- हर माह बैठक करके समस्याओं के समाधान का किया गया था दावा

- अनसुना करते थानेदार-चौकी इंचार्ज, किससे लगाएं कार्रवाई की गुहार

GORAKHPUR: जिले में व्यापारियों की समस्याओं के समाधान के लिए गठित व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ सिर्फ फाइलों के पन्ने भरने के काम आ रहा है। पुलिस अधिकारी हर माह बैठकें कर समस्याओं के समाधान के दावे कर रहे लेकिन मातहतों की मनमर्जी से व्यापारियों की समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा। दुकानों में घुसकर मारपीट, बवाल करने के मामलों से लेकर अवैध कब्जा और अतिक्रमण की शिकायतों पर संबंधित थाना क्षेत्रों की पुलिस गंभीरता नहीं दिखा रही। आरोप है कि चौकी इंचार्ज और थानेदार त्वरित कार्रवाई के बजाय मामलों को टाल जा रहे हैं। एफआईआर दर्ज कराने से लेकर आपसी विवादों के निपटारे में पुलिस दिलचस्पी नहीं दिखा रही। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हर माह प्रकोष्ठ की बैठक में समस्याओं का समाधान कराया जाता है।

दूर नहीं हुई प्रॉब्लम, दौड़ रहे व्यापारी

राजघाट साहबगंज मंडी पुरानी गीता प्रेस पेपर एजेंसी के बगल में कटरे में फूड आइटम की दुकान चलाने वाले व्यापारी जबरन पार्किंग से परेशान हैं। कटरे में दो लोगों के बीच विवाद का खामियाजा व्यापारी भुगत रहे हैं। व्यापारियों का आरोप है कि कुछ लोग दुकानें खाली कराने के लिए सामने ही गाडि़यां, ठेले सहित अन्य वाहन खड़े कर देते हैं। इससे दुकानों पर ग्राहक पहुंच नहीं पाते। दुकानदारों का कहना है कि इस समस्या के निस्तारण के लिए पुलिस से शिकायत दर्ज कराई गई। लेकिन एक माह से अभी तक इसका निस्तारण नहीं हो सका। इससे कारोबार पर काफी असर पड़ रहा है।

एफआईआर दर्ज करने में नहीं लेते रुचि

व्यापारियों की समस्याओं के समाधान को लेकर थानों की पुलिस गंभीर नहीं है। दुकानों में तोड़फोड़, लूटपाट के मामलों में पुलिस कार्रवाई से बच रही है। झंगहा एरिया में ग्राहक सेवा केंद्र में घुसकर मारपीट करने के आरोपियों के खिलाफ पुलिस एफआईआर नहीं दर्ज कर रही। ककरौता निवासी सोमनाथ एसबीआई का ग्राहक सेवा केंद्र चलाते हैं। उनकी दुकान में 17 फरवरी को मनबढ़ों ने उत्पात मचाया जिसकी शिकायत को थाना पुलिस अनसुना कर दे रही है। गोरखनाथ मंदिर स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में शिकायत करने पर थानेदार ने दुकानदार को खरी-खोटी सुनाई थी।

क्या हुई थी व्यवस्था, क्या हो गई हालत

वर्ष 2017 में प्रदेश सरकार ने व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ का गठन किया था। हर जिले में एडिशनल एसपी या सीनियर ऑफिसर को इसका नोडल अफसर नामित किया गया। व्यापारियों की समस्या और सुरक्षा की दिशा में आवश्यक कार्रवाई के लिए नोडल अफसरों को जवाबदेह बनाया गया। शासन स्तर से भी नोडल अफसरों का मोबाइल नंबर भी जारी किया गया। ताकि किसी समस्या के सामने आने पर व्यापारी सीधे उनसे बातचीत कर सकें। लेकिन प्रकोष्ठ की कार्रवाई औपचारिक बनकर रह गई है।

यह सौंपी गई थी जिम्मेदारी, दौड़ा रहे अधिकारी

व्यापारियों की सुरक्षा और समस्याओं के समाधान के लिए फोरम होगा।

इसके नोडल अफसर जिले के एडिशनल एसपी, सीनियर सीओ होंगे।

हर माह एसपी की तरफ से व्यापारियों की बैठक बुलाकर समस्या सुनी जाएगी।

व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ में थानों से व्यापारियों से संबंधित शिकायतों का ब्यौरा तैयार किया जाएगा।

गोष्ठी में संबंधित मुकदमों, शिकायतों और सुझावों पर कार्रवाई करते हुए प्रगति की समीक्षा होगी।

कोट्स

हमारी शॉप के सामने कुछ लोग गाड़ी, ठेले खड़े कर देते हैं। एक माह से इसकी शिकायत की जा रही है। पहले थानेदार से बात की गई। जब समस्या का समाधान नहीं हुआ तो एसएसपी को बताया गया। लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई।

- राजेश कुमार, बिजनेसमैन

आम व्यापारियों की समस्याओं के प्रति पुलिस गंभीर नहीं दिखती। कुछ गिनेचुने व्यापारी नेताओं की बात सुनी जाती है। पुलिस के कुछ अधिकारी उनकी ही बात मानते हैं। दुकान के सामने गाडि़यां खड़ी होने से हमारा कारोबार चौपट हो रहा है।

- बच्चा लाल, बिजनेसमैन

हर बार कहा जाता है कि व्यापारियों को कोई प्रॉब्लम नहीं होने दी जाएगी। लेकिन जब कोई समस्या आती है तो थाने पर मौजूद लोग दौड़ाना शुरू कर देते हैं। बिना किसी एप्रोच के कोई बात नहीं सुनी जा रही है।

- रतन गुप्ता, बिजनेसमैन

अपराध से पीडि़त व्यापारियों को कई अन्य समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। कई बार झूठी शिकायतें करके पुलिस से उत्पीड़न भी कराया जाता है। सही बात सुनने के लिए किसी के पास फुर्सत नहीं है।

- राज बिहारी, बिजनेसमैन

हर मामले में पुलिस को गंभीरता दिखानी चाहिए। लेकिन कभी भी शिकायत करने पर चार-छह बार दौड़ाया जाता है। यदि किसी नेता के जरिए पहुंचे तो सीधे बात सुनी ली जाएगी।

- विजय कुमार, बिजनेसमैन

वर्जन

व्यापारियों की समस्याओं के समाधान के लिए प्रकोष्ठ बनाया गया है। इस मामले की शिकायत मुझ तक नहीं पहुंची है। व्यापारियों की प्रॉब्लम का निराकरण कराया जाएगा।

- अशोक कुमार वर्मा, एसपी क्राइम, नोडल अफसर, व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ

Posted By: Inextlive