-शहर, कस्बों व गांवों से जा रहा गंदा पानी

-औद्योगिक इकाइयों से भी बह रही गंदगी

ROORKEE (JNN) : गंगा कैसे स्वच्छ होगी। जब सहायक नदियों में गंदा पानी बहने से नहीं रोका जा रहा है। शहर, कस्बे व गांवों से जितना भी गंदा पानी निकल रहा है, वह सब सहायक नदियों के जरिये गंगा में पहुंच रहा है। औद्योगिक इकाइयों निकल रही गंदगी भी सहायक नदियों में ही निस्तारित हो रही है।

तो नहीं स्वच्छ होगी गंगा

गंगा को स्वच्छ करने के लिए चाहे कितने सीवरेज प्लांट लगा लिये जाये, लेकिन गंगा तब तक स्वच्छ होने वाली नहीं है, जब तक सहायक नदियों में गंदा पानी बहने से नहीं रोका जाएगा। हरिद्वार जिले में कई नदियों का पानी गंगा में पहुंच रहा है। जिनमें सोलानी नदी सबसे बड़ी है और पूरे वर्ष थोड़ा बहुत पानी इस नदी का गंगा में जाता रहता है।

गंदा पानी नदी में आ रहा

सूबे की सीमा से शुरुआत करे तो अमानतगढ़ में एक केमिकल फैक्ट्री सोलानी नदी किनारे लगी है। फैक्ट्री की गंदगी नदी में ही निस्तारित हो रही है। इसके बाद तीस से अधिक गांवों का गंदा पानी सोलानी में आ रहा है। भगवानपुर कस्बे का गंदा पानी नदी तक ही पहुंच रहा है। रुड़की शहर का कुछ पानी तो गंगनहर में, पर अधिक मात्रा में गंदा पानी सोलानी नदी में जा रहा है। लंढौरा व लक्सर क्षेत्र के बहुत से गांव का गंदा पानी भी नदी में समा रहा है। बताते चले कि अमानतगढ़ से लेकर लक्सर तक सोलानी नदी के किनारे कई मरघट भी बने हैं।

सहायक नदियों में बढ़ रही गंदगी

जहां से मृत पशुओं के अवशेष नदी के पानी में बहते देखे जा सकते हैं। इस बीच जितनी भी फैक्ट्री है, उनका केमिकल युक्त पानी नदी के पानी के साथ बहकर गंगा तक पहुंच रहा है। शासन द्वारा इस ओर डीएम की अध्यक्षता में गठित समिति का ध्यान सहायक नदियों में बढ़ रही गंदगी की ओर नहीं है। गौरतलब है कि पांच वर्ष समिति गठित हुई थी। जिसमें समिति की बैठक तो हुई, लेकिन धरातल पर ऐसे कोई प्रयास नहीं किए गए, जिससे की लगे कि सहायक नदियों को साफ सुथरा बनाने का काम चल रहा है।

उद्योग केंद्र को जिम्मेदारी सौंपी

समिति की ओर से जो वन विभाग, राजस्व, पर्यटन, स्वास्थ्य, जिला उद्योग केंद्र को जिम्मेदारी सौंपी थी, उनका भी निर्वहन नहीं हो रहा है। आम व्यक्ति भी इस ओर जागरूक नहीं है। इस साल में आइआइटी व एनआइएच में कई सेमीनार हुई। सभी सेमीनार में गंगा की स्वच्छता बनाये रखने को सहायक नदियों को भी स्वच्छ रखने पर जोर दिया गया।

आम जन को जागरुक होना होगा

एसडीएम प्रत्यूष सिंह का कहना है कि गंगा व गंगनहर की स्वच्छता को सरकारी प्रयास काफी नहीं है। उनका कहना है कि इस ओर आम जन को जागरूक होना होगा। गंगा व उसकी सहायक नदियों के स्वच्छ रहने से पर्यावरण को होने वाले लाभ को समझना होगा। पंचायतों व पालिका, नगर निगम के अलावा औद्योगिक इकाइयों को भी इस ओर अपनी जिम्मेदारी को समझना होगा। तभी गंगा पूरी तरह स्वच्छ हो सकेगी। ईई केएम कंसल का कहना है कि सोलानी से गंगा में औसत क्ख्0 क्यूसेक दूषित पानी जा रहा है।

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इन जगहों से आ रहा नदी में गंदा पानी

अमानतगढ़, भगवानपुर औद्योगिक क्षेत्र, रुड़की औद्योगिक क्षेत्र, मक्खनपुर, शाहपुर, करौंदी, किशनपुर, पुहाना,सालियर, रुड़की शहर, इकबालपुर औद्योगिक क्षेत्र, लंढौरा औद्योगिक क्षेत्र, लंढौरा, खंजरपुर, जलालपुर, खटका।

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गंगा की सहायक नदियों की स्वच्छता की ओर ध्यान दिया जाएगा। भगवानपुर औद्योगिक क्षेत्र व नगर निगम रुड़की क्षेत्र का जो गंदा पानी सोलानी में जा रहा है, उसको रोका जाएगा। इस ओर जल्द ही कार्रवाई होगी।

-प्रत्यूष सिंह, एसडीएम भगवानपुर एवं एमएनए रुड़की नगर निगम

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फोटो परिचय क्म् आरयूकेपी

Posted By: Inextlive