DEHRADUN : केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि बीएसएफ के जवान बंगाल में सुंदरवन तथा गुजरात के कच्छ की खाड़ी में तैनात हैं उन्हें कठिन परिश्रम भत्ता दिया जाएगा. इसके अलावा पैरा मिलिट्री फोर्सेज के जवानों को कैंटीन जैसी सुविधाएं दी जाएंगी. वे मंडे को कुमाऊं मंडल के सितारगंज में 265 करोड़ की लागत से बनने वाले बीएसएफ व एसएसबी वाहिनी मुख्यालय की स्थापना पर अपने संबोधन में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि बीएसएफ व एसएसबी की बटालियन स्थापित होने से प्रदेश के युवाओं को भर्ती में प्राथमिकता दी जाएगी.


केंद्र देगा साथ केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि बीएसएफ व एसएसबी जैसे संगठन जहां देश की सीमाओं पर हमारी रक्षा करते हैं, वहीं आपदा के समय आपदा ग्रस्त इलाकों में लोगों की जान बचाने में ही सहयोग करते हैं। उन्होंने प्रदेश में आई आपदा के दौरान अपने जान गंवाने वाले मृतकों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते पीडि़त परिजनों अपनी संवेदना प्रकट की। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए केंद्र हमेशा साथ रहेगा।

7400 किमी से अधिक सीमा की सुरक्षा
इस मौके पर सीएम विजय बहुगुणा ने केंद्रीय गृह मंत्री का आभार जताते हुए आपदा के बाद प्रदेश के नवनिर्माण के प्रयास किए जा रहे हैं। इस अवसर पर गृह मंत्री ने करोड़ों रुपयों की लागत से बनने वाले सिरसा-शक्तिफार्म सड़क व विजटी मार्ग का भी लोकार्पण किया। बीएसएफ के डीजी सुभाष जोशी ने कहा कि बीएसएफ देश की 7400 किमी से अधिक सीमा की सुरक्षा में दिन-रात तैनात रहता है। फोर्स ने 1965, 1971 युद्ध के दौरान अहम भूमिका निभाई। एसएसबी के डीजी कृशण चौधरी ने कहा कि नेपाल सीमा की 264 किमी क्षेत्र में 70 चौकियां लगातार चौकसी कर रही हैं। इस दौरान राजस्व मंत्री यशपाल आर्य, सांसद केसी सिंह बाबा, पूर्व मंत्री तिलक राज बेहड़, राकेश शर्मा आदि मौजूद थे।

Posted By: Inextlive