-गोरखपुर से लेकर बिहार तक ट्रेनों में करते वारदात

-गर्मी की छुट्टियों में होने वाली भीड़ में बढ़ा खतरा

GORAKHPUR:

लोकसभा चुनाव के दौरान गर्मी की छुट्टियों ने जीआरपी की जिम्मेदारी बढ़ा दी है. यात्रियों की सुरक्षा को लेकर जीआरपी चक्रव्यूह रचना में जुटी है. लेकिन जीआरपी अनुभाग में सक्रिय जहरखुरानों के गैंग से निपटने की मुसीबत सामने खड़ी है. एसपी जीआरपी का कहना है कि यात्रियों की भीड़ को देखते हुए पूरी तैयारी की गई है. जनजागरुकता अभियान के जरिए यात्रियों को सजग किया जा रहा है. संदिग्ध व्यक्तियों की जांच पड़ताल और उनकी निगरानी में जीआरपी टीम लगी है.

चुनाव में चुनौतियों से जूझेगी जीआरपी

गर्मी की छुट्टियों के दौरान लोकसभा इलेक्शन का प्रेशर जीआरपी पर है. यात्रियों की भीड़ को संभालने के अलावा उनके साथ होने वाले अपराधों से निपटने की दोहरी चुनौती से जीआरपी जूझेगी. ज्यादातर कांस्टेबल के इलेक्शन ड्यूटी में चले जाने से जीआरपी में जवानों की कमी पड़ जा रही है. इसलिए आरपीएफ के साथ मिलकर टीम ट्रेनों की जांच, संदिग्धों की तलाश, यात्रियों की सुरक्षा की कमान संभाल रही है. अप्रैल के अंत तक गर्मी की छुट्टियां शुरू हो जाएंगी. इसलिए यात्रियों की भीड़ दोगुनी से ज्यादा हो जाएगी.

जहरखुरानी की घटनाओं को रोकने की जिम्मेदारी

गर्मियों की छुट्टी में यात्रियों की भीड़ होने से जहरखुरान, चोर और उचक्के एक्टिव हो जाते हैं. परदेस से कमाकर घर लौटने वाले यात्रियों पर जहरखुरानों की नजर रहती है. मौका मिलने पर जहरखुरान यात्रियों को अपना शिकार बनाकर फरार हो जाते हैं. जीआरपी अनुभाग गोरखपुर में 2018 में 87 जहरखुरानों को चिह्नित किया गया था. इनमें बिहार प्रांत में एक्टिव रहने वाले 37 जहरखुरान हैं. जो मौका देखकर यात्रियों केा लूटपाट का शिकार बनाते हैं.

जाल में फांसकर शिकार बनाती महिला जहरखुरान

जीआरपी अनुभाग गोरखपुर में 13 महिला जहरखुरानों को भी रजिस्टर्ड किया गया है. यात्रियों से दोस्ती बढ़ाकर उनके साथ वारदात करने वाली 13 महिला जहरखुरानों की जानकारी जीआरपी अनुभाग के सभी थानों को भेजी जा चुकी है. जीआरपी से जुड़े लोगों का कहना है महिला जहरखुरानों के बारे में अंदाजा लगा पाना मुश्किल होता है. एसी कोच से लेकर स्लीपर तक में सवार महिला जहरखुरान लोगों को आसानी से निशाना बना लेती हैं. घरेलू महिलाओं की तरह से दिखने वाली महिला जहरखुरान ज्यादातर परिवार और अकेले सफर कर रहे लोगों को टारगेट करती हैं.

यात्रा में जहरखुरानी से ऐसे करें बचाव

-ट्रेन के सफर, स्टेशन पर किसी अपरिचित से कुछ न खाएं. सामने आकर रूमाल आकर झाड़ने पर सजग रहें.

-सफर के दौरान अपरिचित महिला के करीब आने, दोस्ती बढ़ाने पर सावधानी बरतें.

-यात्रा में खाने-पीने सहित अन्य बहानों से दोस्ती करने वाले खतरनाक हो सकते हैं.

-प्लेटफॉर्म और ट्रेन में अधिकृत वेंडर से खाने-पीने की वस्तुओं को खरीदें.

-रेलवे स्टेशन पर उतरने के दौरान भरोसेमंद ट्रेवेल एजेंसियों से वाहन हायर करके घर जाएं.

-किसी अपरिचित व्यक्ति को अपने बारे में किसी तरह की कोई जानकारी न उपलब्ध कराएं.

फैक्ट फीगर

10 साल के भीतर गोरखपुर अनुभाग में एक्टिव बदमाश- 2057

बिहार प्रांत में ट्रेनों में अपराध करने वाले कुल बदमाश- 374

जीआरपी अनुभाग में सक्रिय कुल जहरखुरान- 87

बिहार प्रांत में एक्टिव कुल जहरखुरान- 37

जीआरपी में चिहिन्त कुल महिला जहरखुरान- 13

जीआरपी में संगठित गिरोह बनाकर अपराध करने वाले गैंग- 16

Posted By: Syed Saim Rauf