RANCHI : रांची यूनिवर्सिटी अब हाइटेक हो गया है। अब सभी पीजी डिपार्टमेंट का डेटा ऑनलाइन देखा जा सकता है। इसके लिए सबका डेटाबेस तैयार करके यूनिवर्सिटी वेबसाइट में अपलोड भी कर दिया गया है। इसे तैयार किया है इंटर्नल क्वालिटी इंश्योरेंस सेल ने। इसमें ख्ख् डिपार्टमेंट के टीचर्सं का एकेडमिक रिकार्ड है।

इक्वेक ने तैयार किया डेटाबेस

रांची यूनिवर्सिटी में नैक की टीम का विजिट होना है और इसके लिए सभी पीजी डिपार्टमेंट के टीचर्स और डिपार्टमेंट का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है। इसके पहले फेज में टीचर्स का पूरा डेटा तैयार करके आरयू की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है। इक्वेक ने इसकी तैयारी काफी पहले से शुरू कर दी थी। इसके लिए सभी डिपार्टमेंट के टीचरों से उनका एकेडमिक रिकार्ड मांगा गया था। जिसमें कुछ टीचरों ने आपत्ति भी जताई थी। लेकिन यूनिवर्सिटी के आदेश के बाद सभी ने अपना डिटेल भेजा। इसके बाद इक्वेक ने सभी का डिपार्टमेंट वाइज डेटा तैयार किया।

ब्भ् प्वाइंट का फॉर्मेट

सेल्फ स्टडी रिपोर्ट के लिए सभी डिपार्टमेंट में ब्भ् प्वाइंट का फार्मेट दिया गया था। टीचर्स ने इसी आधार पर पूरी जानकारी इक्वेक को दी। इसमें मुख्य रूप से स्टैंडर्ड जर्नल में प्रकाशित लेख, टीचर्स के द्वारा लिखी गई कोई किताब, नेशनल और इंटरनेशनल सेमिनार,मेजर और माइनर प्रोजेक्ट और एजूकेशन के फील्ड में कोई काम और सम्मान शामिल है।

जून में आएगी नैक की टीम

रांची यूनिवर्सिटी में जून महीने में नैक की टीम आनेवाली है। वहीं यूजीसी की ओर से अगले फाइनेंशियल ईयर में उन्हीं यूनिवर्सिटी को अनुदान दिया जाएगा, जिनका नैक मूल्यांकन किया गया है। वहीं आरयू ने इसके लिए आवेदन भेज दिया है। नैक टीम टीचर्स के बेहतर रिकार्ड को देखते हुए आरयू को बेहतर प्वाइंट दे सकती है। इसके अलावा इस डेटाबेस से ये भी पता चल जाएगा किस टीचर का बेहतर रिकार्ड है और किसका खराब।

'आरयू ने इक्वेक को सेल्फ स्टडीज रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेवारी सौंपी थी। इसे तैयार करके यूनिवर्सिटी के वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है। यह यूनिवर्सिटी के लिए काफी उपयोगी साबित होगा.'

डॉ। संजय मिश्रा,डायरेक्टर, इक्वेक

Posted By: Inextlive