- सेवायोजन कार्यालय के रोजगार मेलों से पिछले साल केवल 1582 लोगों को मिली जॉब, रजिस्टर्ड थे 82971

-पिछले साल लगे सिर्फ 14 रोजगार मेले

GORAKHPUR: जिला सेवायोजन कार्यालय बेरोजगारों को जॉब दिलाने की जिम्मेदारी से भाग रहा है। ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि खुद विभाग के आंकड़े बयां कर रहे हैं। पिछले एक साल में सेवायोजन कार्यालय में आयोजित हुए 14 रोजगार मेलों में कुल रजिस्टर्ड लोगों में से केवल 1.91 प्रतिशत को ही रोजगार मिल सका है। कार्यालय में रजिस्टर्ड बेरोजगारों की संख्या 82,791 है, जबिक पिछले साल इनमें से मात्र 1582 को ही रोजगार मिला। हद तो ये कि मार्च 2018 के अंतिम दिनों में प्रस्तावित एक रोजगार मेला केवल इसलिए कैंसिल कर दिया क्योंकि जिम्मेदारों के मुताबिक कार्यालय ने वर्ष 2017 का कोटा पूरा कर लिया था। शासन ने मेले को नए सत्र में आयोजित करने का आदेश दिया है।

क्या दिखावे के लिए लगते रोजगार मेले?

जिला सेवायोजन कार्यालय में बेरोजगारों को रोजगार दिलाने का काम केवल दिखावा बनकर रह गया है। रोजगार की आस में यहां रजिस्ट्रेशन कराने वालों की संख्या भले ही बढ़ती जा रही हो पर यहां से नौकरी मिल पाना किस्मत की बात है। 2017 के आंकड़ों पर नजर डालें तो कार्यालय में दर्ज 82,791 लोगों में से केवल 1582 को ही रोजगार मिल सका है। जबकि इस दौरान कार्यालय में 14 रोजगार मेलों का आयोजन किया गया जिसमें 794 नियोजकों ने भागीदारी की थी।

बाकियों का हाल भी अच्छा नहीं

रोजगार मेलों के जरिए जिन युवाओं को रोजगार मिल भी जाता है। उन्हें मात्र आठ से 12 हजार रुपए में गुजरात, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली या मुंबई जैसे शहरों में गुजारा करना पड़ता है। इतनी कम सैलरी में युवाओं को कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। साथ ही शहर में बेरोजगारों की संख्या लगातार ही बढ़ती जा रही है। जिससे निपटने के लिए सेवायोजन कार्यालय के सहायक निदेशक बार-बार इस बात पर जोर देते हैं कि स्थानीय नियोजक कम से कम यहां के युवाओं को नौकरियों में 25 प्रतिशत आरक्षण दें।

स्कूल काउंसलिंग में भी पीछे

बेरोजगारों को रोजगार दिलाने के प्रयासों के अलावा विभाग की ओर से एक्सपर्ट स्कूलों में जाकर बच्चों को बेहतर करियर चुनने का सुझाव भी देते हैं। इस काम में भी विभाग के जिम्मेदारों ने उदासीनता ही दिखाई है। बीते एक साल में विभाग के 60 एक्सपर्ट 60 स्कूल्स में ही काउंसलिंग करने गए। जिसमें कुल 9874 छात्रों ने भागीदारी की।

रीजनल लेवल पर आंकड़ा निराशाजनक

शहर में स्थित सेवायोजन कार्यालय रीजनल ऑफिस है, यानि गोरखपुर के अलावा देवरिया, कुशीनगर व महाराजगंज के बेरोजगारों का रजिस्ट्रेशन भी यहीं पर होता है। रीजनल लेवल के आंकड़े यहां के बेरोजगारों की एक भयावह तस्वीर पेश करते हैं। यहां कुल 1,75,224 बेरोजगार रजिस्टर्ड हैं, जिनके लिए कार्यालय पर 27 रोजगार मेलों का आयोजन किया जा चुका है। जिनमें मात्र 2048 को ही रोजगार मिल सका। यानि कुल पंजीकृत बेरोजगारों में से केवल 1.17 प्रतिशत को ही रोजगार मिल सका।

वर्जन

स्थानीय नियोजक यदि युवाओं को 25 प्रतिशत पदों पर नियुक्त करने का संकल्प करें तो शहर में बेरोजगारों की संख्या को कम किया जा सकता है।

- अखंड प्रताप सिंह, सहायक निदेशक , सेवायोजन कार्यालय

Posted By: Inextlive