लोकसभा चुनाव में कानून-व्यवस्था संभालने के अलावा अन्य कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां पुलिस निभाएगी.

-लोकसभा चुनाव में कई नई भूमिका निभाएगी पुलिस

-एडीजी जोन ने शुरू की समीक्षा बैठक, दूर होगी गड़बड़ी
Gorakhpur@inext.co.in
GORAKHPUR: लोकसभा चुनाव में कानून-व्यवस्था संभालने के अलावा अन्य कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां पुलिस निभाएगी। इलेक्शन के लिए बनाए जा रहे मतदान स्थलों का फिजिकल वेरीफिकेशन पुलिस कराएगी। पुलिस अधिकारियों को विजिट कर अपनी रिपोर्ट सबमिट करनी होगी। बूथ की व्यवस्था में एसपी से लेकर हलका दरोगा तक जवाबदेह होंगे। पुलिस हेडक्वार्टर की तरफ से प्रदेश के सभी जिलों के एसएसपी, एसपी को पत्र भेजकर तैयारियों के संबंध में अवगत करा दिया गया है। शासन का पत्र मिलने पर पुलिस अधिकारियों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। सीनियर पुलिस ऑफिसर्स का कहना है कि चुनाव को लेकर किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

पांच प्रतिशत मतदान केंद्रों का वेरीफिकेशन
एसएससपी, एसपी कम से कम पांच फीसदी मतदान केंद्रों का वेरीफिकेशन खुद करेंगे। मौके पर पहुंचकर उनको व्यवस्था से संबंधित गड़बडि़यों को दूर करना होगा। इसके अलावा कम से कम 10 फीसदी मतदान केंद्रों पर जिला निर्वाचन अधिकारी के साथ जाना होगा। अन्य मतदान केंद्रों की व्यवस्था के लिए एडिशनल एसपी, सीओ और थानेदारों को फिजिकल वेरीफिकेशन कराना होगा। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इससे उन सभी समस्याओं को दूर करने में मदद मिलेगी जिनकी वजह से परेशान होना पड़ता है। 15 फरवरी तक सारी रिपोर्ट तैयारी करने के निर्देश से पुलिस अधिकारी मतदान केंद्रों के वेरीफिकेशन की तैयारी में जुट गए हैं।

यह जिम्मेदारी निभाएंगे पुलिस अधिकारी
- मतदान केंद्र के आसपास कहीं पर कोई ईट-पत्थर जमा कराकर न रखा गया हो। यदि कहीं पर कोई खतरनाक चीज मिली तो उसे हटाना होगा।

-मतदान केंद्र से संबंधित सभी व्यवस्था बिजली, पानी और टॉयलेट सहित अन्य मूलभूत सुविधाएं मुहैया न होने पर उनकी रिपोर्ट बनाकर जिला प्रशासन को भेजेंगे।

-मतदान केंद्र के भवन की क्या हालत है। उसमें लगे दरवाजे, खिड़कियां और अन्य व्यवस्थाओं की हालत कैसी है। मतदान केंद्र तक पहुंचने वाले रास्ते किस तरह के हैं।

- मतदान केंद्र पर किसी तरह की इमरजेंसी में किस तरह के वैकल्पिक रास्तों का इस्तेमाल किया जा सकता है। किस तरह से अतिरिक्त पुलिस बल पहुंच सकता है। अन्य किसी आपातकाल में कैसे मदद ली जा सकेगी। इस बारे में भी रिपोर्ट तैयार करनी होगी।

नेपाल सीमा होगी खास चौकसी
लोकसभा चुनावों को देखते हुए नेपाल बार्डर की खास निगरानी के निर्देश भी जारी किए गए हैं। बार्डर पर संचालित होने वाली गतिविधियों की रोकथाम लगाने के लिए आपराधिक गिरोहों पर शिकंजा कसा जाएगा। चुनाव के दौरान नेपाल से इंडिया में आकर किसी तरह की गड़बड़ी फैलाने की आशंका में संदिग्ध लोगों पर एक्शन लिया जाएगा। इसके लिए नेपाल पुलिस के साथ मिलकर कार्य योजना तैयार करने की तैयारी की जा रही है। पुलिस अधिकारियों कहना है कि बार्डर से सटे इलाकों की संदिग्ध गतिविधियों की निगरानी शुरू कर दी गई है। नेपाल से को-आर्डिनेशन के लिए एडीजी गोरखपुर को नोडल अफसर बनाया गया है।

लोकसभा चुनाव को देखते हुए प्रारंभिक तैयारियां शुरू कर दी गई है। जोन के हर जिले में मीटिंग करके समीक्षा की जाएगी। सोमवार को कुशीनगर जिले में बैठक बुलाई गई थी। एक-एक करके सभी जिलों में बैठक करके तैयारियों को परखेंगे। नेपाल बार्डर से सभी जिलों को पहले से अलर्ट कर दिया गया है।
दावा शेरपा, एडीजी, गोरखपुर जोन

Posted By: Inextlive