Kanpur: शिकार को देखकर छिप जाना धीरे-धीरे उसके नजदीक जाना और फिर मौका देखकर दहाड़ के साथ अचानक से झपट्टा मारना... कानपुर जू की शान तृषा के तीनो कब्स अब अपनी अठखेलियों से विजिटर्स का मन मोह रहे हैं. वेडनेसडे को एक प्रेस कांफ्रेंस में इन छोटे मगर खतरनाक शैतानों को पब्लिक के सामने लाया गया. कानपुराइट्स बड़ी बेसब्री से इन्तेजार कर रहे थे इन कब्स के बहार आने का. इनके जू में रहने से जू गुलज़ार रहेगा.


शिकार को देखकर छिप जाना, धीरे-धीरे उसके नजदीक जाना और फिर मौका देखकर दहाड़ के साथ अचानक से झपट्टा मारनाअपने शिकार को पकडऩे का ये तरीका वैसे तो एक वयस्क टाइगर का होता है। लेकिन, आपको बता दें कि बिलकुल यही अंदाज एलेन फॉरेस्ट जू में त्रुशा टाइगर के तीनों कब्स का है, जिन्होंने सिर्फ 8 महीनों में ही अपनी मां से शिकार के सारे गुण सीख लिए हैं। वेडनेसडे को पहली बार इन कब्स को मीडिया के सामने लाया गया।
40 दिन में मीट का चस्का
मीडिया से बातचीत में जू डायरेक्टर ने बताया कि पिछले वर्ष 7 जुलाई को जन्में तीनों कब्स (2 मेल, 1 फीमेल) ने जन्म के 14 दिनों बाद पहली बार अपनी आंखे खोल दी थीं, और 20वें दिन चलना भी शुरू कर दिया था। वहीं 40 दिन में कब्स को मीट का चस्का भी लग गया था। जू डॉक्टर आरके सिंह ने बच्चों को पूरी तरह से फिट बताते हुए कहा कि वर्तमान में बच्चों को तीन किलो मांस दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों आईजोल, मिजोरम के जू से आईं वेटरनरी ऑफिसर ने भी कब्स को नॉर्मल से ज्यादा फिट बताया था। डॉ। सिंह ने बताया कि फिलहाल कब्स की हाइट 50 सेमी और लंबाई 1.2 मीटर है. 

अभी करना होगा इंतजारकब्स को भले ही मीडिया के सामने ला दिया गया हो, लेकिन अभी जू विजिटर्स को कब्स के  दीदार करने के लिए थोड़ा और इंतजार करना होगा। जू डायरेक्टर के थॉमस ने बताया कि कब्स की सुरक्षा को देखते हुए अभी तीन महीने तक विजिटर्स के सामने नहीं लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब कब्स के लिए नाइट सेल बन जाएगा तभी उन्हें बाहर लाया जाएगा। बचपन से ही कब्स की देख-रेख कर रहे बाड़े के कीपर्स विनोद कुमार और रमेश चंद्र भी कब्स की एक्टिविटीज से काफी खुश हैं. और फोटो देखने के लिए क्लिक करेंजल्द होंगे चेंजेसजू डायरेक्टर के थॉमस ने बताया कि आने वाले दिनों में जू में और चेंजेस होंगे। सबसे पहले हिरन सफारी को सही कर विजिटर्स के लिए खोला जाना है। जिसकी शुरुआत कर दी गई है। डायरेक्टर के मुताबिक अप्रैल में हर हाल में हिरन सफारी को खोल दिया जाएगा। डायरेक्टर के मुताबिक इसी बीच जू में हैदराबाद से लॉयन जोड़े को भी लाया जाएगा। इसके लिए बाड़े को सही कराया जा रहा है। हलांकि, लॉयन जोड़े के बदले जू से एक गैंडा, थॉमिन पेयर और लकड़बग्घा हैदराबाद जू भेजा जाएगा।

पहले भी आ चुके हैं ये पलजू में कई वर्षों से कार्यरत यहां के डॉक्टर यूसी अग्रवाल ने बताया कि 1995 में टाइगर ज्योति ने दो बार तीन-तीन बच्चों को जन्म दिया था। जो पूरी तरह से फिट रहे थे। आपको बता दें कि जू के अंदर एक मार्ग का नाम भी ज्योति टाइगर के नाम रखा गया है। डॉ। अग्रवाल ने बताया कि 2010 में त्रुशा ने तीन बच्चों को जन्म दिया, लेकिन कंजेनाईटल डिसआर्डर की वजह से उन्हें बचाया  नहीं जा सका। दोबारा हुए कब्स के फिट होने से जू एडमिनिस्ट्रेशन का हौंसला बढ़ा है. "एनिमल्स की लगातर मौत होने से निगेटिविटी फैल गई थी। इसे दूर करने के लिए नई एक्टिविटीज जरूरी हैं। इसीलिए कब्स को मीडिया के सामने लाया गया है। जल्द ही इन्हें आम विजिटर्स के  सामने लाया जाएगा। " के थॉमस, जू डायरेक्टर Posted By: Inextlive