थी। डॉक्टर्स ने महिला के गर्भाशय में बाहर से हार्मोन देकर संभव किया। बच्चों को इस गर्भाशय में विकसित किया गया। आखिर में छह फरवरी को इस महिला ने दो बच्चों को जन्म दिया, जिसमें एक लड़की और लड़का है।

यह किया गया

- अविकसित गर्भाशय को विकसित करने से माहवारी शुरू हुई।

- ह्यूमन टिस्यू कल्चर द्वारा इक्सी विधि से तैयार स्पर्म को 9 माह तक गर्भाशय में विकसित किया गया।

- इसके बाद गर्भाशय में जरूरती तत्वों को बाहर से दिया गया।

वर्जन

महिला की शादी को सात साल हो चुके थे। क्रोमोसोम एनालिसिस किया गया तो यह मेल निकली। जेनेटिक गुण भी पुरुषों के थे। हमने महिला को फीमेल हार्मोन देकर गर्भाशय तैयार किया। नौ महीने बाद दो बच्चों का जन्म हुआ। जो एक बड़ी सफलता है।

- डॉ। सुनील जिंदल, मधु जिंदल

Posted By: Inextlive