- एकला बंधे पर गिराए जा रहे कूड़े को लेकर पब्लिक का विरोध

- बदबू और संक्रमण से परेशान नौसड़ की 30 हजार आबादी, 11 माह बाद भी नहीं हुआ समाधान

GORAKHPUR: वेस्ट मैनेजमेंट के हाईटेक तरीके अपनाने के दावे करने वाला नगर निगम शहर के 30 हजार लोगों को संक्रमण के खतरे की ओर ढकेलने से बाज नहीं आ रहा। नौसड़ के एकला बंधे पर गिरे कूड़े के ढेर और उससे उठ रही बदबू की वजह से इलाके की 30 हजार आबादी पूरी तरह प्रभावित है। इन पर संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है। इसकी जद में आने के चलते अब तक करीब 700 लोग बीमार हो चुके हैं। इससे परेशान पार्षद प्रतिनिधि कृष्ण मोहन यादव के नेतृत्व में इलाके के सैकड़ों लोग एकला बंधे के पास अनिश्चित कालीन धरने पर बैठ गए। सोमवार को भी उनका विरोध जारी रहा। उन्होंने बंधे के पास 70 वार्डो के कूड़े से लदी गाडि़यों को रोक दिया। इसके बाद मौके पर पहुंचे नगर निगम के अफसर और सिटी मजिस्ट्रेट ने उन्हें समझाने का प्रयास किया लेकिन वह अपने अड़े रहे।

पब्लिक लगाए गुहार, नहीं सुन रहे जिम्मेदार

दो दिन से नौसड़ स्थित एकला बंधे पर पार्षद प्रतिनिधि कृष्ण मोहन यादव के नेतृत्व में कूड़ा गिराने को लेकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन चल रहा है। सोमवार को एकला बंधे पर कूड़ा गिराने के लिए शहर की कई गाडि़यां पहुंचीं जिन्हें लोगों ने रोक दिया। बीते कुछ दिनों से नगर निगम एकला बंधे के किनारे कूड़ा गिरा रहा था। सोमवार को दूसरे दिन भी लोगों ने नगर निगम को ऐसा करने से रोक दिया। शहर के 70 वार्डो से कूड़ा लेकर पहुंची गाडि़यों को लोगों ने वापस लौटा दिया। पार्षद कृष्ण मोहन यादव ने बताया कि बीते दिनों से अब तक करीब दस पत्र लिखकर नगर आयुक्त और डीएम को समस्याओं से अवगत कराया गया। इसके बावजूद भी निस्तारण नहीं किया जा सका।

बदबू ने किया जीना दुश्वार

कूड़े की वजह से एकला बंधे के आसपास की 30 हजार आबादी संक्रामक बीमारियों की जद में हैं। वहीं कूड़े से उठ रही तेज बदबू की वजह से घरों में रहना मुश्किल हो गया है। रात में कूड़ा जलाने की वजह से प्रदूषण का खतरा भी मंडरा रहा है। इससे एरिया के लोगों की मुसीबत बढ़ जाती है।

सिटी मजिस्ट्रेट ने जताया भरोसा

सिटी मजिस्ट्रेट अजीत कुमार सिंह ने सोमवार को एकला बंधे के पास धरने पर बैठे इलाके के लोगों से बात की। उन्होंने पार्षद प्रतिनिधि को भरोसा दिलाया कि कूड़ा गिराने के बाद नगर निगम की तरफ से हर रोज मिट्टी गिराई जाएगी। साथ ही दवा का छिड़काव और फॉगिंग का कार्य कराया जाएगा। इस संबंध में नगर आयुक्त से बातचीत की गई है। उनके आने के बाद जल्द ही समस्याओं का समाधान कर लिया जाएगा।

दस साल बीते, नहीं हुआ कूड़ा निस्तारण का प्रबंध

दस साल बीत जाने के बाद भी प्रतिदिन शहर के निकलने वाले 350 मीट्रिक टन कूड़े के निस्तारण के लिए नगर निगम जगह की तलाश नहीं कर सका है। इसी का नतीजा है कि कूड़े को जहां-तहां गिराया जा रहा है।

शहर से डेली निकलता कूड़ा - 350 मीट्रिक टन

कूड़ा पड़ाव केंद्र - 23

कूड़ा उठाने वाली टै्रक्टर-ट्रॉली - 41

जेसीबी - 7

लोडर - 5

मैजिक - 137

ट्रक - 12

डंफर - 7

छोटा डंफर - 11

कोट्स

सुबह एकला बंधे के पास कूड़ा लदी गाडि़यां पहुंचीं जिन्हं रोककर वापस कर दिया गया। सिटी मजिस्ट्रेट और नगर निगम के अफसर मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने आश्वासन दिया है। नगर आयुक्त के आने के बाद ही निर्णय लिया जाएगा।

- कृष्ण मोहन यादव, पार्षद प्रतिनिधि

कूड़े से तेज बदबू उठती है। आसपास के इलाके में रहना दूभर हो गया है। शिकायत के बाद भी अफसर नहीं सुन रहे थे। मजबूरन सड़क पर उतरना पड़ा।

ओम प्रकाश यादव

शहर के 70 वार्डो का कूड़ा 19 नंबर वार्ड के एकला बांध पर गिराया जा रहा है। इससे संक्रामक रोगों का खतरा बढ़ गया है। रात होते ही कूड़ा जलने से उसका धुआं दमा का रोगी बना रहा है। पत्र लिखने के बाद भी निगम ध्यान नहीं दे रहा है।

धर्मनाथ यादव

गंदगी की वजह से बच्चे, बुजुर्ग और युवक उल्टी-दस्त और डायरिया जैसी बीमारी के शिकार हो रहे हैं। निगम के पास कूड़ा निस्तारण का उचित प्रबंध नहीं है। पिछले कई दिनों से कूड़ा गिराने का विरोध किया गया। इसके बावजूद नगर निगम के अफसर मौन धारण किए हुए हैं।

ईश्वर लाल

वर्जन

अभी मैं मीटिंग में बाहर आया हूं। जहां तक एकला बंधे पर कूड़ा गिराने का सवाल है तो इसके लिए उचित प्रबंध किया जाए। कूड़े के ढेर पर मिट्टी गिराई जाएगी। साथ ही दवा छिड़काव और फॉगिंग का कार्य कराया जाएगा। जल्द ही इलाके में रहने वाले लोगों की समस्याओं का समाधान कर लिया जाएगा।

- अंजनी कुमार सिंह, नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive