गूगल ने अपने चश्मे में एक नई सुविधा शुरू की है. इसके जरिए इसे पहनने वाले आंख मारते हुए या पलक झपकाते हुए तवीरें ले सकते हैं.


गूगल ने कहा कि यह सुविधा किसी भी कैमरे के बटन और आवाज से काम करने वाले उपकरणों से भी तेज़ी से काम करता है. यह उस समय भी काम करता है, जब इसका डिसप्ले बंद होता है.गूगल ग्लास का इस तकनीक से गूगल ग्लास के एक्सई-12 मॉडल को लैस किया है.इसके साथ ही इसमें स्क्रीन को लॉक करने और इसके ज़रिए यू ट्यूब पर वीडियो शेयर करने की भी सुविधा दी गई है.तेज़ी से बढ़ता बाज़ारतकनीकी की दुनिया की इस दिग्गज कंपनी की नज़र पहनने लायक गैजट बनाने के बाज़ार पर है, इस क्षेत्र को विकास का प्रमुख क्षेत्र माना जा रहा है. गूगल ने कहा है कि उसके चश्मे में पलक झपका कर फ़ोटो खींचने की सुविधा के कई और उपयोग भी हैं.


कंपनी ने  ब्लॉगस्पॉट पर कहा है, ''आप कल्पना करिए कि आप टैक्सी के पीछे बैठकर कहीं जा रहे हैं और आपकी नज़र मीटर की ओर देखकर बिल का भुगतान करने के लिए केवल अपनी पलक भर झपकाते हैं.'' इसमें कहा गया है,'' आप किसी जूते की दुकान पर जूते की एक जोड़ी देखकर पलक झपकाते हैं और आपकी नाप के जूते आपके घर भेज दिए जाते हैं. आप खानपान की किसी किताब पर नज़र डालते हैं और निर्देश आपके सामने होते हैं, यह पूरी तरह से हैंड्स फ्री है, न कोई हड़बड़ी न कोई गड़बड़ी.''विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले सालों में पहने जाने लायक तकनीक का बज़ार बहुत तेज़ी से बढ़ेगा. हालांकि विश्लेषकों की इस बाज़ार के आकार को लेकर अलग-अलग राय है.जूनिपर रिसर्च के मुताबिक़ 2018 तक पहने जाने वाली तकनीक की सालाना बिक्री 19 अरब डॉलर का होगी, जो कि अभी एक अरब 40 करोड़ डॉलर का है.तकनीक का बज़ारवहीं बैंक क्रेडिट सुइस के विश्लेषकों के मुताबिक़ 2018 तक इस तरह की तकनीकी का बाज़ार 50 अरब डॉलर का होगा और सतर्क अनुमान लगाते हुए रिसर्च करने वाली संस्था गार्टनर ने 2016 तक क़रीब 10 अरब डॉलर के पहने जाने वाली तकनीक की बिक्री होने का अनुमान लगाया है.गूगल ने गूगल ग्लास को तेज़ी से बढ़ते पहने जाने वाली तकनीक के बाज़ार के अधिक से अधिक हिस्से पर कब्ज़ा जमाने के उद्देश्य से बाज़ार मे उतारा है. इस साल अक्तूबर में नाइकी ने दूसरी पीढ़ी के कलाई के पट्टे को जारी किया था, जो शारीरिक गतिविधियों पर नज़र रखने में उपभोक्ता की मदद करता है.

वहीं सैमसंग ने सितंबर में ग्लैक्सी गियर के नाम से एक कलाई घड़ी को बाज़ार में उतारा था, इससे केवल आवाज़ के ज़रिए फ़ोन करने की सुविधा और कई तरह के ऐपलिकेशन दिए हुए हैं. सितंबर में ही जापान में टेलीफ़ोन की सेवा उपलब्ध कराने वाली कंपनी एनटीटी डोकोमो ने एक ऐसा चश्मा प्रदर्शित किया था, किसी तरह का लिखित पाठ दिखाने पर उसका अनुवाद कर सकता है.इस साल के शुरू में एक अमरीकी कंपनी हीपसाइलोन ने कहा था कि वह एक ऐसा मोजा विकसित कर रही है, जो पहनने वाले को दौड़ते या चलते समय संतुलन बनाने में मदद करेगा. वहीं एक चीनी कंपनी शांदा ने एक ऐसी अंगूठी बनाई है, जो उसे पहनने वाले के स्मार्टफ़ोन को अनलॉक कर सकती है और उसके फ़ोन से डॉटा को कहीं और भेज सकती है.

Posted By: Bbc Hindi