-पुलिस की छवि बदलने की कोशिश हुए कामयाब

-नए सर्किल बना किया क्राइम कंट्रोल, कांपे अपराधी

GORAKHPUR: शहर की पुलिस व्यवस्था बदलाव की राह पर है। पुलिस कर्मचारियों के व्यवहार से लेकर इंफ्रास्ट्रक्चर तक को बदलने पर पूरा जोर दिया जा रहा है। सालभर व्यवस्था सुधारने की कवायद चलती रही, जिसके सार्थक परिणाम भी नजर आने लगे हैं। अगले साल जहां पुलिस कर्मचारी समुचित संसाधनों से लैस हो जाएंगे। वहीं पब्लिक की सुरक्षा के लिए नए थाने भी चालू हो जाएंगे। एसएसपी डॉक्टर सुनील गुप्ता का कहना है कि अपराध और अपराधियों पर लगाम कसने के साथ-साथ पुलिस और पब्लिक के बीच की खाई पाटने के लिए काम किया जा रहा है। पब्लिक फ्रेंडली पुलिस की छवि की बनाने पर जोर दिया जा रहा है।

मुहिम मानवता की छेड़ दिया इंसानियत का संदेश

पुलिस कर्मचारियों के अच्छे कामों की सराहना भले ना हो। लेकिन उनकी जरा सी चूक भारी पड़ जाती है। शहर की पुलिसिंग में एक बड़े बदलाव की शुरुआत हुई है। आमजन के सुख-दुख में शामिल होकर पुलिस कर्मचारी विभाग के प्रति पूर्वाग्रह को मिटाने की कोशिशों में जुटे हैं। दरोगा और सिपाहियों की पहल पर मुहिम 'मानवता की हम है ना' की शुरुआत की गई। धर्मशाला बाजार पुलिस चौकी के पास बने ऑफिस पर भूले-भटके, बीमार, गरीब और लाचार आमजन के लिए हम हैं ना की स्थापना की गई। शहर के प्रतिष्ठित बिजनेसमैन की मदद से हर मंगलवार को लंगर लगाकर लोगों को भोजन कराने के परपंरा की नींव को पुलिस ने मजबूती दी। धर्मशाला चौकी प्रभारी प्रमोद सिंह के प्रयास से शुरू हुए अभियान का असर पूरे जिले में नजर आ रहा है। अपना रूटीन वर्क करने के साथ-साथ जरूरत के अनुसार पुलिस पब्लिक की मदद कर रही है। पुलिस की आपरेशन पाठशाला, आपरेशन अस्मिता और आपरेशन त्रिनेत्र ने जनता के बीच पुलिस का भरोसा बढ़ाया है।

पुलिस का इंफ्रास्ट्रक्चर किया मजबूत, बढ़ाए संसाधन

पुलिस की भागदौड़ को कम करने के लिए कार्य क्षेत्र में भारी बदलाव किया गया। पूर्व में जिले में शहर का एरिया एसपी सिटी और देहात क्षेत्रों के लिए एसपी रूरल की तैनाती थी। पब्लिक की आबादी, अपराध का दायरा सहित पुलिस की अन्य समस्याओं को दूर करते हुए एसपी का कार्य क्षेत्र बांट दिया गया। एसपी सिटी के अलावा एसपी साउथ और एसपी नार्थ की तैनाती हो गई। इनके अलावा दो नई सर्किल गोला और चौरीचौरा का सृजन किया गया। इससे थाना क्षेत्रों की लंबी दूरी की दौड़भाग को कम करने में मदद मिली। पुलिस कर्मचारियों के लिए नई बैरक, क्राइम ब्रांच के लिए नई बिल्डिंग का निर्माण पूरा कराया गया। शहर के अंदर दो नए थानों रामगढ़ताल और गीडा थाना की स्थापना हो सकी। नए थानों की बिल्डिंग निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है।

तेवर से कांपे अपराधी, सुधरी ट्रैफिक व्यवस्था

शहर के अंदर ट्रैफिक व्यवस्था में बदलाव की कवायद हुई। प्रमुख चौराहों को सोमवारी जाम से निजात दिलाने के लिए सुधारात्मक काम किए गए। एसपी ट्रैफिक आदित्य प्रकाश वर्मा की अगुवाई में चौराहों पर सिग्नल लाइट लगाने की प्रक्रिया शुरू हुई। चौराहों का चौड़ीकरण, डिवाइडर बनाने और रूट डायवर्जन किए जाने से ट्रैफिक स्मूद हुआ है। एक तरफ जहां पुलिस ने ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार किया। वहीं, पुलिस के तेवर से माफिया और बदमाश कांपते रहे। पुलिस मुठभेड़ में 22 शातिर बदमाशों को अरेस्ट कर पुलिस ने जनता का भरोसा जीता। दो हजार से अधिक बदमाशों को गिरफ्तारी में कामयाब रही। भू माफिया पर कार्रवाई से पब्लिक को राहत मिली। नौकरी दिलाने, जमीन बेचने सहित अन्य बहानों लोगों की ढाई करोड़ से अधिक रकम हड़पकर बैठे लोगों पर शिकंजा कसा गया। पुलिस का दबाव बढ़ने पर मनबढ़ों ने नकदी लौटाई, जिससे पब्लिक का भरोसा बढ़ा।

वर्जन

पुलिस का पहला दायित्व आमजन की सुरक्षा करना है। पब्लिक फ्रेंडली पुलिस बनकर ही हम अपने मकसद में कामयाब हो सकते हैं। इसलिए हमें हर व्यक्ति का भरोसा जीतना है। संसाधनों को बढ़ाकर पुलिस कर्मचारियों को सुविधाएं दी जाएंगी। ताकि वह पूरे मनोयोग से अपनी ड्यूटी का निर्वहन कर सकें।

डॉ। सुनील गुप्ता, एसएसपी

Posted By: Inextlive