RANCHI : पहले रांग नंबर बताकर फोन काटा और फिर उसी नंबर से बार -बर आने लगे कॉल्स. मोबाइल पर ही हुई फ्रेंडशिप और फिर लव. एक दिन मौका देखकर वो मोबाइलवाला आशिक लड़की को लेकर गायब हो गया. घटना कांके थाना क्षेत्र के मनातू की है. लड़की भी मनातू की रहनेवाली है. लड़की के लापता होने पर उसके फैमिली मेंबर्स ने कांके थाना में एफआईआर दर्ज कराई है. कांके थाना की पुलिस लड़की की तलाश सरगर्मी से कर रही है.


कैसे हुई शुरुआत

कल्पना (काल्पनिक नाम) कांके एरिया में ही एक स्कूल में पढ़ती है। वह अपने पैरेंट्स के साथ रहती थी। एक दिन उसके मोबाइल पर एक कॉल आया। कॉल करनेवाले युवक ने  युवक ने कहा कि वह मंजू से बात करना चाहता है। जब कल्पना ने कहा कि यह रांग नंबर है, तो फोन कट हो गया। फिर दो दिन के बाद उसी नंबर से कल्पना के मोबाइल पर कॉल आया। कॉलर ने कहा कि उसकी आवाज काफी अच्छी है। वह उससे फ्रेंडशिप करना चाहता है। कल्पना ने फोन काट दिया। फिर बार-बार उस नंबर से कॉल आने लगा और दोनों में फ्रेंडशिप हो गई। फिर शुरू हुआ दोनों के रात-रातभर बात करने का सिलसिला। दोनों एक-दूसरे की हॉबीज की जानकारी ली। कल्पना की मां ने पुलिस को बताया कि जब उससे फोन के बारे में पूछा जाता था तो वो कहती थी की उसकी सहेली का फोन है। सहेली की बात सुनकर उसकी मां चुप हो जाती थीं।

11 अप्रैल से है लापता
11 अप्रैल की सुबह तक कल्पना के फैमिली मेंबर्स को पता नहीं था कि वह किसी की फ्रेंडशिप में है और लापता हो जाएगी। 11 अप्रैल को वह स्कूल जाने के बहाने घर से निकली और फिर लौटकर घर नहीं आई। फैमिली मेंबर्स ने उसकी खोज कई जगहों पर की, लेकिन उसका कुछ भी पता नहीं चल सका। अंत में थक हारकर उसके फैमिली मेंबर्स कांके थाना पहुंचे और बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि कल्पना के मोबाइल पर एक ही नंबर से बार-बार कॉल आता था और लंबे ड्यूरेशन तक बात होती थी। पुलिस ने इस मामले की इन्वेस्टिगेशन के लिए  मोबाइल को बेस बनाया और जांच आगे बढ़ाई।

हजारीबाग में मिला लोकेशन
पुलिस ने जब मोबाइल को ट्रेसआउट करना शुरू किया, तो पहले लड़के का मोबाइल का स्थान रांची रेलवे स्टेशन मिला। 11 अप्रैल को पुलिस को लड़के के मोबाइल का लोकेशन सिटी का खादगढ़ा बस स्टैंड मिला। अंतिम लोकेशन पुलिस को हजारीबाग का मिला। इसके बाद मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। पुलिस ने सीडीआर निकलवाया, जिससे पता चला कि युवक बिहार के मुजफ्फरपुर का रहनेवाला है। पुलिस को शक है कि किसी गैंग का मेंबर गल्र्स से फ्रेंडशिप कर उसे अपने साथ ले जाकर बेचता तो नहीं है। इस प्वाइंट ऑफ व्यू से पुलिस मामले की जांच कर रही है।

पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना

सिटी में इससे पहले भी एक मामला सामने आया था। चुटिया पुलिस ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया था, जो कॉलेज और रूरल एरिया की गल्र्स को प्रेम  जाल में फंसा कर उसे ब्लैकमेल करता था। इमोशनली प्रेशर डालकर गैंग के मेंबर्स पहले गल्र्स को सब्जबाग का रास्ता दिखाता था। फिर उसके पास से रुपए और ज्वेलरी ऐंठने का काम करता था। फिर, लड़की को रांची से बाहर कोलकाता और मुंबई ले जाकर बेच देता था।
चुटिया की एक लड़की बनी थी शिकार
चुटिया की एक लड़की ऐसे ही गैंग का शिकार बनी थी। उसे भी गैंग के मेंबर्स ने पहले प्यार का पाठ पढ़ाया और फिर उसे अपने साथ ले उड़ गए। इस गैंग में चार-पांच लोग शामिल थे।

और वह बच गई थी  
कल्पना की तरह चुटिया से लापता युवती की फ्रेंड ने पुलिस को बताया था कि पहले यह गैंग फ्रेंडशिप करता है। महंगे गिफ्ट्स देता है और फिर लोन के नाम पर पैसे की डिमांड करता है। उसने बताया कि उसे भी ट्रैप करने की कोशिश की गई थी, लेकिन वह बच गई थी.  युवती ने बताया कि गैंग के मेंबर्स स्मार्ट होते हैं और कॉलेज गल्र्स को अपनी ओर अट्रैक्ट कर फ्रेंडशिप करते हैं। उसने बताया कि अब तक सात से भी ज्यादा गल्र्स इस गैंग का शिकार बन चुकी हैं.  पर, सोसाइटी में इज्जत की बात को लेकर चुप्पी साध लेती हंै। इनलोगों का शिकार अधिकतर लॉज और हॉस्टल में रहनेवाली स्टूडेंट्स बनती हैं।

Posted By: Inextlive